लखनऊ : हाथरस सामूहिक दुष्कर्म कांड पर हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने स्वत: संज्ञान लिया है. कोर्ट ने योगी सरकार समेत सभी पक्षों को नोटिस जारी किया है. हाईकोर्ट ने 12 अक्टूबर तक एसीएस (ACS) होम, डीजीपी (DGP), एडीजी (ADG) लॉ एंड ऑर्डर और हाथरस जिलाधिकारी और एसपी से जवाब मांगा.
उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में 14 सितंबर को एक युवती के साथ गैंगरेप कर उसकी हत्या का प्रयास किया गया था. अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज से उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में रेफर किया गया था, जहां मंगलवार की सुबह उसकी मौत हो गई थी.
हाथरस गैंगरेप पीड़िता का शव देर रात चंदपा थाना क्षेत्र के गांव में पहुंचा. परिजनों ने प्रशासन से रात में दाह संस्कार नहीं करने की मिन्नतें की. पीड़िता की मां रो-रोकर गुहार लगाती रही, लेकिन प्रशासन नहीं माना. प्रशासन द्वारा परिजनों की बिना मर्जी के ही दाह संस्कार कर दिया गया. बताया जाता है कि पुलिस ने दाह संस्कार स्थल पर मृतका के परिजनों में से भी सबको नहीं आने दिया. पुलिस ने मीडिया को भी रोक दिया.
घटना के बाद युवती को बागला जिला अस्पताल लाया गया था, जहां प्राथमिक उपचार देने के बाद उसे अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया था. 28 सितंबर को उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर किया गया था. वहीं मंगलवार की सुबह उसकी सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई.
पुलिस अधिकारियों ने उसकी मौत की पुष्टि की है. परिवार से मिली जानकारी के अनुसार, युवती का शव शाम तक गांव लाया जाएगा. उसके बाद उसका अंतिम संस्कार गांव में ही किया जाएगा. पुलिस इस मामले में सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है.