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मुस्लिम छात्रा ने उर्दू में लिखी भगवद् गीता, कहा- मानवतावाद सबसे बड़ा धर्म - तेलंगाना की हिबा ने उर्दू में लिखी गीता

तेलंगाना में एक मुस्लिम छात्रा ने हिंदू धार्मिक ग्रंथ भगवद् गीता का उर्दू में अनुवाद किया है. तीन महीने के अंदर गीता का उर्दू में अनुवाद करने वाली छात्रा का कहना है कि वह इसके जरिए युवाओं को सांप्रदायिक सद्भाव और मानवातावाद का संदेश देना चाहती हैं. जानें कौन हैं यह छात्रा...

हिबा फातिमा
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Published : Aug 14, 2019, 2:06 PM IST

Updated : Sep 26, 2019, 11:46 PM IST

हैदराबाद: निजामाबाद की हिबा फातिमा भले ही एक मुस्लिम परिवार में पली-बढ़ी हों लेकिन उन्होंने सभी धर्मों के पवित्र ग्रंथ पढ़े हैं और कुछ को उर्दू में भी लिखा है. बीएड की छात्रा हिबा ने हिंदू धर्म ग्रंथ भगवद् गीता का तीन महीने के अंदर उर्दू में अनुवाद किया है.

निजामाबाद के राकसीपेट में रहने वाली हिबा एक मुस्लिम परिवार से आती हैं. इसके बावजूद उन्हें बचपन से ही सभी धर्मों के पवित्र ग्रंथों के बारे में जानने की रुचि रही है. उन्होंने बताया कि यह धार्मिक ग्रंथ है इसलिए कुछ भी गलत नहीं जाना चाहिए इसलिए दूसरी भाषाओं की गीता भी पढ़ी.

हिबा फातिमा से बातचीत

हिबा बताती हैं कि उन्होंने एक अगस्त से श्लोक का अनुवाद करना शुरू किया था और 23 अक्टूबर तक पूरी गीता का उर्दू में अनुवाद कर दिया था. शुरुआत में वह रोजाना एक श्लोक का अनुवाद करती थीं लेकिन अक्टूबर तक आते-आते रोजाना 20 से 25 श्लोक का अनुवाद करने लगीं.

  • हिबा ने कहा कि वह युवाओं को संदेश देना चाहती हैं कि मानवतावाद ही सबसे बड़ा धर्म है.
  • हिबा के पिता अहमद खान एक व्यापारी हैं. वे बताते हैं कि उन्होंने हिबा को बचपन से ही बताया है कि सभी धर्म एक समान होते हैं.
  • हिबा ने बताया कि जब वह गीता के श्लोकों का अनुवाद कर रही थीं तो उन्हें महसूस हुआ कि लगभग 500 श्लोकों और कुरान की आयातों का एक ही मतलब है.
  • इसलिए उन्होंने इन समान अर्थों वाले श्लोकों को लेकर एक पुस्तक लिखने वाली हैं.
  • इसके अलावा हिबा अपनी यू-ट्यूब चैनल 'मेसेज फॉर ऑल' पर भी अब तक 80 वीडियोज डाल चुकी हैं.

पढ़ें-PM मोदी के बाद बेयर ग्रिल्स के शो में उत्तराखंड की जुड़वा बहनें

बीएड छात्रा हिबा ने बताया कि उनके पास तेलुगू और हिंदी की भगवद् गीता है लेकिन दोनों ही भाषा उतनी अच्छी नहीं आती थीं, इसलिए अंग्रेजी की गीता मोबाइल में डाउनलोड की और तीनों गीता की मदद से उर्दू में अनुवाद किया.

हैदराबाद: निजामाबाद की हिबा फातिमा भले ही एक मुस्लिम परिवार में पली-बढ़ी हों लेकिन उन्होंने सभी धर्मों के पवित्र ग्रंथ पढ़े हैं और कुछ को उर्दू में भी लिखा है. बीएड की छात्रा हिबा ने हिंदू धर्म ग्रंथ भगवद् गीता का तीन महीने के अंदर उर्दू में अनुवाद किया है.

निजामाबाद के राकसीपेट में रहने वाली हिबा एक मुस्लिम परिवार से आती हैं. इसके बावजूद उन्हें बचपन से ही सभी धर्मों के पवित्र ग्रंथों के बारे में जानने की रुचि रही है. उन्होंने बताया कि यह धार्मिक ग्रंथ है इसलिए कुछ भी गलत नहीं जाना चाहिए इसलिए दूसरी भाषाओं की गीता भी पढ़ी.

हिबा फातिमा से बातचीत

हिबा बताती हैं कि उन्होंने एक अगस्त से श्लोक का अनुवाद करना शुरू किया था और 23 अक्टूबर तक पूरी गीता का उर्दू में अनुवाद कर दिया था. शुरुआत में वह रोजाना एक श्लोक का अनुवाद करती थीं लेकिन अक्टूबर तक आते-आते रोजाना 20 से 25 श्लोक का अनुवाद करने लगीं.

  • हिबा ने कहा कि वह युवाओं को संदेश देना चाहती हैं कि मानवतावाद ही सबसे बड़ा धर्म है.
  • हिबा के पिता अहमद खान एक व्यापारी हैं. वे बताते हैं कि उन्होंने हिबा को बचपन से ही बताया है कि सभी धर्म एक समान होते हैं.
  • हिबा ने बताया कि जब वह गीता के श्लोकों का अनुवाद कर रही थीं तो उन्हें महसूस हुआ कि लगभग 500 श्लोकों और कुरान की आयातों का एक ही मतलब है.
  • इसलिए उन्होंने इन समान अर्थों वाले श्लोकों को लेकर एक पुस्तक लिखने वाली हैं.
  • इसके अलावा हिबा अपनी यू-ट्यूब चैनल 'मेसेज फॉर ऑल' पर भी अब तक 80 वीडियोज डाल चुकी हैं.

पढ़ें-PM मोदी के बाद बेयर ग्रिल्स के शो में उत्तराखंड की जुड़वा बहनें

बीएड छात्रा हिबा ने बताया कि उनके पास तेलुगू और हिंदी की भगवद् गीता है लेकिन दोनों ही भाषा उतनी अच्छी नहीं आती थीं, इसलिए अंग्रेजी की गीता मोबाइल में डाउनलोड की और तीनों गीता की मदद से उर्दू में अनुवाद किया.

Intro:Body:

She comes from an orthodox Muslim family. Currently she is pursuing B.Ed

programme. She has done in-depth study on Bhagavad Gita, the most sacred

book of the Hindus with a longing to know about other religions and translated

the Gita into Urdu. Hiba Fatima, hailing from Rakasipet, Bodhan of Nizamabad

district, is in the process of writing a book too. Her father Ahmed Khan is a petty

businessman and used to tell her right from her childhood that all religions are

equal and humanity is their underlying philosophy. He used to ask her to study

the holy books of all religions. Thus, she started to get to know the essence of

other religions. She used to watch YouTube videos to know about the holy book

of the Hindus, Bhagavad Gita. She observed different interpretations by different

people, which confused her. She resolved to find a solution to this and decided to

translate it after making an in-depth study. She studied through Urdu medium up

to intermediate and through English medium thereon. In order to undertake a full-

fledged study of the Gita, she procured their English, Hindi and Telugu versions.

After going through them, she commenced the translation into Urdu, in a way that

is easily understood by the youth of her age group. In 3 months, she translated

700 slokas and 18 Adhyayas (Chapters) of the Gita. While translating Slokas into

Urdu, she encountered several problems; struggled to find equivalent meaning to

certain words. Also found it to arrange them in a proper sequence. She used to

translate each Sloka and rewrite them several times to express the essence

properly. In order to explain the essence of both the holy books, she has been

running a YouTube channel, “Message for All”. So far, she has posted 80 videos

in it.

While she was studying the Slokas, she realized that in many contexts their

meaning is similar to the āyāts in Quran. She thus, has identified, so far such 500

Slokas and āyāts. Elaborating on such similarities between the two holy books,

she has begun writing a book entitled “Similarities between Bhagavad Gita and

Quran.” Hiba says, “All holy books teach us as how men should live. I have

translated the Gita keeping the youth of my age group. I wish to take up

programmes which preach that humanism is the prime religion.”

Byte 1: Hiba Fatima

Byte 2: Ahmed Khan, father of Hiba


Conclusion:
Last Updated : Sep 26, 2019, 11:46 PM IST
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