मुंबई : शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि सभी राजनीतिक पार्टियों को पहले उन किसानों को राहत देने पर ध्यान देना चाहिए. जिनकी फसले महाराष्ट्र में सरकार गठन होने से पहले हुई बेमौसम बारिश के कारण नष्ट हो गई है.
चार नवंबर को नासिक में संवाददाताओं से बात करते हुए आदित्य ने कहा कि प्रभावित किसानों को मुआवजा दिया जाना चाहिए और यह सुनिश्चित करने के लिए सभी राजनीतिक पार्टियों को उनके साथ खड़ा होना चाहिए. इससे किसानों को राहत देने के लिए सरकारी मशीनरी तेजी से काम करे.
उन्होंने कहा, 'राजनीतिक पार्टियों के रूप में, हमें वह करना चाहिए जो हम कर सकते हैं. हमे पहले सरकारी मशीनरी के कार्रवाई में दबाव बनाने पर ध्यान केंद्रित करना है. इस समय राज्य में नई सरकार के गठन का मामला है.'
शिवसेना नेता ने एक हेल्पलाइन स्थापित करने की मांग की जहां पर प्रभावित किसान सरकारी अधिकारियों को अपने फसल के नुकसान के बारें में सूचित कर सकें.
उन्होंने किसानों को मुआवजा देने वाले नियम में संशोधन की मांग की है. ठाकरे ने कहा,' पिछली बार राज्य में ओलावृष्टि से फसल नष्ट होने के बाद भी सभी किसानों को उनके मुआवजे नहीं मिले हैं.
ठाकरे ने किसानों से मुलाकात की और उनके नुकसान की फसलों का निरीक्षण किया. शिवसेना और सहयोगी भाजपा के बीच कैबिनेट के विभागों के समान वितरण और बाद में 2.5 साल से मुख्यमंत्री पद के बंटवारे की मांग को लेकर उनकी यात्रा टंग-ऑफ-वार के बीच नजर आ रही है.
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बता दें कि आदित्य हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में वर्ली से जीते हैं. उन्होंने महाराष्ट्र में बनने वाली सरकार में मुख्यमंत्री पद के लिए इच्छा जाहिर किया है.