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देश के कई राज्यों में 'जल प्रलय', मरने वालों की संख्या 200 के पार

देश के कई हिस्सों में बाढ़ और भारी बारिश का कहर जारी है. देश में बाढ़ से करीब 200 से अधिक लोगों की मौत हो गई है. बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में लगातार बचाव अभियान जारी है. करीब 10 लाख लोग राहत शिविर में शरण लिए हुए हैं... पढ़ें पूरी खबर और जाने पूरे देश में क्या है बाढ से हाल...

बाढ़ में लोगों की मदद करते सेना के जवान
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Published : Aug 13, 2019, 10:39 AM IST

Updated : Sep 26, 2019, 8:24 PM IST

नई दिल्लीः भारी बारिश और बाढ़ का कहर देश के कई राज्यों में जारी है. देश के 4राज्यों में ही करीब 200 लोगों की मौत बाढ़ की वजह से हो गई है. केरल,कर्नाटक,गुजरात और महाराष्ट्र की स्थिति बाढ़ के बेहद खराब हो गई है. तो वहीं जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड में बारिश के हुई भूस्खलन में 9 लोगों की मौत हो गई है.

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के थोड़ी राहत भरी खबर है कि इन क्षेत्रों में बारिश होना कम हो गया है, और जलस्तर घटना शुरू हो गया है. सिर्फ केरल में बाढ़ से मरने वालों की संख्या 86 पंहुच गई है.

राहुल गांधी ने आज वायनाड के चुडेंल में बने राहत शिविर का दौरा किया, और बाढ़ पीड़ितों से उनका हाल पूछा.

बता दें कि राहुल गांधी 11 अगस्त से केरल के दौरे पर है.

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वायनाड के एक राहत शिविर मेंं राहुल गांधी

कर्नाटक के सीएम बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि राज्य में बाढ से स्थिति बहुत खराब है. मैं भारत सरकार से अनुरोध करता हूं कि वह 10,000 करोड़ तुरंत जारी करे. गृह मंत्री अमित शाह और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी निरीक्षण किया. राज्य में 50,000 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है.16 अगस्त को, मैं इस बारे में पीएम से मिलने दिल्ली जा रहा हूं.

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बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का जायजा लेते मुख्यमंत्री बीएस येदुरप्पा

जाने राज्यवार बाढ़ की खबरें

केरल

केरल के लोगों के लिए राहत भरी खबर है. राज्य के कई हिस्सों में बारिश होना कम हो गया है, लेकिन बाढ़ अभी भी केरल में तांडव कर रही है. 86 लोगों की मौत बाढ़ से हो गई है. मृतकों की बढ़ भी सकती है क्योंकि मल्प्पुरम में 50 लोग अब भी लापता है. राज्य के मलप्पुरम, वायनाड, कोझिकोड और इडुक्की मूसलाधार बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं.

राहत शिविर

राज्य में बाढ़ पीड़ित लोगों के लिए राहत शिविर चलाये जा रहें है. प्रदेश में बाढ़ से पाड़ित 2.87 लाख लोग राहत शिविर में रह रहे हैं. मलप्पुरम में 59,351 लोग 240 राहत शिविरों में रह रहे हैं. वायनाड में 35,000 लोग रह रहे हैं.
कोझीकोड जिले में 60 हजार से अधिक लोगों को 209 राहत शिविरों में ले जाया गया है.

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केरल बाढ़ का आकड़ा

राहुल गांधी का केरल दौरा

काग्रेंस नेता और वायनाड के सांसद राहुल गांधी केरल के दौरे पर है.12 अगस्त को राहुल गांधी ने अपने वायनाड संसदीय क्षेत्र में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया. दक्षिण भारत के राज्यों में बाढ़ तथा भूस्खलन से प्रभावित लोगों की मदद करने का केन्द्र से अनुरोध किया.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केरल में अपने वायनाड संसदीय क्षेत्र में बुरी तरह प्रभावित पुथुमाला समेत बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया और आपदा से प्रभावित लोगों के पुनर्वास में हरसंभव मदद का आश्वासन दिया.

मुख्यमंत्री ने दिया निर्देश

मुख्यमंत्री पिनारयी विजयन ने जिला कलेक्टरों को राहत शिविरों में रह रहे लोगों को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिया है.

उन्होंने कहा कि बारिश प्रभावित क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बहाल करने और पेयजल उपलब्ध कराने के लिए कदम उठाये जाने चाहिए.

मुख्यमंत्री मंगलवार को मलप्पुरम और वायनाड जिलों का दौरा करेंगे.

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केरल के मुख्यमंत्री पिनारयी विजयन बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के दौरे पर आज

गृहमंत्री पर लगा आरोप

माकपा के पोलित ब्यूरो ने दावा किया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जानबूझकर हवाई सर्वेक्षण नहीं किया और इसके बजाय उन्होंने महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे भाजपा शासित राज्यों को चुना.

कर्नाटक

राज्य में बाढ़ से बुरा हाल है. प्रदेश के 17 जिले के 80 तालुके बाढ़ से प्रभावित है. बाढ़ सें मृतकों की संख्या बढ़कर 46 हो गई है. 12 लोग लापता है.

तुंगभद्रा नदीं उफान से यूनिस्कों धरोहर हम्पी पर खतरा मड़राने लगा है.

बाढ़ पीड़ितों का हाल लेने के मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा बाढ़ प्रभावित जिला शिवमोग्गा के दौरे पर गए हैं.

मुख्यमंत्री ने की मदद की घोषणा

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने राज्य में आयी बाढ़ और भूस्खलन में अपना घर गंवाने वाले लोगों को पुनर्निर्माण कार्य के लिये सोमवार को 5-5 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की.

राज्य सरकार ने क्षतिग्रस्त हुए घरों की मरम्मत के लिये एक-एक लाख रुपये की सहायता राशि देने और घर तैयार होने तक लोगों को किराये के मकान में रहने के लिये 5,000 रुपये प्रति महीने की सहायता राशि देने की घोषणा की.

महाराष्ट्र

महाराष्ट्र में 5 जिलों में बाढ़ अपना प्रकोप दिखा है. महाराष्ट्र में बाढ़ से करीब 4.5 लाख लोग प्रभावित है. कोल्हापुर और सांगली जिला में जिन सड़को पर गाड़िया दौड़ती थी वहां आज नाव चल रही है. राज्य में मौत की संख्या बढ़कर 43 पंहुच गयी है.

राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), वायुसेना, राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और स्थानीय प्रशासन बाढ़ प्रभावित

बाढ़ का पानी घटने के बाद महाराष्ट्र में कोल्हापुर के पास पिछले छह दिन से बंद मुंबई-बेंगलुरू राष्ट्रीय राजमार्ग-4 को सोमवार को यातायात के लिये आंशिक रूप से खोल दिया गया और जरूरी सामान से लदे वहां फंसे हजारों ट्रकों को आगे जाने की इजाजत दी गयी.

कोल्हापुर और कर्नाटक के बेलगाम के बीच भी यातायात की मंजूरी दी गयी.

पढ़ेंः कर्नाटक जलप्रलय : नाव पलटी, राहत और बचाव दल के दो सदस्य बहे

बाढ़ प्रभावित राज्यों में एहतियात बरती जा रही है क्योंकि अधिकतर नदियां उफान पर हैं और जलाशयों से पानी छोड़ा जा रहा है.

एक अधिकारी ने कहा, इन दस जिलों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल ने 29 टीमें, राज्य आपदा मोचन बल ने तीन, तटरक्षक बल ने 16 , नौसेना ने 41, सेना ने 10 टीमें तैनात की हैं.

गुजरात

गुजरात पिछले कई दिनों से हो रही बारिश के बाढ़ आ गई है. बाढ़ का लगातार राज्य को क्षति पंहुचाने में लगी है. गुजरात के मध्य गुजरात के मध्य भाग, सौराष्ट्र एवं कच्छ क्षेत्रों के कई हिस्सों में पिछले तीन दिनों से जबर्दस्त वर्षा हो रही है.

राज्य में 27 लोगों की मौत हो चुकी है. मछली पकड़ने वाली दो नौकाओं पर सवार मछुआरों का पता लगाने के प्रयास जारी हैं.

गुजरात के कच्छ जिले में बाढ़ में सड़क बह जाने के कारण वहां फंसे करीब 125 लोगों को वायुसेना ने बाहर निकाला.

ओडिशा

भारत के कई राज्यों में बाढ़ ने तबाही मचाई है अभी वहां पर समाप्त नहीं हुआ था कि तब तक ओडिसा में बाढ़ अपना रुप विनाशकारी रुप दिखाने लगी है.

ओडिसा में बलांगीर जिले में बाढ़ के कारण कई स्थानों पर रेलवे ट्रैक पर पानी बहने लगा. इसके कारण संबलपुर-टिटलागढ़ खंड पर अस्थायी रूप से ट्रेनों का आवागमन रोक दिया गया. जल स्तर में कमी के बाद ट्रेन सेवाएं फिर से शुरू कर दी जाएंगी.

ओडिशा में बाढ़ का कहर

जिला प्रशासन ने कालाहांडी, नुआपाड़ा, बोलनगीर और बरगढ़ में भारी वर्षा के कारण आज सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखने का आदेश दिया. बलांगीर शहर और आसपास के कई अन्य इलाकों में भारी वर्षा के कारण जलभराव हो गया.

ODRAF की टीमें निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने के लिए अभियान शुरू कर दिया है.

जम्मूकश्मीर

जम्मू कश्मीर के रियासी जिले में भूस्खलन के दौरान एक बड़े पत्थर के नीचे गिरने से एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गयी.

घटना जिले के महोर क्षेत्र के लार गांव में रविवार शाम को घटी, जिसमें दो लोग घायल हुए हैं.

उत्तराखंड

पर्वतीय राज्य उत्तराखंड में भारी बारिश से भूस्खलन हो गया. इस भूस्खलन में राज्य के चमोली जिले में तीन अलग-अलग गांवों 6 लोगों की मौत हो गई है.

चुफलागड नदी में आयी बाढ़ के तेज बहाव में इसके तट पर बनी दो इमारतें बह गईं.

पढ़ेंः जलप्रलयः वायनाड में बाढ़ पीड़ितों से मिलने पहुंचे राहुल गांधी

देहरादून में राज्य आपदा अभियान केंद्र ने बताया कि जिले के घाट इलाके में बंजबगड, अलीगांव और लांखी गांव में तीन घरों पर भूस्खलन का मलबा गिर जाने से वहां रहने वाले लोग फंस गए हैं.

राज्य के उत्तरकाशी, चमोली, देहरादून, टिहरी और हरिद्वार जिले में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. बागेश्वर और चमोली में स्कूल बंद रखने के दिया गया है.

नई दिल्लीः भारी बारिश और बाढ़ का कहर देश के कई राज्यों में जारी है. देश के 4राज्यों में ही करीब 200 लोगों की मौत बाढ़ की वजह से हो गई है. केरल,कर्नाटक,गुजरात और महाराष्ट्र की स्थिति बाढ़ के बेहद खराब हो गई है. तो वहीं जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड में बारिश के हुई भूस्खलन में 9 लोगों की मौत हो गई है.

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के थोड़ी राहत भरी खबर है कि इन क्षेत्रों में बारिश होना कम हो गया है, और जलस्तर घटना शुरू हो गया है. सिर्फ केरल में बाढ़ से मरने वालों की संख्या 86 पंहुच गई है.

राहुल गांधी ने आज वायनाड के चुडेंल में बने राहत शिविर का दौरा किया, और बाढ़ पीड़ितों से उनका हाल पूछा.

बता दें कि राहुल गांधी 11 अगस्त से केरल के दौरे पर है.

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वायनाड के एक राहत शिविर मेंं राहुल गांधी

कर्नाटक के सीएम बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि राज्य में बाढ से स्थिति बहुत खराब है. मैं भारत सरकार से अनुरोध करता हूं कि वह 10,000 करोड़ तुरंत जारी करे. गृह मंत्री अमित शाह और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी निरीक्षण किया. राज्य में 50,000 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है.16 अगस्त को, मैं इस बारे में पीएम से मिलने दिल्ली जा रहा हूं.

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बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का जायजा लेते मुख्यमंत्री बीएस येदुरप्पा

जाने राज्यवार बाढ़ की खबरें

केरल

केरल के लोगों के लिए राहत भरी खबर है. राज्य के कई हिस्सों में बारिश होना कम हो गया है, लेकिन बाढ़ अभी भी केरल में तांडव कर रही है. 86 लोगों की मौत बाढ़ से हो गई है. मृतकों की बढ़ भी सकती है क्योंकि मल्प्पुरम में 50 लोग अब भी लापता है. राज्य के मलप्पुरम, वायनाड, कोझिकोड और इडुक्की मूसलाधार बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं.

राहत शिविर

राज्य में बाढ़ पीड़ित लोगों के लिए राहत शिविर चलाये जा रहें है. प्रदेश में बाढ़ से पाड़ित 2.87 लाख लोग राहत शिविर में रह रहे हैं. मलप्पुरम में 59,351 लोग 240 राहत शिविरों में रह रहे हैं. वायनाड में 35,000 लोग रह रहे हैं.
कोझीकोड जिले में 60 हजार से अधिक लोगों को 209 राहत शिविरों में ले जाया गया है.

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केरल बाढ़ का आकड़ा

राहुल गांधी का केरल दौरा

काग्रेंस नेता और वायनाड के सांसद राहुल गांधी केरल के दौरे पर है.12 अगस्त को राहुल गांधी ने अपने वायनाड संसदीय क्षेत्र में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया. दक्षिण भारत के राज्यों में बाढ़ तथा भूस्खलन से प्रभावित लोगों की मदद करने का केन्द्र से अनुरोध किया.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केरल में अपने वायनाड संसदीय क्षेत्र में बुरी तरह प्रभावित पुथुमाला समेत बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया और आपदा से प्रभावित लोगों के पुनर्वास में हरसंभव मदद का आश्वासन दिया.

मुख्यमंत्री ने दिया निर्देश

मुख्यमंत्री पिनारयी विजयन ने जिला कलेक्टरों को राहत शिविरों में रह रहे लोगों को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिया है.

उन्होंने कहा कि बारिश प्रभावित क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बहाल करने और पेयजल उपलब्ध कराने के लिए कदम उठाये जाने चाहिए.

मुख्यमंत्री मंगलवार को मलप्पुरम और वायनाड जिलों का दौरा करेंगे.

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केरल के मुख्यमंत्री पिनारयी विजयन बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के दौरे पर आज

गृहमंत्री पर लगा आरोप

माकपा के पोलित ब्यूरो ने दावा किया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जानबूझकर हवाई सर्वेक्षण नहीं किया और इसके बजाय उन्होंने महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे भाजपा शासित राज्यों को चुना.

कर्नाटक

राज्य में बाढ़ से बुरा हाल है. प्रदेश के 17 जिले के 80 तालुके बाढ़ से प्रभावित है. बाढ़ सें मृतकों की संख्या बढ़कर 46 हो गई है. 12 लोग लापता है.

तुंगभद्रा नदीं उफान से यूनिस्कों धरोहर हम्पी पर खतरा मड़राने लगा है.

बाढ़ पीड़ितों का हाल लेने के मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा बाढ़ प्रभावित जिला शिवमोग्गा के दौरे पर गए हैं.

मुख्यमंत्री ने की मदद की घोषणा

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने राज्य में आयी बाढ़ और भूस्खलन में अपना घर गंवाने वाले लोगों को पुनर्निर्माण कार्य के लिये सोमवार को 5-5 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की.

राज्य सरकार ने क्षतिग्रस्त हुए घरों की मरम्मत के लिये एक-एक लाख रुपये की सहायता राशि देने और घर तैयार होने तक लोगों को किराये के मकान में रहने के लिये 5,000 रुपये प्रति महीने की सहायता राशि देने की घोषणा की.

महाराष्ट्र

महाराष्ट्र में 5 जिलों में बाढ़ अपना प्रकोप दिखा है. महाराष्ट्र में बाढ़ से करीब 4.5 लाख लोग प्रभावित है. कोल्हापुर और सांगली जिला में जिन सड़को पर गाड़िया दौड़ती थी वहां आज नाव चल रही है. राज्य में मौत की संख्या बढ़कर 43 पंहुच गयी है.

राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), वायुसेना, राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और स्थानीय प्रशासन बाढ़ प्रभावित

बाढ़ का पानी घटने के बाद महाराष्ट्र में कोल्हापुर के पास पिछले छह दिन से बंद मुंबई-बेंगलुरू राष्ट्रीय राजमार्ग-4 को सोमवार को यातायात के लिये आंशिक रूप से खोल दिया गया और जरूरी सामान से लदे वहां फंसे हजारों ट्रकों को आगे जाने की इजाजत दी गयी.

कोल्हापुर और कर्नाटक के बेलगाम के बीच भी यातायात की मंजूरी दी गयी.

पढ़ेंः कर्नाटक जलप्रलय : नाव पलटी, राहत और बचाव दल के दो सदस्य बहे

बाढ़ प्रभावित राज्यों में एहतियात बरती जा रही है क्योंकि अधिकतर नदियां उफान पर हैं और जलाशयों से पानी छोड़ा जा रहा है.

एक अधिकारी ने कहा, इन दस जिलों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल ने 29 टीमें, राज्य आपदा मोचन बल ने तीन, तटरक्षक बल ने 16 , नौसेना ने 41, सेना ने 10 टीमें तैनात की हैं.

गुजरात

गुजरात पिछले कई दिनों से हो रही बारिश के बाढ़ आ गई है. बाढ़ का लगातार राज्य को क्षति पंहुचाने में लगी है. गुजरात के मध्य गुजरात के मध्य भाग, सौराष्ट्र एवं कच्छ क्षेत्रों के कई हिस्सों में पिछले तीन दिनों से जबर्दस्त वर्षा हो रही है.

राज्य में 27 लोगों की मौत हो चुकी है. मछली पकड़ने वाली दो नौकाओं पर सवार मछुआरों का पता लगाने के प्रयास जारी हैं.

गुजरात के कच्छ जिले में बाढ़ में सड़क बह जाने के कारण वहां फंसे करीब 125 लोगों को वायुसेना ने बाहर निकाला.

ओडिशा

भारत के कई राज्यों में बाढ़ ने तबाही मचाई है अभी वहां पर समाप्त नहीं हुआ था कि तब तक ओडिसा में बाढ़ अपना रुप विनाशकारी रुप दिखाने लगी है.

ओडिसा में बलांगीर जिले में बाढ़ के कारण कई स्थानों पर रेलवे ट्रैक पर पानी बहने लगा. इसके कारण संबलपुर-टिटलागढ़ खंड पर अस्थायी रूप से ट्रेनों का आवागमन रोक दिया गया. जल स्तर में कमी के बाद ट्रेन सेवाएं फिर से शुरू कर दी जाएंगी.

ओडिशा में बाढ़ का कहर

जिला प्रशासन ने कालाहांडी, नुआपाड़ा, बोलनगीर और बरगढ़ में भारी वर्षा के कारण आज सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखने का आदेश दिया. बलांगीर शहर और आसपास के कई अन्य इलाकों में भारी वर्षा के कारण जलभराव हो गया.

ODRAF की टीमें निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने के लिए अभियान शुरू कर दिया है.

जम्मूकश्मीर

जम्मू कश्मीर के रियासी जिले में भूस्खलन के दौरान एक बड़े पत्थर के नीचे गिरने से एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गयी.

घटना जिले के महोर क्षेत्र के लार गांव में रविवार शाम को घटी, जिसमें दो लोग घायल हुए हैं.

उत्तराखंड

पर्वतीय राज्य उत्तराखंड में भारी बारिश से भूस्खलन हो गया. इस भूस्खलन में राज्य के चमोली जिले में तीन अलग-अलग गांवों 6 लोगों की मौत हो गई है.

चुफलागड नदी में आयी बाढ़ के तेज बहाव में इसके तट पर बनी दो इमारतें बह गईं.

पढ़ेंः जलप्रलयः वायनाड में बाढ़ पीड़ितों से मिलने पहुंचे राहुल गांधी

देहरादून में राज्य आपदा अभियान केंद्र ने बताया कि जिले के घाट इलाके में बंजबगड, अलीगांव और लांखी गांव में तीन घरों पर भूस्खलन का मलबा गिर जाने से वहां रहने वाले लोग फंस गए हैं.

राज्य के उत्तरकाशी, चमोली, देहरादून, टिहरी और हरिद्वार जिले में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. बागेश्वर और चमोली में स्कूल बंद रखने के दिया गया है.

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पीटीआई-भाषा संवाददाता 21:57 HRS IST




             
  • बाढ़ प्रभावित चार राज्यों में करीब 200 की मौत, अन्य जगहों पर वर्षाजनित हादसों में 14 लोग मारे गये



तिरुवनंतपुरम/देहरादून/अहमदाबाद, 12 अगस्त (भाषा) बाढ़ प्रभावित गुजरात, केरल, कर्नाटक और महाराष्ट्र में सोमवार को बचाव अभियान तेज कर दिये गये, वहीं कच्छ में एक जलमग्न सड़क से 120 से अधिक लोगों को हवाई मार्ग से निकाला गया। इन चार राज्यों में बाढ़ से अब तक करीब 200 लोग मारे जा चुके हैं, वहीं उत्तराखंड और जम्मू में भारी बारिश के कारण भूस्खलन की घटनाओं में नौ लोगों की मौत हो गयी।



पश्चिम बंगाल और ओडिशा में सोमवार को बारिश से जुड़ी घटनाओं में पांच लोगों की मौत हो गयी।



अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ प्रभावित राज्यों के कई इलाकों में बारिश कम हो गयी है, जहां 12 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और जलमग्न इलाकों से जलस्तर घटना शुरू हो गया है।



आधिकारिक आंकड़े के अनुसार मानसूनी बारिश के प्रकोप के चलते केरल में सोमवार को मृतक संख्या बढ़कर 83 हो गयी जबकि कर्नाटक, गुजरात और महाराष्ट्र में अब तक 116 लोगों की मौत हुई है।



गुजरात के कच्छ जिले में बाढ़ में सड़क बह जाने के कारण वहां फंसे करीब 125 लोगों को वायुसेना ने निकाला जबकि कर्नाटक और महाराष्ट्र में भारी बारिश एवं भूस्खलन से क्षतिग्रस्त हुईं सड़कों की मरम्मत का कार्य शुरू हो गया है।



भारी बारिश और भूस्खलन से जूझ रहे पर्वतीय राज्य उत्तराखंड के चमोली जिले में तीन अलग-अलग गांवों में एक महिला और नौ महीने की उसकी बेटी समेत छह लोग भूस्खलन की चपेट में आकर जिंदा दफन हो गये।



चुफलागड नदी में आयी बाढ़ के तेज बहाव में इसके तट पर बनी दो इमारतें बह गयीं।



देहरादून में राज्य आपदा अभियान केंद्र ने बताया कि जिले के घाट इलाके में बंजबगड, अलीगांव और लांखी गांव में तीन घरों पर भूस्खलन का मलबा गिर जाने से वहां रहने वाले लोग फंस गये।



केंद्र ने बताया कि छह लोगों की दम घुटने से मौत हो गयी।



जम्मू कश्मीर के रियासी जिले में भूस्खलन के दौरान एक बड़े पत्थर के नीचे गिरने से एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गयी।



घटना जिले के महोर क्षेत्र के लार गांव में रविवार शाम को घटी, जिसमें दो लोग घायल हुए हैं।



इस बीच बाढ़ प्रभावित कई राज्यों में सोमवार को कई सड़कें यातायात की आंशिक आवाजाही के लिये खोल दी गयीं, जिसमें सिर्फ जरूरी सामान से लदे ट्रकों को पहले आवागमन की मंजूरी दी गयी।



बाढ़ का पानी घटने के बाद महाराष्ट्र में कोल्हापुर के पास पिछले छह दिन से बंद मुंबई-बेंगलुरू राष्ट्रीय राजमार्ग-4 को सोमवार को यातायात के लिये आंशिक रूप से खोल दिया गया और जरूरी सामान से लदे वहां फंसे हजारों ट्रकों को आगे जाने की इजाजत दी गयी।



कोल्हापुर और कर्नाटक के बेलगाम के बीच भी यातायात की मंजूरी दी गयी।



बाढ़ प्रभावित राज्यों में एहतियात बरती जा रही है क्योंकि अधिकतर नदियां उफान पर हैं और जलाशयों से पानी छोड़ा जा रहा है।



कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को केरल में अपने वायनाड संसदीय क्षेत्र में बुरी तरह प्रभावित पुथुमाला समेत बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया और आपदा से प्रभावित लोगों के पुनर्वास में हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।



कर्नाटक में 17 जिलों के 80 तालुके बाढ़ और बारिश से प्रभावित हुए हैं और राज्य सरकार ने मृतक संख्या 42 बताई है। 12 लोग लापता हैं।



कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने राज्य में आयी बाढ़ और भूस्खलन में अपना घर गंवाने वाले लोगों को पुनर्निर्माण कार्य के लिये सोमवार को 5-5 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की।



राज्य सरकार ने क्षतिग्रस्त हुए घरों की मरम्मत के लिये एक-एक लाख रुपये की सहायता राशि देने और घर तैयार होने तक लोगों को किराये के मकान में रहने के लिये 5,000 रुपये प्रति महीने की सहायता राशि देने की घोषणा की।



महाराष्ट्र में सोमवार को मृतक संख्या बढ़कर 43 पहुंच गयी। रविवार को करीब 4.48 लाख लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से बचाया गया था। इन्हें 372 अस्थाई शिविरों में भेजा गया।



गुजरात में मछली पकड़ने वाली दो नौकाओं पर सवार मछुआरों का पता लगाने के प्रयास जारी हैं। राज्य में पिछले पांच दिन में बारिश की घटनाओं में करीब 31 लोग मारे गये।



राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), वायुसेना, राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और स्थानीय प्रशासन बाढ़ प्रभावित राज्यों में राहत एवं बचाव कार्य में जुटे हैं।



राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार का दिन उमस भरा रहा, जहां न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस बना रहा।



सुबह साढ़े आठ बजे तक हवा में नमी का स्तर 84 प्रतिशत दर्ज किया गया। सुबह साढ़े आठ बजे तक सफदरजंग वेधशाला ने 0.2 मिमी बारिश जबकि लोधी रोड में यह 0.8 मिमी दर्ज की गयी।







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पीटीआई-भाषा संवाददाता 20:10 HRS IST




             
  • केरल बारिश: मृतकों की संख्या 76 पहुंची, 2.87 लाख लोग राहत शिविरों में रह रहे



तिरुवनंतपुरम, 12 अगस्त (भाषा) केरल के कई हिस्सों में बारिश में कमी आने के साथ मलप्पुरम और वायनाड जिलों के भूस्खलन प्रभावित कवलप्पारा और पुथुमाला में तलाश अभियान जारी है। वहीं, मानसून की बारिश से जुड़ी घटनाओं में राज्य में मरने वालों की संख्या सोमवार को बढ़ कर 76 हो गयी जबकि 2.87 लाख लोग राहत शिविरों में रह रहे हैं।



मृतकों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि मलप्पुरम में 50 लोग अब भी लापता है।



राज्य के 14 जिलों के लिए मंगलवार को बारिश का कोई ‘रेड अलर्ट’ जारी नहीं किया गया ,लेकिन छह राज्यों के लिए ‘‘ऑरेंज अलर्ट’’ जारी किया गया है।



हालांकि, भारतीय मौसम विभाग के अनुसार दक्षिणी केरल में अगले दो दिन में भारी बारिश होने का अनुमान है।



राज्य के मलप्पुरम, वायनाड, कोझिकोड और इडुक्की मूसलाधार बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं।



मलप्पुरम में आठ अगस्त से भारी बारिश के कारण भूस्खलन हुए और कवलप्पारा तथा कोट्टाकुन्नु में 24 लोगों की मौतें हुई।



गत आठ अगस्त से मलप्पुरम में 24, कोझीकोड में 17 और वायनाड में 12 और शव मिलने के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 76 हो गई है।



मलप्पुरम में 59,351 लोग 240 राहत शिविरों में रह रहे है।



पड़ोसी वायनाड के पुथुमाला में हुए भूस्खलन से 12 लोगों की मौत हो चुकी है और सात अन्य लापता बताये जा रहे हैं।



एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि जिले के 212 राहत शिविरों में 35 हजार लोग शरण लिये हुए हैं।



कोझीकोड जिले में 17 लोगों की मौत होने की सूचना है और 60 हजार से अधिक लोगों को 209 राहत शिविरों में ले जाया गया है।



इस बीच, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को अपने वायनाड संसदीय क्षेत्र में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया और दक्षिण भारत के राज्यों में बाढ़ तथा भूस्खलन से प्रभावित लोगों की मदद करने का केन्द्र से अनुरोध किया।



गांधी ने कहा, ‘‘यह न केवल वायनाड के लिए, बल्कि केरल और कुछ दक्षिणी राज्यों के लिए भी त्रासदी है। यह केवल वायनाड का मुद्दा नहीं है, यह केरल का मुद्दा है, यह कर्नाटक का मुद्दा है।’’ 



कांग्रेस नेता ने अपने संसदीय क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति पर सरकारी अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक में शामिल होने के बाद कलपेट्टा में पत्रकारों से कहा, ‘‘मुझे लगता है कि केंद्र सरकार को इन राज्यों के लोगों पर ध्यान देने और व्यापक पैमाने पर समर्थन करने की आवश्यकता है।’’ 



मुख्यमंत्री पिनारयी विजयन ने सोमवार को जिला कलेक्टरों को राहत शिविरों में रह रहे लोगों को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।



उन्होंने कहा कि बारिश प्रभावित क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बहाल करने और पेयजल उपलब्ध कराने के लिए कदम उठाये जाने चाहिए।



विजयन ने वीडियो कांफ्रेंस के जरिये कलेक्टरों के साथ एक समीक्षा बैठक के दौरान जिले के अधिकारियों को उन लोगों को अस्थायी आवास उपलब्ध कराने को कहा है जिनके मकान ढह गये है।



मुख्यमंत्री मंगलवार को मलप्पुरम और वायनाड जिलों का दौरा करेंगे।



माकपा के पोलित ब्यूरो ने दावा किया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का ‘‘जानबूझकर’’ हवाई सर्वेक्षण नहीं किया और इसके बजाय उन्होंने महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे भाजपा शासित राज्यों को चुना।


Conclusion:
Last Updated : Sep 26, 2019, 8:24 PM IST
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