नई दिल्लीः केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को निर्देश दिया है कि कोविड 19 वायरस की रोकथाम के लिए उच्च जोखिम वाले स्वास्थ्य कार्यकर्ता एक सप्ताह के लिए क्वारंटाइन किए जाएं.
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा है कि कोविड ड्यूटी करते समय वायरस के उच्च जोखिम वाले व्यक्तियों को शुरू में केवल एक सप्ताह के लिए क्वारंटाइन से गुजरना होगा.
ऐसे में स्वास्थ्य कर्मचारियों की प्रोफाइल को देखते हुए एक सप्ताह की अवधि के लिए क्वारंटाइन का विस्तार करने का निर्णय लिया गया है. अग्रवाल ने कहा कि क्वारंटाइन के जरिए ही इस बीमारी के प्रसार को रोका जा सकता है.
उन्होंने कहा कि हेल्थकेयर कार्यकर्ता Covid19 प्रबंधन में सबसे आगे हैं.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने पहले कोविड के संपर्क में आने वाले डॉक्टरों और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के जोखिम मूल्यांकन और श्रेणीकरण के बारे में सलाह जारी की है और उन्हें उच्च जोखिम और कम जोखिम के रूप में बांटा है.
उन्होंने कहा कि डॉक्टरों और स्वास्थ्य देखभाल में लगे कर्मचारियों द्वारा इस तरह के क्वारंटाइन को ड्यूटी पर माना जाएगा. उन्होंने बताया कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के अनुसार कोविड 19 के कारण 196 डॉक्टरों की जान चली गई है.
आंकड़ों के अनुसार स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या में भी तेजी से वृद्धि हुयी है और यह बढ़कर 15 लाख से अधिक हो गया है. पिछले 24 घंटों में रिकॉर्ड 54,859 लोग स्वस्थ हुए हैं.
रिकवरी रेट अब सक्रिय मामले से 9 लाख से अधिक हो गई है, एक मामले में मृत्यु दर 2 प्रतिशत के नए स्तर पर है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों में कहा गया है कि 70 प्रतिशत की रिकवरी दर के बावजूद 15,35,743 मरीज स्वस्थ हुए हैं. देश भर में 6,34,945 सक्रिय मामले हैं.
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भारत में 17 जुलाई को संक्रमित लोगों की संख्या दस लाख को पार कर 10,03,832 तक पहुंच गयी थी. वहीं कोविड-19 के कारण 25,602 मौतें हुयी थीं. सात अगस्त को कोरोना वायरस के मामलों की संख्या 41,585 मौतों के साथ 20,27,074 थी.
गौरतलब है कि Covid 19 मामले अभी भी 10 राज्यों में केंद्रित हैं जो नए मामलों में 80 प्रतिशत से अधिक है.