नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून, 2019 (सीएए) के खिलाफ दिल्ली के मौजपुर में प्रदर्शन हो रहा है. इसी दौरा हुई फायरिंग और पथराव में एक हेड कॉन्स्टेबल रतनलाल की मौत हो गई. बुराड़ी स्थित अमृत विहार कॉलोनी में जैसे ही उनके घर पर यह खबर पहुंची परिजनों में शोक की लहर दौड़ गई. रतनलाल की पत्नी बेहोश हैं और उनकी हालत खराब होने की सूचना है.
परिजनों में पसरा मातम
बता दें कि अमृत विहार कॉलोनी स्थित रतनलाल के घर में उनकी पत्नी और तीन छोटे बच्चे हैं. रतन लाल की दो लड़की और एक लड़का है. रतन का बाकी परिवार राजस्थान के सीकर के पैतृक गांव थापली में रहता है. घटना की जानकारी मिलने के बाद रतनलाल के रिश्तेदार घर पर पहुंच गए हैं. रिश्तेदारों ने कहा कि उन्हें सिर्फ इतना ही पता चला है कि रतन लाल को गोली लगी है, उन्हें गोली लगी है या सिर में कुछ पत्थर लगे हैं इसकी अभी कोई साफ जानकारी नहीं है.
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1998 में भर्ती हुए थे रतनलाल
बता दें कि हेड कॉन्स्टेबल रतनलाल 1998 में दिल्ली पुलिस में भर्ती हुए थे. पिछले 7 साल से वो एसीपी कार्यालय गोकुलपुरी में तैनात थे. रतनलाल के परिवार में उनके अलावा कोई कमाने वाला नहीं है. उनके पिता की पहले ही मौत हो चुकी है, वहीं उनकी मां गांव में रहती है और उनके दो छोटे भाई हैं जो खेती कर आजीविका चला रहे हैं.