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इजरायल के PM ने हरियाणा पुलिस के जवान को बुलावा भेजा, जानें कामयाबी के राज

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Published : Jul 16, 2019, 12:07 PM IST

Updated : Jul 16, 2019, 12:54 PM IST

आज हम आपको एक ऐंसे किसान के बारे में बताने जा रहै हैं जिन्होंने कैंसर जैसी जानलेवा बिमारी से सबक लिया और जहर मुक्त खेती के बारे में सोचा. ये हैं खण्डा खेड़ी गांव के किसान और हरियाणा पुलिस में तैनात जवान विक्रम सिंधु. जानें किस तरीके से उन्होंने जहर मुक्त खेती का इतिहास रचा...

हरियाणा पुलिस के जवान विक्रम सिंधु

जींद: हरियाणा पुलिस में तैनात जवान विक्रम सिंधु कृषि तकनीकों का प्रयोग करके आज देश के सामने मिसाल बन चके हैं. विक्रम सिंधु ने आज के युग में रसायनिक खेती को छोड़ पारंपरिक खेती को बढ़ावा देना का बीड़ा उठाया है. विक्रम संधु ना सिर्फ इस तकनीक का इस्तेमाल करते हैं. बल्कि सैकड़ों किसानों को पारंपरिक खेती करने के लिए बढ़ावा देते हैं.

हरियाणा पुलिस के जवान ने जहर मुक्त खेती कर रचा इतिहास

अपने खेत में विक्रम ने बनाया किसान प्रशिक्षण केंद्र

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विक्रम सिंधु ने जहर मुक्त खेती कर रचा इतिहास
जहर मुक्त खेती को बढ़ावा देने के लिए विक्रम ने अपने गांव में ही किसान परीक्षण केंद्र बनाया है. जहां एक बार में 400 से ज्यादा किसानों को यूरिया, डीएपी जैसी जहरीली खाद का इस्तेमाल ना करने और जीवामृत खाद बनाने की ट्रेनिंग दी जाती है. आज तक इनके अभियान में हरियाणा, यूपी, बिहार, पंजाब, राजस्थान और छत्तीसगढ़ जैसे कई राज्यों के 18,000 से ज्यादा लोग जुड़ चुके हैं. ये परीक्षण पूरी तरह से नि:शुल्क होता है. ट्रेनिंग के दौरान रहने वाले किसानों के खाने-पीने और रहने की भी निशुल्क व्यवस्था की गई है.
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विक्रम सिंधु ने जहर मुक्त खेती कर रचा इतिहास

पढ़ें: 70% किसानों वाले देश में किसानों की अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी- भारतीय किसान यूनियन

8 मौतों की खबर पढ़ कुछ अलग करने का लिया फैसला
जब हमने विक्रम संधु से पूछा कि उन्हें इस काम की प्रेरणा कहां से मिली तो उन्होंने बताया कि उन्हें हिसार जिले के गांव खण्डा खेड़ी में 2013 में एक साथ कैंसर से हुई 8 मौतों ने बड़ा झटका दिया था. विशेषज्ञों का मानना था कि सभी मौतों के पीछे का कारण अत्यधिक रसायन युक्त खेती है. बस फिर क्या था विक्रम सिंधु ने गांव में कुदरती खेती यानी जहर मुक्त खेती करने का निर्णय ले लिया.

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विक्रम सिंधु ने जहर मुक्त खेती कर रचा इतिहास

1 एकड़ से 6-8 लाख रुपये की होती है कमाई
विक्रम सिंधु ने अपने ही खेत में एक मल्टी-क्रापिंग मॉडल तैयार किया है जिससे सब्जी, अनाज और फल एक साथ पैदा किये जा सकते हैं. उनका कहना है कि यदि इस तरीके से खेती की जाए तो 1 एकड़ से 6-8 लाख रुपये की कमाई की जा सकती है और किसान अपनी आय बढ़ा सकते हैं.

इजराइल पीएम के सलाहकार भी हुए विक्रम के फैन!
विक्रम का जहर मुक्त खेती अभियान इजराइल को भी पसंद आया. इजराइल के प्रधानमंत्री नेतनयाहू के विदेशी मामलों के सलाहाकर मेहंदी सफा ने पहले सिपाही विक्रम के खेत का दौरा किया और अब उन्हें इजराइल बुलाया है ताकि वहां के किसानों को भी जहर मुक्त खेती कैसे की जाती है इसके बारे में जानकारी दी जा सके. इतना ही नहीं देश के केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर व पशुपालन मंत्री गिरिराज सिंह ने भी पिछले दिनों सिपाही विक्रम सिंधु को जहर मुक्त खेती अभियान के बारे में जानकारी देने के लिए बुलाया है.

जींद: हरियाणा पुलिस में तैनात जवान विक्रम सिंधु कृषि तकनीकों का प्रयोग करके आज देश के सामने मिसाल बन चके हैं. विक्रम सिंधु ने आज के युग में रसायनिक खेती को छोड़ पारंपरिक खेती को बढ़ावा देना का बीड़ा उठाया है. विक्रम संधु ना सिर्फ इस तकनीक का इस्तेमाल करते हैं. बल्कि सैकड़ों किसानों को पारंपरिक खेती करने के लिए बढ़ावा देते हैं.

हरियाणा पुलिस के जवान ने जहर मुक्त खेती कर रचा इतिहास

अपने खेत में विक्रम ने बनाया किसान प्रशिक्षण केंद्र

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विक्रम सिंधु ने जहर मुक्त खेती कर रचा इतिहास
जहर मुक्त खेती को बढ़ावा देने के लिए विक्रम ने अपने गांव में ही किसान परीक्षण केंद्र बनाया है. जहां एक बार में 400 से ज्यादा किसानों को यूरिया, डीएपी जैसी जहरीली खाद का इस्तेमाल ना करने और जीवामृत खाद बनाने की ट्रेनिंग दी जाती है. आज तक इनके अभियान में हरियाणा, यूपी, बिहार, पंजाब, राजस्थान और छत्तीसगढ़ जैसे कई राज्यों के 18,000 से ज्यादा लोग जुड़ चुके हैं. ये परीक्षण पूरी तरह से नि:शुल्क होता है. ट्रेनिंग के दौरान रहने वाले किसानों के खाने-पीने और रहने की भी निशुल्क व्यवस्था की गई है.
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विक्रम सिंधु ने जहर मुक्त खेती कर रचा इतिहास

पढ़ें: 70% किसानों वाले देश में किसानों की अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी- भारतीय किसान यूनियन

8 मौतों की खबर पढ़ कुछ अलग करने का लिया फैसला
जब हमने विक्रम संधु से पूछा कि उन्हें इस काम की प्रेरणा कहां से मिली तो उन्होंने बताया कि उन्हें हिसार जिले के गांव खण्डा खेड़ी में 2013 में एक साथ कैंसर से हुई 8 मौतों ने बड़ा झटका दिया था. विशेषज्ञों का मानना था कि सभी मौतों के पीछे का कारण अत्यधिक रसायन युक्त खेती है. बस फिर क्या था विक्रम सिंधु ने गांव में कुदरती खेती यानी जहर मुक्त खेती करने का निर्णय ले लिया.

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विक्रम सिंधु ने जहर मुक्त खेती कर रचा इतिहास

1 एकड़ से 6-8 लाख रुपये की होती है कमाई
विक्रम सिंधु ने अपने ही खेत में एक मल्टी-क्रापिंग मॉडल तैयार किया है जिससे सब्जी, अनाज और फल एक साथ पैदा किये जा सकते हैं. उनका कहना है कि यदि इस तरीके से खेती की जाए तो 1 एकड़ से 6-8 लाख रुपये की कमाई की जा सकती है और किसान अपनी आय बढ़ा सकते हैं.

इजराइल पीएम के सलाहकार भी हुए विक्रम के फैन!
विक्रम का जहर मुक्त खेती अभियान इजराइल को भी पसंद आया. इजराइल के प्रधानमंत्री नेतनयाहू के विदेशी मामलों के सलाहाकर मेहंदी सफा ने पहले सिपाही विक्रम के खेत का दौरा किया और अब उन्हें इजराइल बुलाया है ताकि वहां के किसानों को भी जहर मुक्त खेती कैसे की जाती है इसके बारे में जानकारी दी जा सके. इतना ही नहीं देश के केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर व पशुपालन मंत्री गिरिराज सिंह ने भी पिछले दिनों सिपाही विक्रम सिंधु को जहर मुक्त खेती अभियान के बारे में जानकारी देने के लिए बुलाया है.

Intro: जींद-भिवानी रोड़ पर स्थित हिसार जिले के गांव खण्डा खेड़ी में 2013 में एक साथ कैंसर से हुई 8 मौतों ने हरियाणा पुलिस के जवान विक्रम सिंधु को बड़ा झटका दिया था. विशेषज्ञों का मानना था कि सभी मौतों के पीछे का कारण अत्यधिक रसायन युक्त खेती है. बस फिर क्या था विक्रम सिंधु ने गांव में कुदरती खेती यानी जहर मुक्त खेती करने का निर्णय ले लिया. इन्होंने न केवल जहर मुक्त खेती को अपनाया बल्कि इसको लेकर अन्य किसानों को भी जागरूक करने के लिए अभियान चलाया है.  आज तक इनके अभियान में देश के कई राज्यो के 18,000 से ज़्यादा लोग जुड़ चुके हैं. वह कुदरती खेती के साथ-साथ किसानों को जीवामृत खाद बनाने का निशुल्क प्रशिक्षण देते हैं, सिपाही विक्रम सिंधु भिवानी जिले की पुलिस लाइन में तैनात हैं और वह ड्यूटी के साथ-साथ ही अपने इस अभियान को आगे बढ़ा रहे

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अपने खेत ही बने किसान प्रशिक्षण केंद्र

जहर मुक्त खेती को बढ़ावा देने के लिए विक्रम ने अपने गाँव मे ही किसान परीक्षण केंद्र बनाया है. जहां एक बार में 400 से ज्यादा किसानों को यूरिया, डीएपी जैसी जहरीली खाद का इस्तेमाल न करने और जीवामृत खाद बनाने की ट्रेनिंग दी जाती है. यह परीक्षण पूरी तरह से नि:शुल्क होता है. ट्रेनिंग के दौरान रहने वाले किसानों के खाने-पीने और रहने की भी निशुल्क व्यवस्था की गई है. अभी तक भारत के कई राज्यों जैसे हरियाणा, यूपी, बिहार, पंजाब, राजस्थान और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों के 18000 ज्यादा किसानों ने जहर मुक्त खेती करने का प्रशिक्षण लिया है. जिसमें से अधिकतर किसानों का कहना है कि वे जहर मुक्त खेती विधि से खेती करके कम लागत में अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं.



विक्रम सिंधु ने अपने ही खेत में एक मल्टी-क्रापिंग मॉडल तैयार किया है जिससे सब्जी, अनाज और फल एक साथ पैदा किये जा सकते हैं. उनका कहना है कि यदि इस तरीके से खेती की जाए तो 1 एकड़ से 6-8 लाख रूपये की कमाई की जा सकती है. और किसान अपनी आय बढ़ा सकते है ।


विक्रम का जहर मुक्त खेती अभियान इजराइल को भी पसंद आया। इजराइल के प्रधानमंत्री नेतनयाहू के विदेशी मामलों के सलाहाकर मेहंदी सफा ने पहले सिपाही विक्रम के खेत का दौरा किया और अब उन्हें इजराइल बुलाया है। ताकि वहां के किसानों को भी जहर मुक्त खेती कैसे की जाती है इसके बारे में जानकारी दी जा सके। इतना ही नहीं देश के केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर व पशुपालन मंत्री गिरिराज सिंह ने भी पिछले दिनों सिपाही विक्रम को जहर मुक्त खेती अभियान के बारे में जानकारी देने के लिए बुलाया है।


जहर मुक्त खेती व मल्टी क्रॉप फार्मिंग को बढ़ावा देने के लिए 3 व 4 अगस्त को अपने खेत में बड़े स्तर पर प्रशिक्षण शिविर का आयोजन कर रहे हैं। इसमे देश भर के किसानों के पहुंचने की उम्मीद है , जो किसान जहर मुक्त खेती अभियान के तहत ट्रेनिंग लेना चाहें तो विक्रम सिंधु से संपर्क कर इस अभियान का हिस्सा बन सकते हैं. 9416748922, 7357895868

Conclusion:
Last Updated : Jul 16, 2019, 12:54 PM IST
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