नई दिल्ली : पाकिस्तान अलग-अलग अंतरराष्ट्रीय मंच पर कश्मीर के मुद्दे को उठाता रहा है. हाल ही में पाकिस्तान सीनेट के अध्यक्ष ने एशियन पार्लियामेंट्री असेंबली को एक पत्र लिखा. इस पत्र में उन्होंने 2019 के लिए निर्धारित एपीए प्लेनरी की मेजबानी के चलते अपने देश की अक्षमता के लिए जम्मू-कश्मीर में विकास को दोषी ठहराया.
ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन के डायरेक्टर प्रो. हर्ष वी पंत ने इस संबंध में ईटीवी भारत से खास बातचीत की.
प्रो. पंत ने इसे बिल्कुल भी आश्चर्यजनक नहीं बताया है. उन्होंने कहा कि भारत को भविष्य में इस तरह की घटनाओं के लिए तैयार रहना चाहिए.
प्रो. पंत ने कहा, 'पाकिस्तान भी इस तथ्य से वाकिफ है कि भारत को कश्मीर पर दुनिया का समर्थन प्राप्त है. वह इस मुद्दे को अब अलग-अलग मंचों पर उठाएगा. मुझे लगता है कि यह उनका इस मुद्दे पर आगे बढ़ने का तरीका है.'
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बता दें, इसी बीच पाकिस्तान को बेल्ग्रेड में एशियाई संसदीय विधानसभा की बैठक में वरिष्ठ कांग्रेस नेता और तिरुवनंतपुरम के सांसद शशि थरूर से जवाब मिला.
थरूर ने पाकिस्तान सीनेट के अध्यक्ष के पत्र को खारिज किया. उन्होंने पाक पर अनावश्यक रूप से एपीए मंच का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया.
थरूर ने इसे भारत का आंतरिक मामला बताते हुए दावा किया कि, जम्मू-कश्मीर में कुछ भी ऐसा नहीं है, जो उनके देश में रहने और काम करने की स्थिति को प्रभावित करता हो.