अहमदाबाद/लखनऊ : अहमदाबाद के एक कोर्ट ने हिन्दू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या के मामले में बुधवार को दोनों हत्यारोपियों - अशफाक व मोइनुद्दीन को 72 घंटे की ट्रांजिट रिमांड पर रखने की मंजूरी दी. इसके साथ ही दोनों को लखनऊ लाने की तैयारियां शुरू हो गयी हैं. इधर लखनऊ में कमलेश तिवारी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट जारी की गयी, जिसमें मृतक के शरीर पर 15 बार चाकू से हमले का जिक्र है. इसी बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने कमलेश की विधवा को आर्थिक मदद के रूप में 15 लाख रुपये देने की भी घोषणा की. इस घटना पर गुजरात हिन्दू महासभा के अध्यक्ष जैमिन दवे ने भी प्रतिक्रिया दी है.
गौरतलब है कि मंगलवार की रात दोनों आरोपियों - अशफाक और मोहनुद्दीन की राजस्थान-गुजरात सीमा से गिरफ्तार किया गया था. गुजरात एटीएस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर इन्हें मीडिया के सामने पेश किया था. इसके बाद यूपी पुलिस के अधिकारी दोनों को लेने के लिए लखनऊ से अहमदाबाद रवाना हो गये थे.
अहमदाबाद की स्थानीय अदालत में बुधवार की दोपहर दोनों आरोपियों को पेश किया गया, जहां जज ने दोनों को 72 घंटे की ट्रांजिट रिमांड पर यूपी पुलिस को सौंप दिया.
दोनों आरोपियों को लखनऊ लाने की तैयारी
अदालत से रिमांड मिलने के बाद अब यूपी पुलिस इन्हें यथाशीघ्र अहमदाबाद से लखनऊ लाने की तैयारी कर रही है. समझा जाता है कि पुलिस बुधवार रात या गुरुवार सुबह तक दोनों आरोपियों को कड़ी सुरक्षा में लखनऊ शिफ्ट कर सकती है.
यूपी सरकार की ओर से कमलेश की विधवा को 15 लाख रुपये की आर्थिक मदद की घोषणा
इस बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कमलेश तिवारी के परिवार की मदद के लिए उनकी पत्नी को तात्कालिक रूप से 15 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दिये जाने की घोषणा की है. इसके साथ ही परिवार को महमूदाबाद तहसील सीतापुर में आवास की सुविधा प्रदान करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिये हैं.
मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में
योगी सरकार ने इस हत्याकांड की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में कराने का फैसला किया है. सरकार ने मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए इस आशय का फैसला किया है.
बता दें, कमलेश तिवारी हत्याकांड उत्तर प्रदेश का बहुचर्चित हत्याकांड है. इसमें दोनों हत्यारों ने कमलेश तिवारी की दर्दनाक हत्या को अंजाम दिया. दोनों हत्यारों ने किस बेदर्दी से कमलेश तिवारी की हत्या की थी, इसका अंदाजा पोस्टमार्टम रिपोर्ट से लगाया जा सकता है.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार कमलेश तिवारी के शरीर पर करीब 15 बार चाकू से हमला किया गया. उनके सीने में बाईं तरफ 7 बार चाकू से वार किया गया. चाकू के हमले से उनके शरीर में घाव के चार सेंटीमीटर गहरे निशान मिले हैं.
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कमलेश तिवारी के चेहरे पर गोली लगने के निशान भी हैं. ऐसे में यह कहा जा सकता है कि हत्यारों ने कमलेश तिवारी के चेहरे पर गोली मारी थी. वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में धारदार चाकू से गला रेतने की भी पुष्टि हुई है. कलमेश तिवारी के शरीर पर दो जगह चाकू से हमला किया गया है.
अशफाक गुजरात मे संचालित हिन्दू संगठनों के सम्पर्क में था : दवे
इस बीच गुजरात हिन्दू महासभा के अध्यक्ष जैमिन दवे ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा, 'कमलेश तिवारी हत्याकांड का आरोपी अशफाफ गुजरात में संचालित छोटे-बड़े हिन्दू संगठनों के सम्पर्क में था और मैंने उसको आईडी के आधार पर हिन्दू समाज पार्टी से जोड़ा था, क्योंकि आईडी में उसका नाम रोहित सोलंकी लिखा हुआ था.'