गुवाहटी: असम में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्ट्रेशन ( एनआरसी) के आखिरी दिन से ठीक एक दिन पहले ऑल बोडो विद्यार्थी परिषद ( एबीएसयू) ने शुक्रवार को केंद्र से अपील की है कि वो क्षेत्र में रहने वाले लोगों की सुरक्षा के लिए कोई नीति बनाए.
एबीएसयू के अध्यक्ष प्रमोद बोरो ने कहा है कि बाहर से आए लोगों ने पहले ही जमीनों पर कब्जा कर लिया है. उन्होंने कहा कि अप्रवासी लोग कहीं भी कहीं भी हो सकते हैं. हम शांति से रहना चाहते हैं. हम चाहते हैं कि अवैध प्रवासियों और अविभाज्य लोगों के बीच अंतर होना चाहिए.
बोरो ने कहा कि अवैध रूप से आ रहे शरणार्थियों के कारण राज्य में एक बड़ी समस्या खड़ी हो गई है. ऐसा सिर्फ असम में ही नहीं हो रहा है बल्कि पूरे असम का यह ही हाल है.
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट की देखरेख में शनिवार को एनआरसी की अंतिम सूची जारी की जाएगी.
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बोरो ने कहा कि सरकार को एक नीति लानी चाहिए ताकि फिर से ऐसी ही स्थिति उत्पन्न न हो.
गौरतलब है कि कई मौकों पर, असम के बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल (बीटीसी) क्षेत्र में रहने वाले बोडो ने अवैध घुसपैठियों के खिलाफ आवाज उठाई है. इतना ही नहीं कई बार बीटीसी के अंतर्गत आने वाले अवैध प्रवासियों और बोडो के बीच कई बार हिंसा भी देखने को मिली है.