नई दिल्ली: देश भर के छोटे और सीमांत किसानों के लिये कृषि मंत्रालय ने ओला और उबेर की तर्ज पर ऐसे एंड्रॉयड ऐप लॉन्च किये हैं जिनके माध्यम से अब किसान उच्च तकनीक वाले कृषि यंत्र किराये पर ले सकते हैं.
आज दिल्ली के कृषि भवन में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर और केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने इस ऐप को औपचारिक रूप से किसानों के लिये शुरू कर दिया है.
'CHC-फार्म मशीनरी' नाम के इस ऐप से देश भर में 40000 से अधिक कस्टम हायरिंग सेवा केंद्र और 1 लाख 20 हजार से अधिक कृषि यंत्र पहले ही पंजीकृत हो चुके हैं .
पढ़ें-सेब से भी महंगा हुआ प्याज, जानें किस शहर में कितना है रेट
छोटे और सीमांत किसान जो मंहगे और आधुनिक कृषि यंत्र खरीदने में सक्षम नहीं हैं उनके लिये ये बड़ी खबर है. अब छोटे किसान भी अपने खेतों में महंगे से महंगे मशीनरी का इस्तेमाल कर अपने खेतों की उत्पादकता को बढ़ा सकते हैं.
आगे चल कर इन कस्टम हायरिंग केन्द्रों की संख्या को और बढ़ाने का लक्ष्य भी रखा गया है.
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने इसे ऐतहासिक बताते हुए कहा है कि इससे किसानों को बड़ी सुविधा मिलेगी.
अब किसान न केवल ऐप के माध्यम से उन्हें जो भी मशीनरी चाहिये उसको बुक कर सकते हैं और कौन कौन से कृषि यंत्र उनके नजदीकी कस्टम हायरिंग केंद्रों पर उपलब्ध हैं ये भी देख सकते हैं.
पढ़ेंः जब अधिकारियों ने कोई गलती नहीं की तो फिर चिदंबरम कैसे जिम्मेदार: मनमोहन सिंह
साथ ही किस मशीन को किराये पर लेने के लिये कितना शुल्क देना होगा उसका ब्यौरा भी ऐप्प पर उपलब्ध होगा. किसान अपने सुविधा अनुसार हायरिंग की दर को एक दूसरे से तुलना कर अपने पसंद के यंत्र जिस केंद्र से भी चाहें बुक कर सकते हैं .
इस ऐप्प को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है.