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मोदी सरकार 'सबका साथ, सबका विकास' नहीं, अडानी और अंबानी के साथ : डी. राजा - सबका साथ सबका विकास

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) के महासचिव डी. राजा ने आरोप लगाया है कि मोदी सरकार 'सबका साथ, सबका विकास' नहीं बल्कि अडानी और अंबानी के साथ है. सीपीआई नेता ने इसके साथ ही रक्षा सौदों को लेकर लग रहे आरोपों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सफाई मांगी है. पढ़ें पूरा विवरण...

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भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) के महासचिव डी राजा
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Published : Jan 16, 2020, 7:36 PM IST

नई दिल्ली : भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) के महासचिव डी. राजा ने रक्षा सौदों में केंद्र सरकार पर कांग्रेस द्वारा लगाए जा रहे आरोपों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सफाई मांगी है. साथ ही उन्होंने आरोप लगाया है कि मोदी सरकार 'सबका साथ, सबका विकास' नहीं बल्कि अडानी और अंबानी के साथ है.

दरअसल कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि नरेंद्र मोदी सरकार 45 हजार करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट 75-आई (पनडुब्बी परियोजना) में एक निजी समूह को फायदा पहुंचाने के लिए रक्षा खरीद प्रक्रियाओं (डीपीपी) का उल्लंघन कर रही है.

डी. राजा ने इस मसले पर ईटीवी भारत से बातचीत में कहा, 'यह सत्य है कि अडानी को मोदी सरकार से संरक्षण मिल रहा है. यह आश्चर्यजनक नहीं है कि रक्षा मंत्रालय भारतीय नौसेना को छह पनडुब्बियों का उत्पादन करने के लिए बोली दे रहा है.'

ईटीवी भारत से बातचीत करते भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) के महासचिव डी राजा ने

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जवाब देना चाहिए कि कुछ विशेष समूहों को ही सरकार की तरफ से संरक्षण क्यों मिल रहा है. यहां तक ​​कि राहुल बजाज भी खुलकर सामने आए हैं कि उद्योगपतियों में एक डर है.

राजा ने कहा कि प्रधानमंत्री को इस मुद्दे पर सफाई देनी चाहिए. वह (पीएम) सभी मुद्दों पर ट्वीट करते रहते हैं. अलग- अलग मुद्दों पर बात करते हैं, लेकिन भारत के लोगों को भी जानना है कि रक्षा सौदे के पीछे की वास्तविकता क्या है.

पढ़ें : निहित स्वार्थ वाले लोग देश को गुमराह कर अशांति फैलाना चाहते हैं : प्रधानमंत्री

गौरतलब है कि कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक मीडिया कॉन्फ्रेंस में 45,000 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट 75-आई (पनडुब्बी खरीद परियोजना) में मोदी सरकार पर पक्षपातपूर्ण निर्णय लेने, पूंजीपति मित्रों को फायदा पहुंचाने, 'डिफेंस प्रोक्योरमेंट प्रोसीजर, 2016 (डीपीपी-2016) का उल्लंघन करने तथा भारतीय नौसेना एवं उसकी एम्पॉवर्ड कमेटी को तथाकथित रूप से नजरंदाज करने का आरोप लगाया था.

सुरजेवाला ने कहा था संदेह के दायरे में घिरकर पूरी पनडुब्बी खरीद परियोजना पर ही सवालिया निशान खड़ा हो गया है. उन्होंने सवाल किया कि क्या मोदी सरकार 45,000 करोड़ रु. की पनडुब्बी खरीद परियोजना में अडानी डिफेंस जे.वी. को प्राथमिकता देकर फायदा पहुंचा रही है? क्या मोदी सरकार डीपीपी 2016 एवं उसमें दी गई पात्रता के मापदंडों का उल्लंघन कर अपने पूजीपति मित्रों के हितों को साधने का काम कर रही है? क्या मोदी सरकार अडानी डिफेंस जे.वी की पात्रता न होने के मामले में भारतीय नौसेना एवं इसकी ‘एम्पॉवर्ड कमेटी के निर्णय को खारिज कर रही है?.

नई दिल्ली : भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) के महासचिव डी. राजा ने रक्षा सौदों में केंद्र सरकार पर कांग्रेस द्वारा लगाए जा रहे आरोपों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सफाई मांगी है. साथ ही उन्होंने आरोप लगाया है कि मोदी सरकार 'सबका साथ, सबका विकास' नहीं बल्कि अडानी और अंबानी के साथ है.

दरअसल कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि नरेंद्र मोदी सरकार 45 हजार करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट 75-आई (पनडुब्बी परियोजना) में एक निजी समूह को फायदा पहुंचाने के लिए रक्षा खरीद प्रक्रियाओं (डीपीपी) का उल्लंघन कर रही है.

डी. राजा ने इस मसले पर ईटीवी भारत से बातचीत में कहा, 'यह सत्य है कि अडानी को मोदी सरकार से संरक्षण मिल रहा है. यह आश्चर्यजनक नहीं है कि रक्षा मंत्रालय भारतीय नौसेना को छह पनडुब्बियों का उत्पादन करने के लिए बोली दे रहा है.'

ईटीवी भारत से बातचीत करते भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) के महासचिव डी राजा ने

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जवाब देना चाहिए कि कुछ विशेष समूहों को ही सरकार की तरफ से संरक्षण क्यों मिल रहा है. यहां तक ​​कि राहुल बजाज भी खुलकर सामने आए हैं कि उद्योगपतियों में एक डर है.

राजा ने कहा कि प्रधानमंत्री को इस मुद्दे पर सफाई देनी चाहिए. वह (पीएम) सभी मुद्दों पर ट्वीट करते रहते हैं. अलग- अलग मुद्दों पर बात करते हैं, लेकिन भारत के लोगों को भी जानना है कि रक्षा सौदे के पीछे की वास्तविकता क्या है.

पढ़ें : निहित स्वार्थ वाले लोग देश को गुमराह कर अशांति फैलाना चाहते हैं : प्रधानमंत्री

गौरतलब है कि कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक मीडिया कॉन्फ्रेंस में 45,000 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट 75-आई (पनडुब्बी खरीद परियोजना) में मोदी सरकार पर पक्षपातपूर्ण निर्णय लेने, पूंजीपति मित्रों को फायदा पहुंचाने, 'डिफेंस प्रोक्योरमेंट प्रोसीजर, 2016 (डीपीपी-2016) का उल्लंघन करने तथा भारतीय नौसेना एवं उसकी एम्पॉवर्ड कमेटी को तथाकथित रूप से नजरंदाज करने का आरोप लगाया था.

सुरजेवाला ने कहा था संदेह के दायरे में घिरकर पूरी पनडुब्बी खरीद परियोजना पर ही सवालिया निशान खड़ा हो गया है. उन्होंने सवाल किया कि क्या मोदी सरकार 45,000 करोड़ रु. की पनडुब्बी खरीद परियोजना में अडानी डिफेंस जे.वी. को प्राथमिकता देकर फायदा पहुंचा रही है? क्या मोदी सरकार डीपीपी 2016 एवं उसमें दी गई पात्रता के मापदंडों का उल्लंघन कर अपने पूजीपति मित्रों के हितों को साधने का काम कर रही है? क्या मोदी सरकार अडानी डिफेंस जे.वी की पात्रता न होने के मामले में भारतीय नौसेना एवं इसकी ‘एम्पॉवर्ड कमेटी के निर्णय को खारिज कर रही है?.

Intro:New Delhi: The opposition on Wednesday have grilled BJP led Central Government following reports that Defence Ministry is trying to patronize Adani groups in mega Rs 45,000 crore submarine project.


Body:Communist Party of India (CPI) general secretary D Raja said that Modi Government is not Saab kaa Saath Saabka Vikas..."it's Modi Sarkar is Adani aur Ambani Ke Sath (Modi Government is with Adani and Ambani."

"It's a fact that Adani is getting patronisation from Modi Government. It's not surprising if Defence Ministry is presurrising Indian Navy to consider Adani bid to produce six submarines domestically," said Raja.

Controversy erupted following reports that Defence Ministry and Indian Navy is in a tussle over the biggest 'Make in India' project after Navy hesitant from going ahead with Government's proposal for a joint public-private bid over the project.

Referred to as P 75I-this project will see Indian entity producing six submarines domestically with a foreign technology partner.


Conclusion:"Prime Minister Narendra Modi should reply why some particular group of corporates are getting patronisation from the government...Even Rahul Bajaj have also come out openly that there is a fear across the industrialists. This means there is a fear psychosis that the government is backing a few selected corporates," said Raja.

Raja said that the Prime Minister should come clean over the issue. "He (PM) keeps tweeting on all issues, people of India want to k ow what is the reality behind the defend deal," Raja said.

end.
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