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भारत में कोरोना काल के दौरान चमका सोना तस्करी का धंधा - Gold market in india

वैश्विक एनजीओ 'इम्पैक्ट' की हालिया रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा सोना तस्करी हब है. रिपोर्ट के अनुसार, सोना पूर्वी अफ्रीका में भारत स्थित सोने के डीलरों के माध्यम से अप्रत्यक्ष रूप से तंजानिया और युगांडा से भारत के लिए अपना रास्ता बनाता है, जो सोने का निर्यात करते हैं. वहीं कोरोना काल में सड़क मार्ग और वायु मार्ग के माध्यम से देश में सोने की तस्करी धड़ल्ले से बढ़ी है.

golden web gold smuggling
सोने की तस्करी
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Published : Oct 17, 2020, 3:26 PM IST

हैदराबाद : भारतीय परंपरा में वित्तीय सुरक्षा के रूप में विश्वास के साथ सोना खरीदा जाता है. अब भारत सोने की तस्करी करने के मामले में रिकॉर्ड बना रहा है. दरअसल भारत सोने का एक बड़ा उपभोक्ता है. इसका आधिकारिक आयात 2012-2017 के बीच 800 टन प्रति वर्ष है, जिसका अनुमानित मूल्य $ 30 बिलियन अमेरिकी डालर है.

कोरोना महामारी के दौर में जहां एक ओर भारत भोजन और आश्रय जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रहा है, वहीं दूसरी ओर सोने और अन्य कीमती सामानों की तस्करी एक साथ की जा रही थी.

कोरोना संक्रमण के कारण 25 मार्च से भारत में अंतरराष्ट्रीय और घरेलू उड़ान संचालन बंद हो गए और देश में लॉकडाउन लग गया, जिसे जून तक बढ़ा दिया गया. हालांकि, मई की शुरुआत से नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने विदेश में फंसे भारतीयों को लाने के लिए केवल प्रत्यावर्तन उड़ानों का संचालन शुरू किया. सीमा शुल्क अधिकारियों के अनुसार, मध्य-पूर्व से आने वाली उड़ानों ने अंतरराष्ट्रीय तस्करी के रैकेटों को सक्रिय बना दिया है, जिसके कई उदाहरण सामने आए हैं.

जुलाई 2020 के दौरान, सीमा शुल्क अधिकारियों और एनआईए ने जांच शुरू की और तिरुवनंतपुरम में यूएई के महावाणिज्य दूतावास के एक राजनयिक को संबोधित एक राजनयिक बैग में सोने की खेप के संदेह के बाद 30.2 किलोग्राम सोना जब्त किया और 16 लोगों को गिरफ्तार किया.

वंदे भारत मिशन : 1.64 मिलियन भारतीय पहुंचे गृहराज्य

कोविड-19 के कारण विदेश में फंसे भारतीय नागरिकों के देश में वापस लाने के लिए सरकार ने 07 मई, 2020 को वंदे भारत मिशन की शुरुआत की थी.

विदेश मंत्रालय ने एक अक्टूबर, 2020 को कहा कि कोरोवायरस की महामारी के मद्देनजर सात मई को 'वंदे भारत मिशन' अभियान शुरू करने के बाद अब तक 16.45 लाख भारतीय विदेश से लौटे हैं.

उन्होंने कहा कि इस अभियान के छठवें चरण में 1.75 लाख लोगों को प्रत्यावर्तित किया गया था. 30 सितंबर को 16.45 लाख भारतीयों को वंदे भारत मिशन के विभिन्न तरीकों के माध्यम से प्रत्यावर्तित किया गया है.

इस अभियान के सातवें चरण में 30 सितंबर को कुल 3407 और अक्टूबर में 1317 विमान से लोगों को देश वापस लाया गया.

संसद में उपलब्ध डेटा

विभिन्न भारतीय हवाई अड्डों पर तस्करी की 196 घटनाओं में से अप्रैल-अगस्त 2020 के दौरान 49.5 करोड़ रुपये का सोना जब्त किया गया. इस दौरान, लोक सभा में एक प्रश्न के उत्तर में, वित्त मंत्रालय के एमओएस अनुराग सिंह ठाकुर द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, 200 लोगों को 103 किलोग्राम सोने की तस्करी के लिए केस दर्ज किया गया था.

वित्त मंत्रालय ने राज्य सभा को सूचित किया 15 सितंबर, 2020 को मुंबई, दिल्ली, चेन्नई, कोझीकोड और कोच्चि में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों ने पिछले तीन वित्त वर्ष में सबसे अधिक सोने की तस्करी देखी. पिछले साल की तुलना में 2019-20 में सोने की तस्करी मामूली रूप से गिर गई थी.

पिछले तीन राजकोषीय आंकड़ों के अनुसार, 2019-20 में जब्त सोने की कुल मात्रा 2,668 किलोग्राम थी, जो सोने के तस्करी किए गए 2,946 किलोग्राम सोने की तुलना में 9 प्रतिशत कम थी. 2017-18 में, 2,236 किलोग्राम तस्करी का सोना अधिकारियों द्वारा पाया गया था.

हवाई अड्डों और बंदरगाहों पर सोना जब्त

सालमूल्य (किलो)
2019-202668
2018-192946
2017-182236

वंदे भारत मिशन के विमानों में जब्त की गई सोने की खेप

5 जुलाई - सऊदी अरेबिया से राजस्थान के जयपुर एयरपोर्ट पर आने वाली फ्लाइट में 31.998 किलो सोने सहित 14 आरोपी गिरफ्तार किए गए. सोने की कीमत करीब 15.67 करोड़ रुपये थी. आरोपी यह सोना आपातकालीन रोशनी की बैटरी स्लॉट में छिपा कर ले जा रहे थे.

6 जुलाई - दुबई से केरला के कारीपुर एयरपोर्ट पर 545 ग्राम और 582 ग्राम सोना सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिसकी कीमत 50 लाख रुपये थी. आरोपी कपड़े और साइकिल के पैडल में सोना छिपा कर ले जा रहे थे.

17 जुलाई - दुबई से पंजाब के श्री गुरु रामदासजी इंटरनेशनल एयरपोर्ट अमृतसर में 10.22 किलो सोना सहित 6 आरोपी गिरफ्तार किए गए, सोने की कुल कीमत 5 करोड़ रुपये थी. आरोपी घर के सामान में छिपा कर सोना ले जा रहे थे.

21 जुलाई - सऊदी अरेबिया से राजस्थान के जयपुर एयरपोर्ट पर आने वाले प्लेन में 220.19 ग्राम सोना सहित एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया. इस सोने की कीमत 11.09 लाख रुपये थी. यह घड़ी में छिपा कर ले जाया जा रहा था.

22 जुलाई - दुबई से हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर आने वाली फ्लाईट में 74 ग्राम सोना सहित एक आरोपी गिरफ्तार किया गया.

31 जुलाई - सऊदी अरेबिया से हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर आने वाली फ्लाईट में 3.11 किलो सोने सहित 11 आरोपी गिरफ्तार किए गए. इस जब्त किए गए माल की कीमत 1.66 करोड़ रुपये थी.

8 अगस्त - दुबई से चेन्नई आई फ्लाईट में दो किलो सोने सहित 5 आरोपी गिरफ्तार किए गए.

13 अगस्त - यूएई से कोच्ची आई फ्लाईट में 2,046.44 ग्राम सोने जब्त किया गया.

24 अगस्त - सऊदी अरेबिया से चेन्नई उतरी फ्लाईट में 1.16 किलो सोने की खेप सहित दो लोग गिरफ्तार हुए.

3 अक्टूबर - दुबई से चेन्नई आई फ्लाईट में 133 ग्राम सोने सहित एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया. जब्त किए सोने की कुल कीमत 6.93 लाख रुपये थी. आरोपी ने यह सोना अपने शरीर के अंदर आंत के आखरी भाग में छिपाया था.

5 अक्टूबर - दुबई से चेन्नई पहुंची फ्लाईट में 653 किलो सोना सहित एक आरोपी गिरफ्तार.

10 अक्टूबर - दुबई से चेन्नई उतरी फ्लाईट में 1.32 करोड़ का 2.88 किलो सोना सहित तीन आरोपी गिरफ्तार किए गए.

14 अक्टूबर - दुबई से चेन्नई के लिए आई फ्लाईट में 40 लाख का 764 ग्राम सोना जब्त किया गया. इसके साथ यह सोना गिरफ्तार किए गए दो आरोपियों के मलाशय में पाया गया था.

सड़क के माध्यम से सोने की तस्करी

सड़क के माध्यम से सितंबर तक 2,112 मामलों में 1,600 किलोग्राम से अधिक सोना जब्त किया गया.

भारत में सोने की 30% से अधिक वृद्धि होने के बाद पिछले एक साल में तस्करी के मामलों में तेजी आई है. जिससे देश भर से 1,600 किलोग्राम से अधिक सोने को जब्त करने वाली प्रवर्तन एजेंसियों को फायदा हुआ है.

दो अक्टूबर 2020 को, राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी जिले में एक ट्रक से लगभग 33 किलोग्राम सोना जब्त किया और चार लोगों को गिरफ्तार किया. यह खेप म्यांमार से मणिपुर के रास्ते तस्करी करके राजस्थान के श्री गंगानगर में लाई गई थी.

इस साल अगस्त तक, विभिन्न एजेंसियों द्वारा सोना तस्करी के 2,112 मामले सामने आए. फरवरी में लगभग 484 किलोग्राम सोना जब्त किया गया था, जबकि मार्च में यह आंकड़ा 205.81 किलोग्राम और अप्रैल में 280.66 किलोग्राम का था.

हालांकि, लॉकडाउन के कारण, मई में कोई तस्करी नहीं हुई और जून में केवल 37.54 किलोग्राम सोना जब्त किया गया था. वायु और भूमि दोनों मार्गों से सोने की तस्करी की जाती है. लॉकडाउन के कारण अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया गया था.

इसलिए, भूमि मार्ग अधिक सक्रिय हो गए हैं. भारत-म्यांमार, भारत-नेपाल और भारत-बांग्लादेश सीमाओं के माध्यम से सोने की तस्करी में तेजी देखी गई है. म्यांमार सीमा के करीब और न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन पर, इंफालमोरेह रोड पर 10.30 किलोग्राम और 26.56 किलोग्राम के दो मामले सामने आए थे. दोनों मामलों में, एजेंसी को संदेह है कि सोने की तस्करी म्यांमार से की गई थी.

तस्करी से होने वाला फायदा और बेरोजगारी

  • एक ओर भारत सालाना 800-900 टन सोना आयात करता है, वहीं दूसरी ओर 200-250 टन तस्करी होती है. अवैध सोना वैध व्यापार चैनलों के लिए जाता है. जिसका माफिया के पास वैश्विक नेटवर्क है.
  • आवास और प्रशिक्षण के अलावा प्रत्येक ट्रिप के लिए उन्हें लगभग एक लाख रुपये मिलते हैं.
  • सूत्रों के अनुसार, भारत में प्रवेश करने के बाद अवैध सोना आसानी से कानूनी बाजार में अवशोषित हो जाता है, और आभूषणों के रूप में फिर से निर्यात किया जाता है. भारत में आने वाले हर पांच किलो सोने के लिए, लगभग एक किलो आभूषण के रूप में वापस जाता है.
  • वैश्विक एनजीओ 'इम्पैक्ट' की हालिया रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा सोना तस्करी हब है. रिपोर्ट के अनुसार, सोना पूर्वी अफ्रीका में भारत स्थित सोने के डीलरों के माध्यम से अप्रत्यक्ष रूप से तंजानिया और युगांडा से भारत के लिए अपना रास्ता बनाता है, जो सोने का निर्यात करते हैं.

देश में धड़ल्ले से होती सोने की तस्करी के कारण सीमा शुल्क विभाग ने सतर्कता बढ़ा दी है. तस्कर सोना ले जाने के लिए खजूर के बीज, कपड़े, बारियां, जूते के तल्ले, सॉसेज यहां तक की सोने से भरे हुए रेक्टम का तरीका भी खोज लिया है. देश में सोने की आसमान छूती कीमत के कारण आज तस्कर इतने सक्रीय को गए हैं.

हैदराबाद : भारतीय परंपरा में वित्तीय सुरक्षा के रूप में विश्वास के साथ सोना खरीदा जाता है. अब भारत सोने की तस्करी करने के मामले में रिकॉर्ड बना रहा है. दरअसल भारत सोने का एक बड़ा उपभोक्ता है. इसका आधिकारिक आयात 2012-2017 के बीच 800 टन प्रति वर्ष है, जिसका अनुमानित मूल्य $ 30 बिलियन अमेरिकी डालर है.

कोरोना महामारी के दौर में जहां एक ओर भारत भोजन और आश्रय जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रहा है, वहीं दूसरी ओर सोने और अन्य कीमती सामानों की तस्करी एक साथ की जा रही थी.

कोरोना संक्रमण के कारण 25 मार्च से भारत में अंतरराष्ट्रीय और घरेलू उड़ान संचालन बंद हो गए और देश में लॉकडाउन लग गया, जिसे जून तक बढ़ा दिया गया. हालांकि, मई की शुरुआत से नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने विदेश में फंसे भारतीयों को लाने के लिए केवल प्रत्यावर्तन उड़ानों का संचालन शुरू किया. सीमा शुल्क अधिकारियों के अनुसार, मध्य-पूर्व से आने वाली उड़ानों ने अंतरराष्ट्रीय तस्करी के रैकेटों को सक्रिय बना दिया है, जिसके कई उदाहरण सामने आए हैं.

जुलाई 2020 के दौरान, सीमा शुल्क अधिकारियों और एनआईए ने जांच शुरू की और तिरुवनंतपुरम में यूएई के महावाणिज्य दूतावास के एक राजनयिक को संबोधित एक राजनयिक बैग में सोने की खेप के संदेह के बाद 30.2 किलोग्राम सोना जब्त किया और 16 लोगों को गिरफ्तार किया.

वंदे भारत मिशन : 1.64 मिलियन भारतीय पहुंचे गृहराज्य

कोविड-19 के कारण विदेश में फंसे भारतीय नागरिकों के देश में वापस लाने के लिए सरकार ने 07 मई, 2020 को वंदे भारत मिशन की शुरुआत की थी.

विदेश मंत्रालय ने एक अक्टूबर, 2020 को कहा कि कोरोवायरस की महामारी के मद्देनजर सात मई को 'वंदे भारत मिशन' अभियान शुरू करने के बाद अब तक 16.45 लाख भारतीय विदेश से लौटे हैं.

उन्होंने कहा कि इस अभियान के छठवें चरण में 1.75 लाख लोगों को प्रत्यावर्तित किया गया था. 30 सितंबर को 16.45 लाख भारतीयों को वंदे भारत मिशन के विभिन्न तरीकों के माध्यम से प्रत्यावर्तित किया गया है.

इस अभियान के सातवें चरण में 30 सितंबर को कुल 3407 और अक्टूबर में 1317 विमान से लोगों को देश वापस लाया गया.

संसद में उपलब्ध डेटा

विभिन्न भारतीय हवाई अड्डों पर तस्करी की 196 घटनाओं में से अप्रैल-अगस्त 2020 के दौरान 49.5 करोड़ रुपये का सोना जब्त किया गया. इस दौरान, लोक सभा में एक प्रश्न के उत्तर में, वित्त मंत्रालय के एमओएस अनुराग सिंह ठाकुर द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, 200 लोगों को 103 किलोग्राम सोने की तस्करी के लिए केस दर्ज किया गया था.

वित्त मंत्रालय ने राज्य सभा को सूचित किया 15 सितंबर, 2020 को मुंबई, दिल्ली, चेन्नई, कोझीकोड और कोच्चि में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों ने पिछले तीन वित्त वर्ष में सबसे अधिक सोने की तस्करी देखी. पिछले साल की तुलना में 2019-20 में सोने की तस्करी मामूली रूप से गिर गई थी.

पिछले तीन राजकोषीय आंकड़ों के अनुसार, 2019-20 में जब्त सोने की कुल मात्रा 2,668 किलोग्राम थी, जो सोने के तस्करी किए गए 2,946 किलोग्राम सोने की तुलना में 9 प्रतिशत कम थी. 2017-18 में, 2,236 किलोग्राम तस्करी का सोना अधिकारियों द्वारा पाया गया था.

हवाई अड्डों और बंदरगाहों पर सोना जब्त

सालमूल्य (किलो)
2019-202668
2018-192946
2017-182236

वंदे भारत मिशन के विमानों में जब्त की गई सोने की खेप

5 जुलाई - सऊदी अरेबिया से राजस्थान के जयपुर एयरपोर्ट पर आने वाली फ्लाइट में 31.998 किलो सोने सहित 14 आरोपी गिरफ्तार किए गए. सोने की कीमत करीब 15.67 करोड़ रुपये थी. आरोपी यह सोना आपातकालीन रोशनी की बैटरी स्लॉट में छिपा कर ले जा रहे थे.

6 जुलाई - दुबई से केरला के कारीपुर एयरपोर्ट पर 545 ग्राम और 582 ग्राम सोना सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिसकी कीमत 50 लाख रुपये थी. आरोपी कपड़े और साइकिल के पैडल में सोना छिपा कर ले जा रहे थे.

17 जुलाई - दुबई से पंजाब के श्री गुरु रामदासजी इंटरनेशनल एयरपोर्ट अमृतसर में 10.22 किलो सोना सहित 6 आरोपी गिरफ्तार किए गए, सोने की कुल कीमत 5 करोड़ रुपये थी. आरोपी घर के सामान में छिपा कर सोना ले जा रहे थे.

21 जुलाई - सऊदी अरेबिया से राजस्थान के जयपुर एयरपोर्ट पर आने वाले प्लेन में 220.19 ग्राम सोना सहित एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया. इस सोने की कीमत 11.09 लाख रुपये थी. यह घड़ी में छिपा कर ले जाया जा रहा था.

22 जुलाई - दुबई से हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर आने वाली फ्लाईट में 74 ग्राम सोना सहित एक आरोपी गिरफ्तार किया गया.

31 जुलाई - सऊदी अरेबिया से हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर आने वाली फ्लाईट में 3.11 किलो सोने सहित 11 आरोपी गिरफ्तार किए गए. इस जब्त किए गए माल की कीमत 1.66 करोड़ रुपये थी.

8 अगस्त - दुबई से चेन्नई आई फ्लाईट में दो किलो सोने सहित 5 आरोपी गिरफ्तार किए गए.

13 अगस्त - यूएई से कोच्ची आई फ्लाईट में 2,046.44 ग्राम सोने जब्त किया गया.

24 अगस्त - सऊदी अरेबिया से चेन्नई उतरी फ्लाईट में 1.16 किलो सोने की खेप सहित दो लोग गिरफ्तार हुए.

3 अक्टूबर - दुबई से चेन्नई आई फ्लाईट में 133 ग्राम सोने सहित एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया. जब्त किए सोने की कुल कीमत 6.93 लाख रुपये थी. आरोपी ने यह सोना अपने शरीर के अंदर आंत के आखरी भाग में छिपाया था.

5 अक्टूबर - दुबई से चेन्नई पहुंची फ्लाईट में 653 किलो सोना सहित एक आरोपी गिरफ्तार.

10 अक्टूबर - दुबई से चेन्नई उतरी फ्लाईट में 1.32 करोड़ का 2.88 किलो सोना सहित तीन आरोपी गिरफ्तार किए गए.

14 अक्टूबर - दुबई से चेन्नई के लिए आई फ्लाईट में 40 लाख का 764 ग्राम सोना जब्त किया गया. इसके साथ यह सोना गिरफ्तार किए गए दो आरोपियों के मलाशय में पाया गया था.

सड़क के माध्यम से सोने की तस्करी

सड़क के माध्यम से सितंबर तक 2,112 मामलों में 1,600 किलोग्राम से अधिक सोना जब्त किया गया.

भारत में सोने की 30% से अधिक वृद्धि होने के बाद पिछले एक साल में तस्करी के मामलों में तेजी आई है. जिससे देश भर से 1,600 किलोग्राम से अधिक सोने को जब्त करने वाली प्रवर्तन एजेंसियों को फायदा हुआ है.

दो अक्टूबर 2020 को, राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी जिले में एक ट्रक से लगभग 33 किलोग्राम सोना जब्त किया और चार लोगों को गिरफ्तार किया. यह खेप म्यांमार से मणिपुर के रास्ते तस्करी करके राजस्थान के श्री गंगानगर में लाई गई थी.

इस साल अगस्त तक, विभिन्न एजेंसियों द्वारा सोना तस्करी के 2,112 मामले सामने आए. फरवरी में लगभग 484 किलोग्राम सोना जब्त किया गया था, जबकि मार्च में यह आंकड़ा 205.81 किलोग्राम और अप्रैल में 280.66 किलोग्राम का था.

हालांकि, लॉकडाउन के कारण, मई में कोई तस्करी नहीं हुई और जून में केवल 37.54 किलोग्राम सोना जब्त किया गया था. वायु और भूमि दोनों मार्गों से सोने की तस्करी की जाती है. लॉकडाउन के कारण अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया गया था.

इसलिए, भूमि मार्ग अधिक सक्रिय हो गए हैं. भारत-म्यांमार, भारत-नेपाल और भारत-बांग्लादेश सीमाओं के माध्यम से सोने की तस्करी में तेजी देखी गई है. म्यांमार सीमा के करीब और न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन पर, इंफालमोरेह रोड पर 10.30 किलोग्राम और 26.56 किलोग्राम के दो मामले सामने आए थे. दोनों मामलों में, एजेंसी को संदेह है कि सोने की तस्करी म्यांमार से की गई थी.

तस्करी से होने वाला फायदा और बेरोजगारी

  • एक ओर भारत सालाना 800-900 टन सोना आयात करता है, वहीं दूसरी ओर 200-250 टन तस्करी होती है. अवैध सोना वैध व्यापार चैनलों के लिए जाता है. जिसका माफिया के पास वैश्विक नेटवर्क है.
  • आवास और प्रशिक्षण के अलावा प्रत्येक ट्रिप के लिए उन्हें लगभग एक लाख रुपये मिलते हैं.
  • सूत्रों के अनुसार, भारत में प्रवेश करने के बाद अवैध सोना आसानी से कानूनी बाजार में अवशोषित हो जाता है, और आभूषणों के रूप में फिर से निर्यात किया जाता है. भारत में आने वाले हर पांच किलो सोने के लिए, लगभग एक किलो आभूषण के रूप में वापस जाता है.
  • वैश्विक एनजीओ 'इम्पैक्ट' की हालिया रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा सोना तस्करी हब है. रिपोर्ट के अनुसार, सोना पूर्वी अफ्रीका में भारत स्थित सोने के डीलरों के माध्यम से अप्रत्यक्ष रूप से तंजानिया और युगांडा से भारत के लिए अपना रास्ता बनाता है, जो सोने का निर्यात करते हैं.

देश में धड़ल्ले से होती सोने की तस्करी के कारण सीमा शुल्क विभाग ने सतर्कता बढ़ा दी है. तस्कर सोना ले जाने के लिए खजूर के बीज, कपड़े, बारियां, जूते के तल्ले, सॉसेज यहां तक की सोने से भरे हुए रेक्टम का तरीका भी खोज लिया है. देश में सोने की आसमान छूती कीमत के कारण आज तस्कर इतने सक्रीय को गए हैं.

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