नई दिल्लीः कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने केंद्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने को गलत ठहराया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को जम्मू-कश्मीर पर बनाए गए गलत कानून को वापस लेना चाहिए और हिरासत में लिए नेताओं को छोड़ देना चाहिए.
उन्होंने कहा कि मैं सरकार से मांग करता हूं कि अनुच्छेद 370 पर लिये गए निर्णय को वापस लिया जाए. उन्होंने कहा कि सरकार के इस फैसले से घाटी का कोई भी व्यक्ति खुश नहीं है.
जम्मू-कश्मीर की स्थिति गुलाम ने कहा कि नियम राज्य के लोगों के लिए बनाया गया था लेकिन वहां के नेताओं और उनके समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया गया. उन्होंने कहा कि उन गिरफ्तार किये गए नेताओं को छोड़ दिया जाए. जानकारी के अनुसार घाटी में बंद स्कूलों को दोबार से खोल दिया गया है.
उन्होंने कहा कि राज्य के तीन पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अबदुल्लाह, महबूबा मुफ्ती और उमर अबदुल्ला को जम्मू कश्मीर पर निर्णय लेने से पहले सरकार ने हिरासत में ले लिया.
आजाद ने कहा कि जिन 1.5 करोड़ लोगों को लिए नया कानून बनाया गया सरकार ने उन्हें ही बंधक बना लिया है.
उन्होंने कहा कि 15 दिन पहले सरकार ने कानून बनाया था. इससे देश में पहली बार 1.5 करोड़ लोग कैद हुए हैं.
आजाद ने कहा कि मुझे समझ नहीं आ रहा है कि यह कानून क्यों बनाया गया है. मीडिया से बात करते हुए गुलाम ने कहा कि आखिर लोगों के संचार माध्यम को बंद कर के कानून कैसे बनाया जाता है.
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गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में प्रशासन ने अनुच्छेद 370 हटाने के बाद से ही घाटी में उच्चस्तर की सुरक्षा के लिए निर्देश दे दिया था.