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पीएम मोदी व एजेंला मर्केल के बीच कश्मीर और EU सांसदों के दौरे पर वार्ता संभव

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल शुक्रवार को द्विपक्षीय वार्ता करेंगे. मोदी और मर्केल दोनों के गहरे संबंध हैं, इसलिए कोई भी विषय आ सकता है. वह किसी भी मुद्दे पर बात कर सकते हैं. पढ़ें पूरा विवरण.......

जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
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Published : Oct 30, 2019, 11:54 PM IST

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल शुक्रवार को द्विपक्षीय वार्ता करेंगे. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच कश्मीर की मौजूदा स्थिति और यूरोपीय यूनियन के संसदीय प्रतिनिधिमंडल की कश्मीर यात्रा से संबंधित बातचीत होने की संभावना है.

जर्मनी चाहता है कि घाटी में जल्द से जल्द प्रतिबंध हटाये जाएं. इसी क्रम में पिछले महीने यूरोपीय संघ की विदेश नीति प्रमुख फेडरिका मोघेरिनी ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात के दौरान उन्हें कश्मीर पर अपनी आधिकारिक स्थिति से अवगत कराया था.

एंजेला के दौरे से पहले भारत में जर्मनी के राजदूत वाल्टर जे लिंडनर ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि उनकी यात्रा से बहुत सकारात्मक उम्मीद है. मोदी और मर्केल दोनों के गहरे संबंध हैं. दोनों नेता एक दूसरे को समझते हैं. पिछले 15 महीनों में दोनों की यह पांचवीं बैठक होगी. इसलिए बैठक से एक अच्छी उम्मीदें हैं.

ईटीवी भारत से बातचीत करते जर्मन राजदूत वाल्टर जे. लिंडनर.

पढ़ें : चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग का नेपाल दौरा, दोनों देशों के बीच होंगे कई समझौते

भारत ने अपने राजनयिक स्रोतों के माध्यम से जर्मनी और यूरोपीय संघ के अन्य देशों के सामने कश्मीर में स्थिति और उसे विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को रद्द करने पर अपना आधिकारिक रुख स्पष्ट किया है.

जर्मन राजनयिक ने कहा, 'मोदी और मर्केल दोनों के गहरे संबंध हैं. इसलिए कोई भी विषय आ सकता है और वे किसी भी मुद्दे पर बात कर सकते हैं.'

वैसे मर्केल की शुक्रवार को प्रस्तावित भारत यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच लगभग 20 समझौतों पर हस्ताक्षर होने के आसार हैं.

पढ़ें : भारत-सऊदी के बीच रणनीतिक साझेदारी परिषद सहित कई समझौतों पर हस्ताक्षर

मर्केल पांचवें द्विवार्षिक अंतर सरकारी परामर्श (आईजीसी) के हिस्से के रूप में शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बातचीत करेंगी. इस दौरान उनके साथ कई मंत्री और 13 कारोबारी प्रतिनिधि भी होंगे.

इस दौरान दोनों देशों के बीच कृषि, हरित शहरी गतिशीलता, आयुर्वेद और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) के क्षेत्रों में समझौते होने की संभावना है.

जर्मन राजनयिक सूत्रों ने बताया कि गुरुवार देर रात अपने मंत्रियों के साथ भारत पहुंचने पर मर्केल आईजीसी प्रारूप में शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी के साथ बातचीत करेंगी, जिसके बाद दोनों पक्ष कई समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे.

मर्केल शनिवार को गुरुग्राम में एक बड़ी जर्मन ऑटोमोबाइल कम्पनी का दौरा करेंगी, जिसके पूरे भारत में 15 केंद्र हैं. वह स्वदेश लौटने से पहले शनिवार को पीएम मोदी के साथ एक मेट्रो स्टेशन भी जाएंगी.

यह मेट्रो स्टेशन सौर पैनलों से सुसज्जित है, जो इस दिशा में स्मार्ट शहरों को स्थापित करने की आवश्यकता पर भी बल देता है.

जर्मन राजदूत वाल्टर जे. लिंडनर ने इस यात्रा के बारे में मीडिया को बताया कि शुक्रवार को द्विपक्षीय वार्ता के बाद मर्केल एक महिला प्रतिनिधिमंडल के साथ मिलेंगी, जिसमें वकील व व्यापारी के साथ ही ऐसे व्यक्तित्व शामिल होंगे, जिन्होंने अपने संबंधित क्षेत्रों में पहचान बनाई है.

पढ़ें : रियाद में 'दावोस इन द डेजर्ट' कार्यक्रम में PM मोदी का संबोधन

मर्केल के साथ उनकी सरकार के कई मंत्रियों और राज्य सचिवों के साथ-साथ एक उच्चस्तरीय व्यापार प्रतिनिधिमंडल भी होगा. आईजीसी प्रारूप के तहत दोनों देशों के समकक्ष मंत्री अपने-अपने क्षेत्रों से संबंधित प्रारंभिक चर्चा में भाग लेंगे.

विदेश मंत्रालय के एक बयान में कहा गया कि मोदी व मर्केल दोनों देशों के व्यापारिक नेताओं व सीईओ के साथ अलग-अलग मुलाकात करेंगे. मर्केल राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी मुलाकात करेंगी.

भारत और जर्मनी ने चूंकि एक रणनीतिक साझेदारी स्थापित की है, लिहाजा मोदी व मर्केल आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मामलों पर भी विचारों का आदान-प्रदान करेंगे.

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल शुक्रवार को द्विपक्षीय वार्ता करेंगे. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच कश्मीर की मौजूदा स्थिति और यूरोपीय यूनियन के संसदीय प्रतिनिधिमंडल की कश्मीर यात्रा से संबंधित बातचीत होने की संभावना है.

जर्मनी चाहता है कि घाटी में जल्द से जल्द प्रतिबंध हटाये जाएं. इसी क्रम में पिछले महीने यूरोपीय संघ की विदेश नीति प्रमुख फेडरिका मोघेरिनी ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात के दौरान उन्हें कश्मीर पर अपनी आधिकारिक स्थिति से अवगत कराया था.

एंजेला के दौरे से पहले भारत में जर्मनी के राजदूत वाल्टर जे लिंडनर ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि उनकी यात्रा से बहुत सकारात्मक उम्मीद है. मोदी और मर्केल दोनों के गहरे संबंध हैं. दोनों नेता एक दूसरे को समझते हैं. पिछले 15 महीनों में दोनों की यह पांचवीं बैठक होगी. इसलिए बैठक से एक अच्छी उम्मीदें हैं.

ईटीवी भारत से बातचीत करते जर्मन राजदूत वाल्टर जे. लिंडनर.

पढ़ें : चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग का नेपाल दौरा, दोनों देशों के बीच होंगे कई समझौते

भारत ने अपने राजनयिक स्रोतों के माध्यम से जर्मनी और यूरोपीय संघ के अन्य देशों के सामने कश्मीर में स्थिति और उसे विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को रद्द करने पर अपना आधिकारिक रुख स्पष्ट किया है.

जर्मन राजनयिक ने कहा, 'मोदी और मर्केल दोनों के गहरे संबंध हैं. इसलिए कोई भी विषय आ सकता है और वे किसी भी मुद्दे पर बात कर सकते हैं.'

वैसे मर्केल की शुक्रवार को प्रस्तावित भारत यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच लगभग 20 समझौतों पर हस्ताक्षर होने के आसार हैं.

पढ़ें : भारत-सऊदी के बीच रणनीतिक साझेदारी परिषद सहित कई समझौतों पर हस्ताक्षर

मर्केल पांचवें द्विवार्षिक अंतर सरकारी परामर्श (आईजीसी) के हिस्से के रूप में शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बातचीत करेंगी. इस दौरान उनके साथ कई मंत्री और 13 कारोबारी प्रतिनिधि भी होंगे.

इस दौरान दोनों देशों के बीच कृषि, हरित शहरी गतिशीलता, आयुर्वेद और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) के क्षेत्रों में समझौते होने की संभावना है.

जर्मन राजनयिक सूत्रों ने बताया कि गुरुवार देर रात अपने मंत्रियों के साथ भारत पहुंचने पर मर्केल आईजीसी प्रारूप में शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी के साथ बातचीत करेंगी, जिसके बाद दोनों पक्ष कई समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे.

मर्केल शनिवार को गुरुग्राम में एक बड़ी जर्मन ऑटोमोबाइल कम्पनी का दौरा करेंगी, जिसके पूरे भारत में 15 केंद्र हैं. वह स्वदेश लौटने से पहले शनिवार को पीएम मोदी के साथ एक मेट्रो स्टेशन भी जाएंगी.

यह मेट्रो स्टेशन सौर पैनलों से सुसज्जित है, जो इस दिशा में स्मार्ट शहरों को स्थापित करने की आवश्यकता पर भी बल देता है.

जर्मन राजदूत वाल्टर जे. लिंडनर ने इस यात्रा के बारे में मीडिया को बताया कि शुक्रवार को द्विपक्षीय वार्ता के बाद मर्केल एक महिला प्रतिनिधिमंडल के साथ मिलेंगी, जिसमें वकील व व्यापारी के साथ ही ऐसे व्यक्तित्व शामिल होंगे, जिन्होंने अपने संबंधित क्षेत्रों में पहचान बनाई है.

पढ़ें : रियाद में 'दावोस इन द डेजर्ट' कार्यक्रम में PM मोदी का संबोधन

मर्केल के साथ उनकी सरकार के कई मंत्रियों और राज्य सचिवों के साथ-साथ एक उच्चस्तरीय व्यापार प्रतिनिधिमंडल भी होगा. आईजीसी प्रारूप के तहत दोनों देशों के समकक्ष मंत्री अपने-अपने क्षेत्रों से संबंधित प्रारंभिक चर्चा में भाग लेंगे.

विदेश मंत्रालय के एक बयान में कहा गया कि मोदी व मर्केल दोनों देशों के व्यापारिक नेताओं व सीईओ के साथ अलग-अलग मुलाकात करेंगे. मर्केल राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी मुलाकात करेंगी.

भारत और जर्मनी ने चूंकि एक रणनीतिक साझेदारी स्थापित की है, लिहाजा मोदी व मर्केल आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मामलों पर भी विचारों का आदान-प्रदान करेंगे.

Intro:New Delhi: The stage is set for German Chancellor Angela Merkel's fourth visit to India. The main purpose of her visit is to attend the fifth biennial inter-governmental consultations which started in 2011.


Body:What we have learnt so far that German Chancellor will be arriving in New Delhi on Thursday late evening. She will be accompanied by 12 representatives of different ministries and 13 business delegates.

But her real schedule will kick off from Friday. She will pay homage to Mahatma Gandhi at the Raj Ghat. Post which she will also be visiting Gandhi Smriti.

She will hold two bilateral meetings with PM Modi in her two day visit. Both leaders will first meet at Hyderabad House. In their meet, both leaders are likely to discuss wide range of issues of utmost regional, global and bilateral importance.

German ambassador to India, Walter J Lindner claimed, 'there is very positive expectation from her visit as both countries get along very well. Both leaders understand each other. This will be there fifth meeting in last 15 months. So, there is a good anticipation from the meet.'

Since his re-election, PM Modi has met Angela Merkel thrice. First, on the sidelines of G-20 summit in Osaka, Japan. Second at the G-7 summit in Biarritz, France where PM Modi was invited as a guest by the French President and third on the sidelines of 74th UNGA summit in New York last month.

After her bilateral talks with PM Modi, Chancellor Merkel will meet a delegation of female personalities who have made a mark for themselves in respective fields.



Conclusion:Under the prescribed IGC format, the counterpart ministers from both countries will meet each other and later report the outcomes at the IGC co-chaired by Chancellor Merkel and PM Modi.

According to diplomatic sources, talks between PM Modi and Chancellor Merkel are largely to focus on the trade agreements. Around 20 agreements are likely to be inked in the fields of agriculture, green urban mobility, Ayurveda and Artificial Intelligence.

On Saturday, Chancellor Merkel will start her day by addressing the Indo-German Chamber of Commerce. After that she will visit a big German automobile facility in Gurugram. She will also visit a metro station along with PM Modi before leaving for home.

Germany is India's most important trading partner in the European Union. It is also India's sixth important trading partner worldwide with bilateral trade standing 18 bn euros in 2018. While exports from Germany totalled 10.5 billion euros, it imports 8.5 bn euros of products from India.


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