नई दिल्ली : प्रधानमंत्री मोदी का निमंत्रण स्वीकार करते हुए जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल एक नवंबर को भारत आएंगी. मार्केल पांचवें द्विवार्षिक अंतर-सरकार परामर्श कार्यक्रम में भाग लेने के लिए भारत आएंगी.
बता दें कि 2014 में पीएम मोदी के पहले कार्यकाल के बाद से जर्मन चांसलर की यह दूसरी और भारत की चौथी यात्रा है. इसके अलावा दोनों नेताओं ने इस साल जून में जापान के ओसाका में भी जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान मुलाकात की थी.
उल्लेखनीय है कि इस यात्रा में कई जर्मन मंत्री और राज्य सचिवों के साथ-साथ एक उच्चस्तरीय व्यापार प्रतिनिधिमंडल भी चांसलर मैर्केल के साथ होगा.
अंतर-सरकार परामर्श प्रारूप के अनुसार दोनों देशों के समकक्ष मंत्री अपनी-अपनी जिम्मेदारी वाले क्षेत्रों में प्रारंभिक चर्चा करेंगे. इसमें, जो मंत्री अपने स्तर पर चर्चा कर परिणाम को पीएम मोदी और चांसलर को साझा करेंगे, उसपर आईजीसी (अंतर-सरकार परामर्श) की सह-अध्यक्षता में दोनो राष्ट्र-प्रमुख भी बात करेंगे.
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सरकारी सूत्रों ने ईटीवी भारत को यह भी बताया है कि दोनों नेता अपने द्विपक्षीय-भेंट के दौरान क्षेत्रीय महत्व के मुद्दों को भी उठाएंगे.
गौरतलब है कि दोनों देशों के सीईओ और बिजनेस लीडर्स से मिलने के अलावा चांसलर मैर्केल राष्ट्रपति कोविंद से भी मुलाकात करेंगी
ज्ञात हो भारत और जर्मनी 2001 से प्रमुख रणनीतिक साझेदार हैं. दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों में इस वर्ष से घनिष्ठा और बढ़ी है. जर्मनी यूरोप में भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है.