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लॉकडाउन का असर : 50 फीसद तक सुधरी गंगाजल की गुणवत्ता

लॉकडाउन का वायु प्रदूषण और जल प्रदूषण दोनों पर देखने को मिल रहा है. वायु प्रदूषण कम होने से जालधंर से बर्फीले पहाड़ नजर आने लगे, तो वहीं गंगा के जल की गुणवत्ता में काफी सुधार हुआ है. पढ़े पूरी खबर....

गंगाजल की गुणवत्ता
गंगाजल की गुणवत्ता
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Published : Apr 5, 2020, 10:31 AM IST

Updated : Apr 5, 2020, 1:18 PM IST

लखनऊ : कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए देश में लॉकडाउन है. इसका असर पर्यावरण पर देखने को मिल रहा है. लॉकडाउन की वजह से जहां दिल्ली में वायु गुणवत्ता में सुधार हुआ था, वहीं गंगा नदी का जल पहले से 40-50 फीसद तक स्वच्छ हुआ है.

लॉकडाउन की वजह से देश में कारखाने बंद हैं. इस वजह से गंगा की स्थिति में इतना सुधार देखा जा रहा है. इससे गंगा के आस-पास रहने वाले लोग खुश नजर आ रहे हैं.

गंगाजल की गुणवत्ता में सुधार

आईआईटी बीएचयू केमिकल इंजिनियरिंग विभाग के प्रोफेसर डॉ पीके मिश्रा ने बताया कि गंगा की स्थिति बेहतर होना शुरू हो गई थी, लेकिन इस लॉकडाउन ने गंगा की स्थिति को तेजी से बदल दिया. लॉकडाउन की वजह से कारखानें बंद हो गए हैं. इससे जल स्तर में काफी सुधार हुआ है. क्योंकि गंगा में होने वाले कुल प्रदूषण में उद्योगों की हिस्सेदारी 10 फीसद तक होती है. इसके अलावा अन्य कारणों से प्रदूषण होता है.

उन्होंने कहा कि 15-16 मार्च को हुई बारिश की वजह से गंगा के जलस्तर में भी वृद्धि हुई है. 24 मार्च को लागू हुए लॉकडाउन की वजह से जल की गुणवत्ता में तेजी से सुधार हो रहा है. मुझे लगता है कि गंगा पहले की तरह फिर से स्वच्छ हो सकती है.

बता दें कि सरकार गंगा को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए कई अभियान चला रही है, हालांकि सरकार के माध्यम से चलाए जा रहे इन अभियानों से ज्यादा स्वच्छ गंगा लॉकडाउन के दौरान हुई है.

लखनऊ : कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए देश में लॉकडाउन है. इसका असर पर्यावरण पर देखने को मिल रहा है. लॉकडाउन की वजह से जहां दिल्ली में वायु गुणवत्ता में सुधार हुआ था, वहीं गंगा नदी का जल पहले से 40-50 फीसद तक स्वच्छ हुआ है.

लॉकडाउन की वजह से देश में कारखाने बंद हैं. इस वजह से गंगा की स्थिति में इतना सुधार देखा जा रहा है. इससे गंगा के आस-पास रहने वाले लोग खुश नजर आ रहे हैं.

गंगाजल की गुणवत्ता में सुधार

आईआईटी बीएचयू केमिकल इंजिनियरिंग विभाग के प्रोफेसर डॉ पीके मिश्रा ने बताया कि गंगा की स्थिति बेहतर होना शुरू हो गई थी, लेकिन इस लॉकडाउन ने गंगा की स्थिति को तेजी से बदल दिया. लॉकडाउन की वजह से कारखानें बंद हो गए हैं. इससे जल स्तर में काफी सुधार हुआ है. क्योंकि गंगा में होने वाले कुल प्रदूषण में उद्योगों की हिस्सेदारी 10 फीसद तक होती है. इसके अलावा अन्य कारणों से प्रदूषण होता है.

उन्होंने कहा कि 15-16 मार्च को हुई बारिश की वजह से गंगा के जलस्तर में भी वृद्धि हुई है. 24 मार्च को लागू हुए लॉकडाउन की वजह से जल की गुणवत्ता में तेजी से सुधार हो रहा है. मुझे लगता है कि गंगा पहले की तरह फिर से स्वच्छ हो सकती है.

बता दें कि सरकार गंगा को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए कई अभियान चला रही है, हालांकि सरकार के माध्यम से चलाए जा रहे इन अभियानों से ज्यादा स्वच्छ गंगा लॉकडाउन के दौरान हुई है.

Last Updated : Apr 5, 2020, 1:18 PM IST
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