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उत्तराखंड में मिला 20 लाख साल पुराना जीवाश्म, संग्रहालय खोलने का प्रस्ताव

उत्तराखंड के कॉर्बेट में 20 लाख साल पुराना जीवाश्म मिला है. इसके बाद कॉर्बेट प्रशासन ने जीवाश्म संग्रहालय बनाने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा है. इसके अलावा यहां जीवाश्मों की खोज तेज कर दी गई है.

कॉर्बेट में मिला 20 लाख साल पुराना जीवाश्म
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Published : Jun 28, 2019, 5:09 PM IST

रामनगर: उत्तराखंड के कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में हाथी का 20 लाख साल पुराना जीवाश्म मिला है. इसके मिलने के बाद कॉर्बेट प्रशासन धनगढ़ी संग्रहालय में जीवाश्म केंद्र खोलने पर विचार किया जा रहा है, जिससे संबंधित प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा गया है. संग्रहालय खोलने का फैसला लेने से पहले जीवाश्मों को ढूंढने की तैयारी की जा रही है, ताकि कॉर्बेट में आने वाले पर्यटक वन्यजीवों के साथ-साथ जीवाश्म को भी देख सकें.

कॉर्बेट में मिला 20 लाख साल पुराना जीवाश्म, देखें वीडियो

दरअसल, रामनगर कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में बीते मई माह में अंतरिक्ष उपयोग केंद्र के निदेशक डॉ. एसपी सिंह बिष्ट और इसरो से जुड़े भारतीय रिमोट सेंसिंग के निदेशक डॉ. प्रकाश चौहान को कॉर्बेट के बिजरानी जोन में एक जबड़े के आकार का जीवाश्म मिला था. उन्होंने जांच के बाद दावा किया कि यह जीवाश्म 20 लाख साल पुराने हाथी के पूर्वज का हो सकता है. इस संदर्भ में कई वैज्ञानिकों से संपर्क किया गया और उन्हें इस जीवाश्म के चित्र भेजे गए थे.

पढ़ें- चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, 50 दिन में आंकड़ा पहुंचा 22 लाख के पार

कॉर्बेट प्रशासन, टाइगर रिजर्व में 20 लाख साल पुराना जीवाश्म मिलने के बाद जीवाश्मों की खोज तेज कर दी है. साथ ही कॉर्बेट प्रशासन धनगढ़ी स्थित संग्रहालय में जीवाश्म केंद्र बनाना चाहती है, जिसके लिए उत्तराखंड प्रधान मुख्य वन संरक्षक को प्रस्ताव भेजा जा चुका है. कॉर्बेट के क्षेत्र में जीवाश्मों की और खोज करने से लाखों साल पुराना इतिहास जानने में मदद मिल सकती है. वैज्ञानिकों का मानना है कि यहां हिरण और घोड़ों के भी जीवाश्म मिल सकते हैं.

रामनगर: उत्तराखंड के कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में हाथी का 20 लाख साल पुराना जीवाश्म मिला है. इसके मिलने के बाद कॉर्बेट प्रशासन धनगढ़ी संग्रहालय में जीवाश्म केंद्र खोलने पर विचार किया जा रहा है, जिससे संबंधित प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा गया है. संग्रहालय खोलने का फैसला लेने से पहले जीवाश्मों को ढूंढने की तैयारी की जा रही है, ताकि कॉर्बेट में आने वाले पर्यटक वन्यजीवों के साथ-साथ जीवाश्म को भी देख सकें.

कॉर्बेट में मिला 20 लाख साल पुराना जीवाश्म, देखें वीडियो

दरअसल, रामनगर कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में बीते मई माह में अंतरिक्ष उपयोग केंद्र के निदेशक डॉ. एसपी सिंह बिष्ट और इसरो से जुड़े भारतीय रिमोट सेंसिंग के निदेशक डॉ. प्रकाश चौहान को कॉर्बेट के बिजरानी जोन में एक जबड़े के आकार का जीवाश्म मिला था. उन्होंने जांच के बाद दावा किया कि यह जीवाश्म 20 लाख साल पुराने हाथी के पूर्वज का हो सकता है. इस संदर्भ में कई वैज्ञानिकों से संपर्क किया गया और उन्हें इस जीवाश्म के चित्र भेजे गए थे.

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कॉर्बेट प्रशासन, टाइगर रिजर्व में 20 लाख साल पुराना जीवाश्म मिलने के बाद जीवाश्मों की खोज तेज कर दी है. साथ ही कॉर्बेट प्रशासन धनगढ़ी स्थित संग्रहालय में जीवाश्म केंद्र बनाना चाहती है, जिसके लिए उत्तराखंड प्रधान मुख्य वन संरक्षक को प्रस्ताव भेजा जा चुका है. कॉर्बेट के क्षेत्र में जीवाश्मों की और खोज करने से लाखों साल पुराना इतिहास जानने में मदद मिल सकती है. वैज्ञानिकों का मानना है कि यहां हिरण और घोड़ों के भी जीवाश्म मिल सकते हैं.

Intro:summary-कॉर्बेट में 20 लाख साल पुराना जीवाश्म मिलने के बाद कॉर्बेट प्रशासन जीवाश्म संग्रहालय स्थापित करना चाहता है।ताकि विदेशो की तरह यहाँ भी वन्य जीवों के अवशेष पर्यटन को बढ़ावा मिल सके।

intro- कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में हाथी का 20 लाख साल पुराना जीवाश्म मिलने से यहां पर जीवाश्म की तलाश शुरू की जाएगी। जीवाश्म मिलने के बाद कॉर्बेट प्रशासन धनगढ़ी संग्रहालय में जीवाश्म केंद्र खोले जाने की बात कर रहा है। ताकि कॉर्बेट में आने वाले पर्यटक वन्यजीवों के साथ-साथ जीवाश्म को भी देख सकें और यहां के पर्यटन को भी बढ़ावा मिल सके।


Body:v.o.- रामनगर कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में बीते मई माह में अंतरिक्ष उपयोग केंद्र के निदेशक डॉ एस पी सिंह बिष्ट तथा इसरो से जुड़े भारतीय रिमोट सेसिंग के निदेशक डॉ प्रकाश चौहान को कॉर्बेट के बिजरानी जोन में एक जबड़े के आकार का जीवाश्म मिला था। उन्होंने जांच के बाद दावा किया कि यह जीवाश्म 20लाख साल पुराने हाथी के पूर्वज का हो सकता है। इस संदर्भ में कई वैज्ञानिकों से संपर्क साधा गया और उन्हें इस जीवाश्म के चित्र भेजे गए तो उन्होंने छाया चित्रों का अध्ययन कर बताया कि यह जीवाश्म 20लाख साल पुराना हो सकता है ।कॉर्बेट प्रशासन, टाइगर रिजर्व में 20लाख साल पुराना जीवाश्म मिलने से गदगद है। इस क्षेत्र में यह जीवाश्म मिलने से अन्य जीवों के जीवाश्म मिलने की संभावनाओं के चलते जीवाश्म की खोज की जा सकती है।कॉर्बेट प्रशासन धनगढ़ी क्षेत्र में स्थित संग्रहालय में जीवाश्म केंद्र बनाना चाहता है इसके लिए उत्तराखंड प्रधान मुख्य वन संरक्षक को प्रस्ताव बनाकर भेजा जा चुका है और प्रशासन का मानना है कि जीवाश्म केंद्र बनने से इस जीवाश्म के साथ - साथ खोज में मिलने वाले अन्य जीवाश्म को रखा जाएगा ।ताकि कॉर्बेट पार्क घूमने आने वाले सैलानी वन्यजीवों के साथ-साथ जीवाश्म को भी देखने का उन्हें मौका मिल सके। और साथ ही इससे यहां होने वाले पर्यटन को भी बढ़ावा मिल सके। संभावनाएं जताई जा रही है कि दिसंबर माह में जीवाश्म केंद्र बन सकता है।

byte-चंद्रशेखर जोशी(उपनिदेशक,कॉर्बेट टाइगर रिजर्व)


Conclusion:fvo-कॉर्बेट के क्षेत्र में जीवाश्मों की और खोज की जाये तो कई चीज़ों पर पड़े पर्दे उठ सकते है।औऱ पुराने काल का इतिहास निकल कर सामने आ सकता है।बावजूद इसके हाथी के पूर्वजों का यह जीवाश्म मिलने से कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के साथ एक और उपलब्धि ज़रूर जुड़ गयी है।पर देखने वाली बात यह होगी कि क्या कॉर्बेट प्रशासन जीवाष्मो की खोज करने में रुचि रखेगा।
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