बेंगलुरु : कर्नाटक के पूर्व डिप्टी सीएम जी. परमेश्वर के निजी सहायक रमेश ने शनिवार को यहां कथित रूप से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. पुलिस ने यह जानकारी दी.
गौरतलब है कि आयकर विभाग के अधिकारियों ने कुछ दिन पहले पूर्व उपमुख्यमंत्री के आवास, कार्यालय और शिक्षा संस्थानों पर छापे मारे थे. परमेश्वर से जुड़े कार्यालय, आवास एवं संस्थानों पर छापेमारी के अलावा, आयकर अधिकारियों ने उनके भाई जी. शिवप्रसाद और निजी सहायक रमेश के घर की भी तलाशी ली गई थी.
पुलिस ने बताया कि सुबह भारतीय खेल प्राधिकरण के मैदान के निकट एक पेड़ से रमेश को लटकते हुए पाया गया. रमेश रामनगर में मेल्लईहल्ली के रहने वाले थे। रमेश ने एक टाइपिस्ट के रूप में कांग्रेस के साथ अपना कार्यकाल शुरू किया था और वह परमेश्वर के करीबी बन गये थे.
छामेपारी में पांच करोड़ रुपये नकद जब्त
आयकर विभाग ने कर्नाटक के पूर्व उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वर और अन्य के खिलाफ मारे गए छापों के दौरान करीब पांच करोड़ रुपये नकद बरामद किये. अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि बृहस्पतिवार से शुरू की गई छापेमारी करीब 25 स्थानों पर की गई.
इस छापेमारी के तहत, आयकर विभाग के 300 से ज्यादा अधिकारी कर्नाटक में कांग्रेस के दो प्रमुख नेताओं से जुड़े परिसरों में दाखिल हुए. इन नेताओं में पूर्व उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वर और पूर्व सांसद आर एल जालप्पा के बेटे जे राजेंद्र शामिल हैं.
अधिकारियों ने कहा है कि ये छापेमारी नीट परीक्षाओं से जुड़े कई करोड़ रुपये के कर चोरी मामले के संबंध में की जा रही है.
पढ़ें-कांग्रेस के अकाउंट विभाग में लगा ताला, छापेमारी पर भड़की पार्टी
परमेश्वर का परिवार सिद्धार्थ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स चलाता है वहीं राजेंद्र डोडाबल्लापुरा और कोलार में आर एल जलप्पा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी चलाते हैं.
इस बीच परमेश्वर ने कहा कि उन्होंने रमेश को साहसी बनने और स्थिति का निडरतापूर्वक सामना करने के लिए कहा था. उन्होंने पत्रकारों से कहा, 'पता नहीं उसने क्यों आत्महत्या कर ली। आज सुबह भी मैंने उससे बात की और उनसे निडर बने रहने को कहा था.'
दूसरी तरफ आयकर विभाग के अधिकारियों ने परमेश्वर को मंगलवार को उनके समक्ष पेश होने के लिए कहा है.
परमेश्वर ने बताया कि उन्होंने (आईटी अधिकारियों) उन्हें मंगलवार को बुलाया है. उन्होंने यहां कहा, ‘इसलिए मैं मंगलवार को वहां जाऊंगा.'
कांग्रेस नेता ने कहा कि आयकर विभाग के अधिकारियों ने उनसे कहा है कि कुछ छात्रों की शिकायतों के बाद छापे की कार्रवाई की गई थी.
पढ़ें-साइको की तरह काम कर रहे जगनमोहन रेड्डी : चंद्रबाबू नायडू
उन्होंने छापों को कोई राजनीतिक रंग देने से इनकार करते हुए कहा कि वह आयकर अधिकारियों के निष्कर्षों का जवाब तैयार कर रहे हैं.
आयकर विभाग ने शुक्रवार को एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा था कि उसने कर्नाटक में नौ अक्टूबर को एक प्रमुख व्यवसाय समूह के परिसरों पर छापे मारे थे और यह समूह कई शैक्षणिक संस्थानों का संचालन करता है.