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मेहुल चौकसी मामलाः भारतीय अधिकारियों ने दी थी गलत जानकारी- एंटीगुआ के पीएम

PNB में धोखाधड़ी के आरोपी मेहुल चौकसी को लेकर बारबुडा के पीएम का बयान सामने आया है. दरअसल UN महासभा में भाग लेने पहुंचे गैस्टन ब्राउन ने समाचार एजेंसी को इंटरव्यू दिया था, जिसमें उन्होंने चौकसी मामले में भारतीय अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया है. इस संबंध में पूर्व राजदूत जे के त्रिपाठी ने ईटीवी भारत से बातचीत की है. जानें उन्होंने क्या कुछ कहा...

ईटीवी भारत से बातचीत करते पूर्व राजदूत
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Published : Sep 26, 2019, 7:47 PM IST

Updated : Oct 2, 2019, 3:24 AM IST

नई दिल्लीः एंटीगुआ और बारबुडा के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउन ने मेहुल चौकसी मामले में भारतीय अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया. मामले को लेकर पूर्व राजदूत त्रिपाठी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की है. जे के त्रिपाठी ने इसे भारतीय अधिकारियों की लापरवाही बताया है.

गौरतलब है कि गैस्टन ब्राउन संयुक्त राष्ट्र की महासभा में भाग लेने न्यूयॉर्क पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने मेहुल चौकसी के बारे में बात की.

समाचार एजेंसी को दिया था साक्षात्कार
मीडिया संस्थान को दिए साक्षात्कार में ब्राउन ने कहा, मेहुल चौकसी के बारे में भारतीय अधिकारियों ने यह कहकर स्वीकृति दी थी कि वे एक अच्छे व्यक्ति हैं. और बाद में उन्हें भगोड़ा घोषित किया गया. भारतीय अधिकारियों ने हमें चौकसी को लेकर गलत जानकारी दी.

ब्राउन ने क्या कहा
उन्होंने आगे कहा कि हमारे अधिकारियों ने भारत के द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर ही मेहुल चौकसी को नागरिकता दी है. लेकिन बाद में भारतीय अधिकारियों द्वारा कहा गया कि वे धोखेबाज हैं.

पूर्व राजदूत ने ईटीवी भारत से की बातचीत
इस मामले को लेकर पूर्व राजदूत जे के त्रिपाठी ने ईटीवी भारत से बातचीत की है. बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि सबसे पहले यह दिखाया गया था कि हमारे अधिकारियों ने बड़ी लापरवाही की है.

पूर्व राजदूत जे के त्रिपाठी ने की ईटीवी भारत से खास बातचीत, देखें वीडियो...

उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से टेक्नोलॉजी के इस युग में सरकार का बांया हाथ नहीं जानता कि दाहिना हाथ क्या कर रहा है. यह जानकारी का अभाव है, ऐसा नहीं हुआ होगा.

पढ़ेंः मेहुल चोकसी पर कसा शिकंजा, प्रत्यर्पण का रास्ता साफ

धोखाधड़ी का आरोपी मेहुल चौकसी
गौरतलब है कि PNB धोखाधड़ी मामले के आरोपी चौकसी अपने भतीजे नीरव मोदी के साथ हैं. मेहुल चौकसी पर 13,500 करोड़ की पीएनबी की धोखाधड़ी का आरोप है.

आपको बता दें कि जनवरी 2018 में, चौकसी को एंटीगुआ और बारबुडा की नागरिकता दी गई थी.

चौकसी और नीरव मोदी के किए गए थे पासपोर्ट रद्द
फरवरी में जब जांच एजेंसियों को पता लगा कि उन्होंने पीएनबी में भारी ऋण की धोखाधड़ी की है तो चौकसी और मोदी के पासपोर्ट रद्द कर दिए गए थे.

गौरतलब है कि भारत और एंटीगुआ के बीच कोई प्रत्यर्पण संधि नहीं है. इस संबंध में दोनों पक्षों के बीच कई आदान प्रदान हुए थे.

MEA प्रवक्ता ने क्या कहा
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि चौकसी का प्रत्यर्पण मामला नियमित रूप से एंटीगुआ के अधिकारियों के साथ है.

मेहुल चौकसी ने PMLA कोर्ट में एक लिखित आवेदन दिया था जिसमें कहा गया था कि वह जांच में सहयोग करने को तैयार हैं, लेकिन भारत लौटने से इंकार कर दिया था, जिसका कारण उन्होंने मॉब लिंचिंग दिया था.

नई दिल्लीः एंटीगुआ और बारबुडा के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउन ने मेहुल चौकसी मामले में भारतीय अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया. मामले को लेकर पूर्व राजदूत त्रिपाठी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की है. जे के त्रिपाठी ने इसे भारतीय अधिकारियों की लापरवाही बताया है.

गौरतलब है कि गैस्टन ब्राउन संयुक्त राष्ट्र की महासभा में भाग लेने न्यूयॉर्क पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने मेहुल चौकसी के बारे में बात की.

समाचार एजेंसी को दिया था साक्षात्कार
मीडिया संस्थान को दिए साक्षात्कार में ब्राउन ने कहा, मेहुल चौकसी के बारे में भारतीय अधिकारियों ने यह कहकर स्वीकृति दी थी कि वे एक अच्छे व्यक्ति हैं. और बाद में उन्हें भगोड़ा घोषित किया गया. भारतीय अधिकारियों ने हमें चौकसी को लेकर गलत जानकारी दी.

ब्राउन ने क्या कहा
उन्होंने आगे कहा कि हमारे अधिकारियों ने भारत के द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर ही मेहुल चौकसी को नागरिकता दी है. लेकिन बाद में भारतीय अधिकारियों द्वारा कहा गया कि वे धोखेबाज हैं.

पूर्व राजदूत ने ईटीवी भारत से की बातचीत
इस मामले को लेकर पूर्व राजदूत जे के त्रिपाठी ने ईटीवी भारत से बातचीत की है. बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि सबसे पहले यह दिखाया गया था कि हमारे अधिकारियों ने बड़ी लापरवाही की है.

पूर्व राजदूत जे के त्रिपाठी ने की ईटीवी भारत से खास बातचीत, देखें वीडियो...

उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से टेक्नोलॉजी के इस युग में सरकार का बांया हाथ नहीं जानता कि दाहिना हाथ क्या कर रहा है. यह जानकारी का अभाव है, ऐसा नहीं हुआ होगा.

पढ़ेंः मेहुल चोकसी पर कसा शिकंजा, प्रत्यर्पण का रास्ता साफ

धोखाधड़ी का आरोपी मेहुल चौकसी
गौरतलब है कि PNB धोखाधड़ी मामले के आरोपी चौकसी अपने भतीजे नीरव मोदी के साथ हैं. मेहुल चौकसी पर 13,500 करोड़ की पीएनबी की धोखाधड़ी का आरोप है.

आपको बता दें कि जनवरी 2018 में, चौकसी को एंटीगुआ और बारबुडा की नागरिकता दी गई थी.

चौकसी और नीरव मोदी के किए गए थे पासपोर्ट रद्द
फरवरी में जब जांच एजेंसियों को पता लगा कि उन्होंने पीएनबी में भारी ऋण की धोखाधड़ी की है तो चौकसी और मोदी के पासपोर्ट रद्द कर दिए गए थे.

गौरतलब है कि भारत और एंटीगुआ के बीच कोई प्रत्यर्पण संधि नहीं है. इस संबंध में दोनों पक्षों के बीच कई आदान प्रदान हुए थे.

MEA प्रवक्ता ने क्या कहा
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि चौकसी का प्रत्यर्पण मामला नियमित रूप से एंटीगुआ के अधिकारियों के साथ है.

मेहुल चौकसी ने PMLA कोर्ट में एक लिखित आवेदन दिया था जिसमें कहा गया था कि वह जांच में सहयोग करने को तैयार हैं, लेकिन भारत लौटने से इंकार कर दिया था, जिसका कारण उन्होंने मॉब लिंचिंग दिया था.

Intro:New Delhi: After Antigua Barbuda PM Gaston Browne in an interview to news agency ANI blamed Indian officials for clearing fugitive diamataire Mehul Choksi as a person of 'good standing' only later to be declared as a 'crook', former ambassador JK Tripathi called it carelessness on Indian officials part.





Body:Speaking exclusively to ETV Bharat, former ambassador Tripathi said, 'first of all a big carelessness was shown by our officials. Unfortunately, in this age of technology, left hand of the government doesn't know what the right hand is doing. This is lack of information. It must not have happened.'

Though the former envoy was quick to recognise Antiguan PM's assurance that Choksi, who alongwth his nephew Nirav Modi is a prime The accused in Rs. 13,500 crore PNB fraud case will be deported to India once he exhausts all his appeals.

Crediting it an outcome of PM Modi's interaction with leaders of CARICOM (Caribbean countries) on the sidelines of the 74th United Nations General Assembly session in New York.





Conclusion:Choksi was granted Antiguan and Barbuda citizenship in January 2018. Passports of Choksi and Modi were cancelled in February after probe agencies unearthed a huge loan fraud at PNB.

There is no extradition treaty between India and Antigua. Several exchanges in this regard had taken place between both sides. The MEA spokesperson Raveesh Kumar had time and again said that the matter of Choksi's extradition is regularly taken up with Antiguan authorities.

Mehul Choksi in his written application to PMLA court had said that he is willing to cooperate in the investigation but denied returning to India as he fears mob lynching.

Last Updated : Oct 2, 2019, 3:24 AM IST
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