ETV Bharat / bharat

अमेरिका सहित कई देशों ने नागरिकों को पूर्वोत्तर भारत की यात्रा के लिए किया सचेत

author img

By

Published : Dec 14, 2019, 6:31 PM IST

संशोधित नागरिकता कानून के पास हो जाने के बाद पूर्वोत्तर भारत में इसके खिलाफ व्यापक विरोध प्रदर्शन चल रहा है. इस दौरान अमेरिका, ब्रिटेन, इजराइल, कनाडा और सिंगापुर समेत कई अन्य देशों ने अपने नागरिकों को पूर्वोत्तर भारत की यात्रा को लेकर सतर्क किया है. इन देशों ने अपने नागरिकों को इन इलाकों में न जाने की चेतावनी दी है.

ETV BHARAT
पूर्वोत्तर राज्यों में संशोधित नागरिकता कानून का विरोध

वाशिंगटन/लंदन : अमेरिका, ब्रिटेन, इजराइल, कनाडा और सिंगापुर समेत कई देशों ने अपने नागरिकों को भारत में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन से गुजर रहे पूर्वोत्तर क्षेत्र की यात्रा करने के दौरान सावधानी बरतने की सलाह दी है.

बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से उत्पीड़न के चलते भारत पहुंचे गैर मुस्लिमों को नागरिकता प्रदान करने पर केंद्रित इस नए संशोधित नागरिकता कानून से पूर्वोत्तर में जनाक्रोश फैला हुआ है. लोगों को डर है कि इससे अवैध प्रवासन की समस्या और बिगड़ सकती है.

अमेरिका ने सीएए को लेकर चल रहे प्रदर्शन के बीच असम की आधिकारिक यात्राएं अस्थायी रूप से निलंबित कर दी हैं.

परामर्श में कहा गया है, 'भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में अमेरिकी नागरिकों को नागरिकता (संशोधन) विधेयक को मंजूरी मिलने से हो रहे प्रदर्शन और हिंसा की खबरों के मद्देनजर सावधानी बरतनी चाहिए.

कुछ क्षेत्रों में सरकारी कर्फ्यू लगाया गया है. इंटरनेट और मोबाइल संचार सेवाएं बाधित हो सकती हैं. विभिन्न हिस्सों में आवाजाही प्रभावित हो सकती है.'

नयी दिल्ली में अमेरिकी दूतावास ने भी पूर्वोत्तर में रहने वाले अपने नागिरकों को के लिए ‘क्या करना चाहिए और क्या नहीं’ की सूची जारी की है.

ब्रिटिश सरकार ने भी अपने नागरिकों को भारत के पूर्वोत्तर राज्यों की यात्रा करने को लेकर आगाह करते हुए नया यात्रा परामर्श जारी किया है.

सभी देशों के लिए फॉरेन एंड कॉमनवेल्थ ऑफिस (एफसीओ) द्वारा नियमित रूप से अद्यतन किए जाने वाले नियमित यात्रा परामर्श खंड में, ब्रिटिश नागरिकों को इस क्षेत्र की अतिआवश्यकता के दौरान ही यात्रा करने को कहा गया है. इस दौरान सावधानी बरतने की सलाह दी गयी है.

पढ़ें- CAB से पड़ने वाले असर को लेकर चिंतित है अमेरिका

सिंगापुर के विदेश मंत्रालय ने भी पूर्वोत्तर भारत के लिए यात्रा नोटिस जारी किया है और अपने नागरिकों को वहां की यात्रा के दौरान सतर्कता एवं सावधानियां बरतने की सलाह दी है.

सिंगापुर के न्यूज एशिया ने विदेश मंत्रालय के हवाले से कहा, 'सड़कों पर हो रहे प्रदर्शनों के कारण कुछ उड़ानों और ट्रेन सेवाओं के रद हो गईं हैं, जिनके कारण यात्रा की स्थिति कठिन है.

इंटरनेट और मोबाइल डेटा भी कुछ क्षेत्रों तक सीमित कर दिया गया है. बदलती हुई स्थिति के मद्देनजर यात्री स्थानीय खबरों के माध्यम से अपने आप को नयी चीजों से वाकिफ रखें और निजी सुरक्षा के लिए जरूरी एहतियात बरतें, भीड़भाड़ वाले स्थानों पर न जाएं.'

कनाडा ने अपने नागरिकों को अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम और नगालैंड की गैरजरूरी यात्राएं टालने की सलाह दी है.

इजराइल ने अपने यात्रियों को हिंसक प्रदर्शन के चलते असम बिलकुल नहीं जाने की सलाह दी है.

पूर्वोत्तर राज्यों में रहने वाले अपने नागरिकों को इजराइल ने अधिकारियों के निर्देशों के अनुसार काम करने की सलाह दी है.

वाशिंगटन/लंदन : अमेरिका, ब्रिटेन, इजराइल, कनाडा और सिंगापुर समेत कई देशों ने अपने नागरिकों को भारत में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन से गुजर रहे पूर्वोत्तर क्षेत्र की यात्रा करने के दौरान सावधानी बरतने की सलाह दी है.

बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से उत्पीड़न के चलते भारत पहुंचे गैर मुस्लिमों को नागरिकता प्रदान करने पर केंद्रित इस नए संशोधित नागरिकता कानून से पूर्वोत्तर में जनाक्रोश फैला हुआ है. लोगों को डर है कि इससे अवैध प्रवासन की समस्या और बिगड़ सकती है.

अमेरिका ने सीएए को लेकर चल रहे प्रदर्शन के बीच असम की आधिकारिक यात्राएं अस्थायी रूप से निलंबित कर दी हैं.

परामर्श में कहा गया है, 'भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में अमेरिकी नागरिकों को नागरिकता (संशोधन) विधेयक को मंजूरी मिलने से हो रहे प्रदर्शन और हिंसा की खबरों के मद्देनजर सावधानी बरतनी चाहिए.

कुछ क्षेत्रों में सरकारी कर्फ्यू लगाया गया है. इंटरनेट और मोबाइल संचार सेवाएं बाधित हो सकती हैं. विभिन्न हिस्सों में आवाजाही प्रभावित हो सकती है.'

नयी दिल्ली में अमेरिकी दूतावास ने भी पूर्वोत्तर में रहने वाले अपने नागिरकों को के लिए ‘क्या करना चाहिए और क्या नहीं’ की सूची जारी की है.

ब्रिटिश सरकार ने भी अपने नागरिकों को भारत के पूर्वोत्तर राज्यों की यात्रा करने को लेकर आगाह करते हुए नया यात्रा परामर्श जारी किया है.

सभी देशों के लिए फॉरेन एंड कॉमनवेल्थ ऑफिस (एफसीओ) द्वारा नियमित रूप से अद्यतन किए जाने वाले नियमित यात्रा परामर्श खंड में, ब्रिटिश नागरिकों को इस क्षेत्र की अतिआवश्यकता के दौरान ही यात्रा करने को कहा गया है. इस दौरान सावधानी बरतने की सलाह दी गयी है.

पढ़ें- CAB से पड़ने वाले असर को लेकर चिंतित है अमेरिका

सिंगापुर के विदेश मंत्रालय ने भी पूर्वोत्तर भारत के लिए यात्रा नोटिस जारी किया है और अपने नागरिकों को वहां की यात्रा के दौरान सतर्कता एवं सावधानियां बरतने की सलाह दी है.

सिंगापुर के न्यूज एशिया ने विदेश मंत्रालय के हवाले से कहा, 'सड़कों पर हो रहे प्रदर्शनों के कारण कुछ उड़ानों और ट्रेन सेवाओं के रद हो गईं हैं, जिनके कारण यात्रा की स्थिति कठिन है.

इंटरनेट और मोबाइल डेटा भी कुछ क्षेत्रों तक सीमित कर दिया गया है. बदलती हुई स्थिति के मद्देनजर यात्री स्थानीय खबरों के माध्यम से अपने आप को नयी चीजों से वाकिफ रखें और निजी सुरक्षा के लिए जरूरी एहतियात बरतें, भीड़भाड़ वाले स्थानों पर न जाएं.'

कनाडा ने अपने नागरिकों को अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम और नगालैंड की गैरजरूरी यात्राएं टालने की सलाह दी है.

इजराइल ने अपने यात्रियों को हिंसक प्रदर्शन के चलते असम बिलकुल नहीं जाने की सलाह दी है.

पूर्वोत्तर राज्यों में रहने वाले अपने नागरिकों को इजराइल ने अधिकारियों के निर्देशों के अनुसार काम करने की सलाह दी है.

Intro:Body:

 Print



पीटीआई-भाषा संवाददाता 16:28 HRS IST




             
  • अमेरिका, ब्रिटेन और अन्य देशों ने अपने नागरिकों को पूर्वोत्तर भारत की यात्रा को लेकर सतर्क किया



वाशिंगटन/लंदन, 14 दिसंबर (भाषा) अमेरिका, ब्रिटेन, इजराइल, कनाडा और सिंगापुर समेत कई देशों ने अपने नागरिकों को भारत में संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन से गुजर रहे पूर्वोत्तर क्षेत्र की यात्रा करने के दौरान सावधानी बरतने की सलाह दी है।



बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से उत्पीड़न के चलते भारत पहुंचे गैर मुस्लिमों को नागरिकता प्रदान करने पर केंद्रित इस नए संशोधित नागरिकता कानून से पूर्वोत्तर में जनाक्रोश फैला हुआ है। लोगों को डर है कि इससे अवैध प्रवासन की समस्या और बिगड़ सकती है।



अमेरिका ने प्रदर्शन के केंद्र असम की आधिकारिक यात्राएं अस्थायी रूप से निलंबित कर दी हैं।



परामर्श में कहा गया है, ‘‘ भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में अमेरिकी नागरिकों को नागरिकता (संशोधन) विधेयक को मंजूरी मिलने से हो रहे प्रदर्शन और हिंसा की खबरों के मद्देनजर सावधानी बरतनी चाहिए। कुछ क्षेत्रों में सरकारी कर्फ्यू लगाया गया है। इंटरनेट और मोबाइल संचार सेवाएं बाधित हो सकती हैं। विभिन्न हिस्सों में आवाजाही प्रभावित हो सकती है।’’



नयी दिल्ली में अमेरिकी दूतावास ने भी पूर्वोत्तर में रहने वाले अपने नागिरकों को के लिए ‘ क्या करना चाहिए और क्या नहीं’ की सूची जारी की है।



ब्रिटिश सरकार ने भी अपने नागरिकों को भारत के पूर्वोत्तर राज्यों की यात्रा करने को लेकर आगाह करते हुए नया यात्रा परामर्श जारी किया है।



सभी देशों के लिए फॉरेन एंड कॉमनवेल्थ ऑफिस (एफसीओ) द्वारा नियमित रूप से अद्यतन किए जाने वाले नियमित यात्रा परामर्श खंड में ब्रिटिश नागरिकों को इस क्षेत्र की अति आवश्यक यात्रा के दौरान सावधानी बरतने की सलाह दी गयी है।



सिंगापुर के विदेश मंत्रालय ने भी पूर्वोत्तर भारत के लिए यात्रा नोटिस जारी किया है और अपने नागरिकों को वहां की यात्रा के दौरान सतर्कता एवं सावधानियां बरतने की सलाह दी है।



सिंगापुर के खबरिया चैनल न्यूज एशिया ने विदेश मंत्रालय के हवाले से कहा, ‘‘ सड़कों पर हो रहे प्रदर्शन, कुछ उड़ानों और ट्रेन सेवाओं के रद्द हो जाने के कारण यात्रा की स्थिति कठिन है। मोबाइल डाटा भी कुछ क्षेत्रों तक सीमित कर दिया गया है। बदलती हुई स्थिति के मद्देनजर यात्री स्थानीय खबरों के माध्यम से अपने आप को नयी चीजों से वाकिफ रखें और निजी सुरक्षा के लिए जरूरी एहतियात बरतें, भीड़भाड़ वाले स्थानों पर न जाएं।’’



कनाडा ने अपने नागरिकों को अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम और नगालैंड की गैर जरूरी यात्राएं टालने की सलाह दी है।



इजराइल ने अपने यात्रियों को हिंसक प्रदर्शन के चलते असम बिलकुल नहीं जाने की सलाह दी है।



पूर्वोत्तर राज्यों में रहने वाले अपने नागरिकों को इजराइल ने अधिकारियों के निर्देशों के अनुसार काम करने की सलाह दी है।

 


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.