नई दिल्ली : केरल की नर्स लिनी पीएन को मरोणोपरांत फ्लोरेंस नाइटिंगेल अवार्ड 2019 से सम्मानित किया गया है. उन्हें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सम्मानित किया. बता दें कि लिनी पीएन निपाह वायरस से पीड़ित मरीजों का इलाज करते हुए खुद पीड़ित हो गई, जिसके चलते उनकी मौत हो गई.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने लिनी पीएन के अवार्ड को उनके पति पी सुरेश ने दिया.
फ्लोरेंस नाइटिंगेल अवार्ड 2019 समारोह का आयोजन दिल्ली के विज्ञान भवन में किया गया. इसमें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शिकरत हुए और नर्सों को सम्मानित किया.
आपकों बता दें कि फ्लोरेंस नाइटिंगेल अवार्ड 2019 चिकित्सा के क्षेत्र में नर्सिंग सेवा प्रदान करन के लिए दिया जाता है.
नाइटिंगल अवार्ड प्रदान करने के दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा, 'नर्स सेवा, सुरक्षा व करुणा की सच्ची प्रतीक हैं. पोलियो, मलेरिया व एचआईवी एड्स जैसी खतरनाक बीमारियों से लड़ने में भारत की नर्सों का महत्वपूर्ण योगदान है.'
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने नर्सिग ट्रेनिंग के लिए उच्च गुणवत्ता वाले प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करने पर जोर दिया.
उन्होंने कहा कि विदेशों में कार्यरत भारतीय नर्सों ने अपने अमूल्य योगदान से भारत का सम्मान बढ़ाया है.'
राष्ट्रपति कोविंद ने इस बात पर प्रसन्नता जाहिर की कि विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्लूएचओ ने वर्ष 2020 को नर्स एवं मिडवाइवस वर्ष घोषित किया है. डब्लूएचओ ने चिकित्सा के क्षेत्र में नर्स व मिडवाइवस के योगदान को सराहने के लिए यह कदम उठाया है.
राष्ट्रपति कोविंद ने याद दिलाया है वर्ष 2020 में फ्लोरेंस नाइटिंगेल का 200वां जन्मदिवस है. नाइटिंगेल का जन्म लंदन में हुआ था. उन्होंने नर्सिंग के जरिए लोगों की सेवा को अपने जीवन का लक्ष्य बनाया था.
उन्होंने कहा कि हमारे देश में वृद्धि व्यक्तियों की संख्या बढ़ रही है. इस कारण से उनकी देखभाल के लिए उचित चिकित्सा आवश्यकता है. उन्होंने आगे कहा कि भारत में परिवार के लोग ही अपने बुजर्गों की सेवा करते है. हालांकि बदलती जीवन शैली के कारण पेशवर देखभाल कर्ताओं की मांग लगातार बढ़ रही है.