मुंबई : मुबंई में चक्रवाती तूफान क्यार दस्तक देने वाला है. इसके मद्देनजर तटीय इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया गया है. इसके बाद भी समुद्र में मछुआरे जाने से नहीं रुक रहे हैं. भारतीय नौसेना जहाज (आईएनएस) तेग ने शनिवार की रात चक्रवाती मौसम में 17 मछुआरों को डूबती हुई नाव 'वैष्णो देवी माता' से बचाया है.
बता दें कि मछली पकड़ने वाली एक नाव का विकसित इंजन बंद हो गया और यह समुद्र के मध्य में हवा की दिशा में बहने लगी.
इस संबंध में आईएनजी ने एक बयान में कहा गया कि नाव को बचाकर राज्य द्वारा संचालित तेल और प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) के प्लेटफॉर्म पर पंहुचाया गया है.
प्लेटफॉर्म पर ओएनजीसी के कर्मियों ने रस्सियों के सहारे मछुआरों को निकालने का प्रयास किया, लेकिन रस्सी टूटने के कारण एक ही मछुआरे को बचाया जा सका.
भारतीय नौवहन निगम की ऊर्जा जहाज ने नाव को बचाने का प्रयास किया, क्योंकि वह नाव के आस-पास के क्षेत्र में ही मौजूद था.
गौरतलब है कि आईएनएस तेग, अरब सागर में तैनात एक फ्रिगेट को सहायता प्रदान करने के लिए बचाव कार्य क्षेत्र में तुरंत भेज दिया गया है.
आईएनएस तेग ने नाव को बचाने के लिए विभिन्न दृष्टिकोण बनाए. इसके बाद सभी मछुआरों को सुरक्षित बचा कर जहाज पर लाया गया. बता दें, बचाए गए सभी मछुआरे सुरक्षित हैं और कोई भी मछुआरा हताहत नहीं हुआ है.
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गौरतलब है कि 18 अक्टूबर को भारतीय तट रक्षक ने सभी मछुआरों और स्टॉक होल्डर को मौसम खराब होने की चेतावनी दी थी.
बता दें कि क्यार चक्रवात ने कर्नाटक के कई जिलों को प्रभावित किया है. भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटों में पूर्व मध्य अरब सागर में मौसम खराब हो सकता हैं. वहीं, इसके बाद भी मछुआरे समुद्र में जा रहे हैं.