हैदराबाद : पूरी दुनिया कोरोना संकट से जूझ रही है. लोगों में इसे लेकर काफी भय भी देखा जा रहा है. ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिसमें कोरोना के लक्षण दिखने पर ही लोगों ने आत्महत्या कर ली है.
मेडिकल जर्नल द लैंसेट इंफेक्शियस डिजीज (The Lancet Infectious Diseases ) के नए शोध में बताया गया है कि कोरोना की पुष्टि और अपुष्ट मामले में इस महामारी की मृत्यु दर 0.66% है. वहीं पुष्टि की गई कोविड-19 मामलों का मृत्यु दर 1.38% है. शोधकर्ताओं का कहना है कि फ्लू की तरह कोरोना भी मौसमी रूप से वापस आ सकता है.
इस अध्ययन से पता चला कि इस महामारी में रोगियों की आयु एक महत्वपूर्ण कारक है. 80 साल से ज्यादा उम्र के 20% मरीजों को अस्पताल में भर्ती करना पड़ा, लेकिन 30 साल से कम उम्र वालों के लिए यह आंकड़ा 1% था.
इस महामारी के डर से लोग आत्महत्या क्यों कर रहे हैं
- आत्महत्या करने वालों को डर रहता है कि कहीं वह अपने परिवार को भी संक्रमित न कर दें.
- पूरे दिन कोरोना वायरस संबंधी वीडियो देखते रहना.
- कोरोना से मिलता जुलता लक्षण देख कर ही उन्हें लगता है कि वे भी संक्रमित हो गए हैं.
- 43 प्रतिशत लोगों के लिए तनाव, 25 प्रतिशत के लिए स्वास्थ्य, 21 प्रतिशत के लिए रिलेशनशिप चिंताएं, और 19 प्रतिशत के लिए अकेलापन या अलगाव आत्यहत्या करने की वजह रही.
- कोरोना संक्रमितों के परिवार वालों का समाज में अलगाव किया जा रहा है.
- अत्यधिक शारीरिक स्वास्थ्य समस्याएं भी कुछ रोगियों के लिए वजह बन रही है.
- नकारात्मक विचार भी चिंता और भय को बढ़ा सकते हैं.
सावधानी बरतने और पैनिक न हो कर हम कोरोना से निपट सकते हैं :
सोशल मीडिया और अफवाहों की खबरों से दूर रहें. सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (सीडीसी) जैसे विश्वसनीय स्रोतों से वायरस पर तथ्यात्मक अपडेट पता करे. तथ्यों को जानें. डब्ल्यूएचओ ने कोविड-19 को एक महामारी के रूप में चिह्नित किया है, इससे आपको घबराने की आवश्यकता नहीं है. एक महामारी किसी बीमारी के मृत्यु का समय नहीं बताती है. अब तक 80% संक्रमित लोगों ने हल्के बुखार, ठंड और फ्लू जैसे लक्षणों का अनुभव किया है.
कोल्ड और फ्लू होने पर रिकवरी के लिए यह करें :
- तरल पदार्थ का खूब सेवन करें.
- पर्याप्त पानी पिए ताकि आपका पेशाब साफ हो.
- शराब से दूरी बना कर रखें.
- घर पर आराम करे.
- यदि आपको कोरोना वायरस का कोई लक्षण हैं, तो फौरन खुद को संगरोध करें.
- किसी भी गतिविधि से बचे.
- अपने इलाज के लिए ओवर-द-काउंटर दवाओं का उपयोग करें.
कुछ घटनाक्रमों पर नजर डालते हैं :-
- 12.02.2020 : आंध्र प्रदेश में तीन बच्चों के पिता ने कोरोना वायरस के संदेह में पहले खुद को क्वारंटाइन किया फिर आत्महत्या कर ली.
- 18.03.2020 : कोविड-19 से संक्रमित होने के संदेह में एक व्यक्ति ने दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल की इमारत की सातवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली.
- 23.03.2020 : उत्तर प्रदेश के हपुड़ और बरेली जिलों में दो युवकों ने संदेह के आधार पर आत्महत्या कर ली. उन्होंने अपनी गर्दन और कलाई की नसें काटकर खुद की जान ले ली.
- 23.03.2020 : यूपी के देवरिया जिले के युवक ने बरेली रेलवे स्टेशन पर एक तेज रफ्तार मालगाड़ी के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली. यह कदम उठाने से कुछ मिनट पहले युवक ने एक रेलवे कर्मचारी को बताया कि वह कोरोना संक्रमित था.
- 29.03.2020 : कोरोना से संक्रमित होने के खौफ में तेलंगाना के एक युवक ने आत्महत्या कर ली.
- 01.04.2020 : कर्नाटक के एक किसान ने कोरोना वायरस से संक्रमित होने के डर से आत्महत्या कर ली.
- 03.04.2020 : एक 34 वर्षीय ब्रिटिश व्यक्ति ने खुद को मार डाला क्योंकि कोरोनो वायरस के कारण लॉकडाउन के दौरान अवसाद में चला गया था.
- 06.04.2020 : इलिनोइसन (Illinois) के एक व्यक्ति ने अपने साथी को बुरी तरह से गोली मार दी क्योंकि उसे डर था कि वह दोनों कोरोना वायरस संक्रमित थे. हालांकि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दोनों कोरोना निगेटिव पाए गए.
- 06.04.2020 : उत्तर प्रदेश के एक युवक ने कोरोना के संदेह में खुद को फांसी लगा ली.
- 11.04.2020 : नासिक के एक 31 साल के व्यक्ति ने कोरोना के संदेह में आत्महत्या कर ली.
- 20.04.2020 : रांची में भी एक एक शिक्षक ने खुद को कोरोना संक्रमित घोषित करते हुए पंखे से लटकर आत्महत्या कर ली.