नई दिल्ली : केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए तीन कृषि कानूनों पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है, लेकिन किसान अब भी इन कानूनों की वापसी की मांग को लेकर डटे हुए हैं. ईटीवी भारत से बातचीत में भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि वे इस फैसले से संतुष्ट नहीं हैं. कोर्ट द्वारा बनाई गई कमेटी पर भी टिकैत ने सवाल खड़े किए.
'किसानों की कमेटी करेगी चर्चा'
राकेश टिकैत ने कहा कि हम कोर्ट का धन्यवाद करते हैं. अब हम अपना पक्ष कोर्ट में भेजेंगे. उन्होंने बताया कि कल इस मुद्दे पर किसानों की अपनी कमेटी चर्चा करेगी और उसके बाद कोर्ट तक उसे पहुंचाया जाएगा. राकेश टिकैत सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई कमेटी से भी संतुष्ट नहीं दिखे. टिकैत ने सवाल किया कि उस कमेटी में कौन लोग हैं, उनका बैकग्राउंड क्या है.
'कमेटी गठन पर भी सवाल'
उन्होंने कहा कि कमेटी के जरिए सरकार अपनी ही बात को घुमा-फिराकर मनवाना चाहती है. राकेश टिकैत ने सवाल किया कि जो लोग कमेटी में हैं, वे कहां बैठते हैं, वे हमारे इन टेंटों में बैठने वाले लोग तो नहीं हैं. राकेश टिकैत ने आज फिर यह बात दोहराई कि 26 जनवरी को किसान राजपथ पर ट्रैक्टर परेड निकालेंगे. उन्होंने यहां तक कहा कि मैं आज कल में राजपथ पर सर्वे करने जाऊंगा.
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'गाजीपुर बॉर्डर पर डटे रहेंगे'
राकेश टिकैत ने कहा कि देश में तिरंगे झंडे पर तो रोक नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि कोर्ट के फैसले पर ज्यादा टिप्पणी नहीं करनी चाहिए. फैसले पर आगे क्या रुख होगा, इसे लेकर हम कल अपनी कमेटी के साथ बैठक करेंगे और फिर कोर्ट तक वो बात पहुंचाएंगे. आपको बता दें कि दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर इन किसानों के आंदोलन के 48 दिन पूरे हो चुके हैं और अब भी इनका कहना है कि जब तक कानून वापस नहीं होते, यहीं डटे रहेंगे.