तिरुवनंतपुरम : केरल के कोल्लम की रहने वाली फातिमा लतीफ आईआईटी मद्रास में मानविकी विषय (पांच वर्षीय इंटीग्रेटेड एमए प्रोग्राम) की प्रथम वर्ष की छात्रा थी. बीते नौ नवंबर को छात्रावास के एक कमरे में फातिमा का शव पंखे से लटका पाया गया था.
पूर्व में चेन्नई की कोट्टूपुरम पुलिस इस मामले की जांच कर रही थी और बाद में मामला सीसीबी को स्थानांतरित किया गया था. फातिमा के पिता ने केंद्रीय जांच एजेंसी की टीम पर आरोप लगाए हैं कि उनकी बेटी की मौत को एक साल हो गए फिर भी जांच ठीक से नहीं हुई है. हालांकि, लतीफ ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के निदेशक को पत्र लिखकर जांच में स्पष्टता मांगी थी, लेकिन केंद्रीय एजेंसी की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
लतीफ ने कहा कि उनकी बेटी किसी भी परिस्थिति में आत्महत्या नहीं करेगी और वह फातिमा को न्याय दिलाने के लिए अपनी मौत तक लड़ते रहेंगे.
बता दें, छात्रा के माता-पिता अब्दुल लतीफ और सजीता ने गत पांच दिसंबर को केरल के सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी और अपनी बेटी के लिए न्याय मांगा था.
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अब्दुल लतीफ ने बेटी की मौत के बाद ने चेन्नई में आरोप लगाया था कि उनके पास सबूत हैं कि मानविकी और समाज विज्ञान विभाग में कुछ प्रोफेसरों ने फातिमा लतीफ को परेशान किया था.