मास्को/नई दिल्ली : विदेश मंत्री एस जयशंकर भी एससीओ के विदेश मंत्रियों की इस बैठक में हिस्सा लेंगे. वे मास्को पहुंच चुके हैं. भारत और पाकिस्तान दोनों ही इस संगठन के सदस्य हैं.
बता दें कि भारत और चीन के बीच सीमा गतिरोध के बीच, विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर मॉस्को में 9-10 सितंबर को होने वाली शंघाई सहयोग संगठन की विदेश मंत्रियों की परिषद (सीएफएम) की बैठक में भाग लेंगे. वह मंगलवार को मास्को के लिए रवाना हुए थे.
यह तीसरी सीएफएम बैठक होगी जिसमें भारत एससीओ के सदस्य के रूप में भाग लेगा.
वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने मास्को जाएंगे. विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को यह जानकारी दी.
मंत्रालय ने कहा कि रूस से विदेश मंत्री सर्गेई लैवरोव ने विदेश मंत्री को एससीओ-सीएफएम में हिस्सा लेने का न्योता दिया है.
रूस,चीन, किर्गीज गणराज्य, कजाखस्तान, तजाकिस्तान और उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपतियों ने 2001 में शंघाई में हुए एक शिखर सम्मेलन में एससीओ की स्थापना की थी.
भारत और पाकिस्तान को 2005 में पर्यवेक्षकों के तौर पर इस समूह में शामिल किया गया था. दोनों ही देशों को 2017 में इस संगठन के पूर्ण सदस्य के तौर पर शामिल किया गया.
मास्को में एससीओ-सीएफएम बैठक नौ और 10 सितंबर को होगी. इसमें एक संयुक्त संवाद भी पारित किया जाएगा जो सदस्य राष्ट्रों के महत्वपूर्ण क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर एकीकृत रुख को परिलक्षित करेगा.
इस बैठक के अलावा कुरैशी कुछ द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे लेकिन विदेश मंत्रालय ने उनका विवरण साझा नहीं किया है.