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उत्तराखंड: ईटीवी भारत की खबर का असर, शिक्षा मंत्री ने दिया मदद का आश्वासन - etv bharat news

उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने अपने अधिकारिक टि्वटर हैंडल और फेसबुक अकाउंट पर ईटीवी भारत की खबर का संज्ञान लिया. ईटीवी भारत का धन्यवाद करते हुए कहा कि वह मनीषा की हर संभव मदद करेंगे.

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Published : Jun 11, 2020, 10:45 PM IST

देहरादून: जनसरोकारों से जुड़ी पत्रकारिता करते हुए ईटीवी भारत ने उत्तराखंड के पौड़ी की बेबस मनीषा की खबर को प्रकाशित किया था. उसका बड़ा असर हुआ है. शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने ईटीवी भारत की खबर का संज्ञान लेते मनीषा को घर तक पहुंचाने का जिम्मा उठाया है. शिक्षा मंत्री ने ट्वीट कर कहा कि वह मनीषा को आश्वस्त करते हैं कि उसकी समस्याओं का शीघ्र निदान कर दिया जाएगा.

शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने अपने अधिकारिक टि्वटर हैंडल और फेसबुक अकाउंट पर ईटीवी भारत की खबर का संज्ञान लिया. ईटीवी भारत का धन्यवाद करते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि वह मनीषा की हर संभव मदद करेंगे. शिक्षा मंत्री ने कहा कि अगर मनीषा चाहेगी तो उसका सेंटर कोटद्वार ही करवा दिया जाएगा. साथ ही उन्होंने कहा अगर मनीषा देहरादून ही आना चाहती है तो वह खुद उसे हरिद्वार छोड़ेंगे.

  • ईटीवी भारत (@ETVBharatUK) चैनल द्वारा यह संज्ञान में आया है कि हरिद्वार में 10वीं कक्षा में अध्ययनरत, रिखणीखाल (पौड़ी) की मनीषा को आगामी बोर्ड परीक्षाएं देने में समस्या आ रही है। आश्वस्त करता हूँ कि बेटी मनीषा की सम्बंधित समस्याओं का शीघ्र निदान कर दिया जायेगा। 1/2 pic.twitter.com/8HIn1ZJi9e

    — Arvind Pandey (@TheArvindPandey) June 11, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पढ़ें- हाय ये बेबसी! आर्थिक तंगी के कारण गांव में फंसी मनीषा, सिसकियों में छलका साल बर्बाद होने का 'डर'

बता दें, गुरुवार को ईटीवी भारत ने मनीषा की परेशानी को समझते हुए उनकी खबर को प्रमुखता से दिखाया था. ईटीवी भारत ब्यूरो चीफ किरणकांत शर्मा (उत्तराखंड) से फोन पर बातचीत करते हुए मनीषा सिंह ने कहा था कि उसके परिवार के पास इतने पैसे नहीं हैं कि वह गाड़ी बुक करवा कर उसे हरिद्वार ला पाएं. इस दौरान मनीषा ने अपनी लाचारी जाहिर करते हुए कहा था कि अगर बस या ट्रेन भी चलती तो वह उसमें बैठकर परीक्षा देने के लिए हरिद्वार आ सकती थी.

मनीषा की ईटीवी भारत से बातचीत

पढ़ें- लॉकडाउन में सहकारी समिति में दे दी नौकरी, अब हुए जांच के आदेश

ईटीवी भारत से बात करते हुए मनीषा ने बताया कि उसके परिवार के हालात भी ठीक नहीं हैं. अपना दर्द बयां करते हुए मनीषा कई बार भावुक भी हो गई. उसने कहा कि उसके पिता उसे परीक्षा छोड़ने की बात कह चुके हैं. इसके बाद ईटीवी भारत ने मनीषा को मदद का भरोसा दिलाते हुए उसके दर्द को सामने रखा, जिसका नतीजा कुछ ही घटों में देखने को मिला है. शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने ईटीवी भारत की खबर का संज्ञान लेते हुए मनीषा की हर संभर मदद का भरोसा जताया है.

देहरादून: जनसरोकारों से जुड़ी पत्रकारिता करते हुए ईटीवी भारत ने उत्तराखंड के पौड़ी की बेबस मनीषा की खबर को प्रकाशित किया था. उसका बड़ा असर हुआ है. शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने ईटीवी भारत की खबर का संज्ञान लेते मनीषा को घर तक पहुंचाने का जिम्मा उठाया है. शिक्षा मंत्री ने ट्वीट कर कहा कि वह मनीषा को आश्वस्त करते हैं कि उसकी समस्याओं का शीघ्र निदान कर दिया जाएगा.

शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने अपने अधिकारिक टि्वटर हैंडल और फेसबुक अकाउंट पर ईटीवी भारत की खबर का संज्ञान लिया. ईटीवी भारत का धन्यवाद करते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि वह मनीषा की हर संभव मदद करेंगे. शिक्षा मंत्री ने कहा कि अगर मनीषा चाहेगी तो उसका सेंटर कोटद्वार ही करवा दिया जाएगा. साथ ही उन्होंने कहा अगर मनीषा देहरादून ही आना चाहती है तो वह खुद उसे हरिद्वार छोड़ेंगे.

  • ईटीवी भारत (@ETVBharatUK) चैनल द्वारा यह संज्ञान में आया है कि हरिद्वार में 10वीं कक्षा में अध्ययनरत, रिखणीखाल (पौड़ी) की मनीषा को आगामी बोर्ड परीक्षाएं देने में समस्या आ रही है। आश्वस्त करता हूँ कि बेटी मनीषा की सम्बंधित समस्याओं का शीघ्र निदान कर दिया जायेगा। 1/2 pic.twitter.com/8HIn1ZJi9e

    — Arvind Pandey (@TheArvindPandey) June 11, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

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बता दें, गुरुवार को ईटीवी भारत ने मनीषा की परेशानी को समझते हुए उनकी खबर को प्रमुखता से दिखाया था. ईटीवी भारत ब्यूरो चीफ किरणकांत शर्मा (उत्तराखंड) से फोन पर बातचीत करते हुए मनीषा सिंह ने कहा था कि उसके परिवार के पास इतने पैसे नहीं हैं कि वह गाड़ी बुक करवा कर उसे हरिद्वार ला पाएं. इस दौरान मनीषा ने अपनी लाचारी जाहिर करते हुए कहा था कि अगर बस या ट्रेन भी चलती तो वह उसमें बैठकर परीक्षा देने के लिए हरिद्वार आ सकती थी.

मनीषा की ईटीवी भारत से बातचीत

पढ़ें- लॉकडाउन में सहकारी समिति में दे दी नौकरी, अब हुए जांच के आदेश

ईटीवी भारत से बात करते हुए मनीषा ने बताया कि उसके परिवार के हालात भी ठीक नहीं हैं. अपना दर्द बयां करते हुए मनीषा कई बार भावुक भी हो गई. उसने कहा कि उसके पिता उसे परीक्षा छोड़ने की बात कह चुके हैं. इसके बाद ईटीवी भारत ने मनीषा को मदद का भरोसा दिलाते हुए उसके दर्द को सामने रखा, जिसका नतीजा कुछ ही घटों में देखने को मिला है. शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने ईटीवी भारत की खबर का संज्ञान लेते हुए मनीषा की हर संभर मदद का भरोसा जताया है.

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