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छत्तीसगढ़ : करंट लगने से हाथी की मौत, महीनेभर में 6 हाथियों ने गंवाई जान - छमतरी में नन्हें हाथी की मौ

रायगढ़ के धरमजयगढ़ वनमंडल के गेरसा गांव में एक हाथी की करंट लगने से मौत हो गई. छत्तीसगढ़ में हाथियों की मौत की यह एक माह के भीतर छठी घटना है. हाथियों की लगातार हो रही मौत वन विभाग के लिए चिंता का विषय बनती जा रही है. पढ़ें पूरी खबर...

elephant died due to current in raigarh
रायगढ़ में करंट लगने से हाथी की मौत
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Published : Jun 16, 2020, 2:21 PM IST

रायगढ़ : छत्तीसगढ़ के धरमजयगढ़ वनमंडल के गेरसा गांव में भोर में करीब पांच बजे एक हाथी की करंट लगने से मौत हो गई. जानकारी के मुताबिक बिजली कनेक्शन के लिए पोल से तार अवैध तरीके से ले जाया गया था, जिसकी चपेट में आने से हाथी की मौत हो गई. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.

वन विभाग ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है. गिरफ्तार आरोपियों के नाम भादो राम राठिया और बल सिंह हैं. पुलिस और वन विभाग को शक है कि अवैध बिजली के तार इन्होंने ही लगाए थे.

धमतरी में नन्हे हाथी की दलदल में फंसने से मौत
आज ही धमतरी में भी एक नन्हे दलदल में फंसने सेदलदल में फंसने से हो गई. ये नन्हा हाथी गरियाबंद से धमतरी जिले में पहुंचे 21 हाथियों के दल का सदस्य था. नन्हे हाथी की मौत दलदल में फंसने से हुई है.

पढ़ें- छत्तीसगढ़ : मादा हाथी के मौत केस में डीएफओ को कारण बताओ नोटिस जारी, चार अधिकारी सस्पेंड

एक महीने में 6 हाथियों की मौत
बता दें कि छत्तीसगढ़ में एक महीने के अंदर 6 हाथियों की मौत का मामला सामने आ चुका है. लगातार हो रही हाथियों की मौत वन विभाग के लिए चिंता का विषय बनता जा रहा है. सूरजपुर के प्रतापपुर वन परिक्षेत्र में एक महीने के अंदर चार मादा हाथियों का शव मिल चुका है. इनमें से एक हथिनी गणेशपुर में डटे प्यारे हाथियों के दल की सदस्य थी. इससे पहले इस दल की 2 हथिनियों के शव मिले थे. दोनों हथिनियों के शव वहां मिले हैं, जहां कुछ साल पहले वन विभाग ने हाथियों के लिए तालाब बनाया था. जंगल से हाथी यहां पानी पीने के लिए आते हैं.

पढ़ें- छत्तीसगढ़ में मिला एक और हथिनी का शव, महीनेभर में चार की मौत

प्रतापपुर फॉरेस्ट रेंज में 9 और 10 जून को हथिनियों के शव मिले थे. हथिनियों के शव कनक नगर के पास मिले थे. दोनों हादसों की सूचना ग्रामीणों ने वन विभाग को दी थी. हाथियों की सुरक्षा को लेकर वन विभाग कितना मुस्तैद है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बीते 20 दिनों में प्रतापपुर वनमंडल में तीन हथिनियों की मौत हुई है.

रायगढ़ : छत्तीसगढ़ के धरमजयगढ़ वनमंडल के गेरसा गांव में भोर में करीब पांच बजे एक हाथी की करंट लगने से मौत हो गई. जानकारी के मुताबिक बिजली कनेक्शन के लिए पोल से तार अवैध तरीके से ले जाया गया था, जिसकी चपेट में आने से हाथी की मौत हो गई. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.

वन विभाग ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है. गिरफ्तार आरोपियों के नाम भादो राम राठिया और बल सिंह हैं. पुलिस और वन विभाग को शक है कि अवैध बिजली के तार इन्होंने ही लगाए थे.

धमतरी में नन्हे हाथी की दलदल में फंसने से मौत
आज ही धमतरी में भी एक नन्हे दलदल में फंसने सेदलदल में फंसने से हो गई. ये नन्हा हाथी गरियाबंद से धमतरी जिले में पहुंचे 21 हाथियों के दल का सदस्य था. नन्हे हाथी की मौत दलदल में फंसने से हुई है.

पढ़ें- छत्तीसगढ़ : मादा हाथी के मौत केस में डीएफओ को कारण बताओ नोटिस जारी, चार अधिकारी सस्पेंड

एक महीने में 6 हाथियों की मौत
बता दें कि छत्तीसगढ़ में एक महीने के अंदर 6 हाथियों की मौत का मामला सामने आ चुका है. लगातार हो रही हाथियों की मौत वन विभाग के लिए चिंता का विषय बनता जा रहा है. सूरजपुर के प्रतापपुर वन परिक्षेत्र में एक महीने के अंदर चार मादा हाथियों का शव मिल चुका है. इनमें से एक हथिनी गणेशपुर में डटे प्यारे हाथियों के दल की सदस्य थी. इससे पहले इस दल की 2 हथिनियों के शव मिले थे. दोनों हथिनियों के शव वहां मिले हैं, जहां कुछ साल पहले वन विभाग ने हाथियों के लिए तालाब बनाया था. जंगल से हाथी यहां पानी पीने के लिए आते हैं.

पढ़ें- छत्तीसगढ़ में मिला एक और हथिनी का शव, महीनेभर में चार की मौत

प्रतापपुर फॉरेस्ट रेंज में 9 और 10 जून को हथिनियों के शव मिले थे. हथिनियों के शव कनक नगर के पास मिले थे. दोनों हादसों की सूचना ग्रामीणों ने वन विभाग को दी थी. हाथियों की सुरक्षा को लेकर वन विभाग कितना मुस्तैद है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बीते 20 दिनों में प्रतापपुर वनमंडल में तीन हथिनियों की मौत हुई है.

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