जलगांव : महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री एकनाथ खडसे ने बुधवार को भाजपा से इस्तीफा दे दिया. उनके इस्तीफे से जलगांव जिले के साथ राज्य की राजनीति में हलचल मच गई. खडसे ने कहा कि उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की वजह से भाजपा छोड़ने का फैसला किया.
एकनाथ खडसे ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने अपने 40 साल के राजनीतिक जीवन में भाजपा को मजबूत बनाने के लिए कार्य किया. पार्टी ने भी उन्हें बहुत कुछ दिया. लेकिन, पिछले साढ़े चार साल से उन्हें देवेंद्र फडणवीस द्वारा परेशान किया गया है.
उन्होंने कहा, 'मेरे साथ अन्याय हुआ. मैंने अन्याय के संबंध में समय-समय पर पार्टी के समक्ष अपनी बात रखी, लेकिन मुझे न्याय नहीं मिला. अंत में, मैंने अपने समर्थकों के साथ भाजपा को छोड़ने का निर्णय लिया.'
एनसीपी में पद की लालसा नहीं
वरिष्ठ नेता एकनाथ खडसे ने बताया कि उन्हें जलगांव जिले सहित राज्य के विकास के लिए एक विकल्प के रूप में एनसीपी में शामिल होना है. उन्हें एनसीपी में पद पाने की कोई लालसा नहीं है.
मेरे खिलाफ झूठे मामले दर्ज कराए गए
खडसे ने कहा, 'देवेंद्र फडणवीस की वजह से मेरे खिलाफ झूठे मामले दर्ज किए गए हैं. मुझ पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया गया. अगर वह आज मुझ पर छेड़छाड़ का मुकदमा कर सकते हैं, तो कल कुछ भी हो सकता है.
मेरे साथ कई नेता एनसीपी ज्वाइन करेंगे
एकनाथ खडसे ने कहा कि उनकी बेटी अधिवक्ता रोहिणी खडसे और पत्नी मंदाकिनी खडसे भी एनसीपी में शामिल होंगी. उन्होंने कहा कि जलगांव के कई पूर्व विधायक भी एनसीपी में शामिल होंगे. उसके बाद, हमारे समर्थक भाजपा छोड़कर एनसीपी में शामिल होंगे.
अब मैं एनसीपी के लिए काम करूंगा
खडसे ने आगे कहा, 'मैंने अपने जीवन का बड़ा हिस्सा राजनीति में बिताया है. जब भाजपा प्राथमिक स्तर पर थी, मैंने गाउंड लेवल से काम किया. अब में एनसीपी के लिए काम करूंगा. मैं शून्य से शुरू नहीं करूंगा. मैंने पहले ही राजनीति में बहुत कुछ किया है. मैं लोगों के लिए काम करूंगा. अब मैं उत्तर महाराष्ट्र में एनसीपी को अधिक जीवंत बनाने के लिए अपनी पूरी कोशिश करूंगा.'
एकनाथ खडसे की बेटी रोहिणी खडसे ने कहा, 'मेरे पिता ने राजनीति में 40 साल बिताए. भाजपा ने उन्हें इस हालत में छोड़ दिया. हमें पार्टी में न्याय नहीं मिला. इसलिए, मेरे पिता ने पार्टी छोड़ने का फैसला किया. मैं हमेशा अपने पिता के साथ हूं. मैं कल उनके साथ एनसीपी ज्वाइन करूंगी. उनका निर्णय मेरे लिए अंतिम निर्णय है.'