नई दिल्ली : राष्ट्रीय शिक्षा नीति के कार्यान्वयन पर विजिटर्स कॉन्फ्रेंस 19 सितंबर 2020 को आयोजित किया जा रहा है. ऐसे में केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को एक वर्चुअल कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया है.
शिक्षा मंत्री ने ट्वीट कर कहा कि इस अवसर पर माननीय राष्ट्रपति जी को 19 सितंबर, 2020 को आयोजित होने वाली 'विजिटर्स कॉन्फ्रेंस ऑन इम्प्लीमेंटेशन ऑफ एजुकेशन पॉलिसी (एनईपी-2020)' के वर्चुअल कार्यक्रम हेतु निमंत्रण दिया.
केंद्रीय विश्वविद्यालयों के कुलपति, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, भारतीय प्रबंधन संस्थान, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों के निदेशक, भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान, देश भर के निदेशकों से कार्यक्रमों में भाग लेने की अपेक्षा की गई है और नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति का कार्यान्वयन भी किया गया है.
सरकार ने हाल ही में राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर गवर्नर्स कॉन्फ्रेंस भी आयोजित किया. सम्मेलन में राज्यों के शिक्षा मंत्रियों के साथ-साथ राज्य और केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल रहे.
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इस संबंध में शिक्षा मंत्री ने ट्वीट कर कहा कि महामहिम राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद जी से शिष्टाचार भेंट कर 'गवर्नर सम्मेलन' और 'राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2020' में मिले उनके मार्गदर्शन के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया.
सम्मेलन का उद्घाटन प्रधानमंत्री ने किया. उन्होंने यह भी कहा कि एनईपी (नेशनल एजुकेशन पॉलिसी) को न केवल शिक्षा प्रणाली को बदलने के लिए शामिल किया गया है, बल्कि यह देश के सामाजिक और आर्थिक पहलुओं को भी मजबूती देगा. एनईपी भारत को आत्मनिर्भर और मजबूत करने में भी मदद करेग.
अधिकारियों ने 2020 तक देश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू करने की बात कही है. प्रधानमंत्री ने 21वीं सदी की स्कूली शिक्षा पर वर्चुअल कॉन्क्लेव में बयान भी दिया. उन्होंने कहा कि एनईपी ने नए भारत के लिए बीज बोया है. छात्रों, अभिभावकों, शिक्षकों के लिए नई शुरुआत और उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा कि एनईपी के कार्यान्वयन को प्रभावी ढंग से लिया जाए.