नई दिल्ली: भारत के जर्मन राजदूत वाल्टर जे लिंडनर ने अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध के लिए संयुक्त राष्ट्र को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र प्रणाली की कमियों के कारण, G20 जैसे प्लेटफ़ॉर्म महत्वपूर्ण हो जाते हैं.
अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध को लेकर ईटीवा संवाददाता ने भारत के जर्मन राजदूत वाल्टर जे लिंडनर से बात का तो उन्होनें संयुक्त राष्ट्र प्रणाली की कमियों को प्राथमिक कारण बताया. उन्होंने कहा कि 'यूएन 1948-1949 की वास्तविकता का प्रतिनिधित्व कर रहा है, इसलिए इसे सुधारना होगा.'
G20 के महत्व को बताते हुए उन्होंने कहा कि इसमें विश्व की आर्थिक शक्तियाँ और उभरती शक्तियाँ शामिल हैं. इसलिए इसमें न केवल व्यापार बल्कि जलवायु परिवर्तन, महिला सशक्तीकरण जैसे अन्य मुद्दे पर भी बात का गई.
ईरान-अमेरिका के तनावों पर, उन्होंने दोनों देशों से आग्रह किया कि वे मध्य-पूर्व में युद्ध को शांत कर दें, पूरी दुनिया के लिए यह विनाशकारी होगा.उन्होंने यहां तक दावा किया कि चांसलर मैर्केल ने शुक्रवार को राष्ट्रपति ट्रम्प के साथ द्विपक्षीय मुलाकात के दौरान इस मामले को उठाया.
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यह पूछे जाने पर कि क्या वे इस वैकल्पिक तंत्र में अन्य देशों को जोड़ना चाहेंगे, जो वे विकसित कर रहे हैं, उन्होंने कहा, 'जर्मनी इसके बारे में कई देशों के साथ बातचीत कर रहा है, लेकिन परियोजना अभी भी बच्चे के कदम उठा रही है. यह देशों को तय करना है कि वे इसमें शामिल होना चाहते हैं या नहीं.
भारत-जर्मनी के संबंधों को लेकर वाल्टर जे लिंडनर ने कहा कि वह दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ाने पर काम करना चाहते हैं.