पटना: आम फलों का राजा कहा जाता है और मालदह उसमें भी सबसे खास होता है. वहीं, मालदह की एक खास किस्म होती है दुधिया मालदह, जोकि बिहार की राजधानी के दीघा इलाके में उपजती है. अपने स्वाद के कारण इसकी काफी मांग है. यही वजह है कि दूसरे राज्यों में भी इसकी आपूर्ति होती है. लेकिन हाल के सालों में इसकी पैदावार घट गई है.
राजधानी की आबादी बढ़ने के साथ ही दीघा में दुधिया मालदह आम का बगीचा खत्म होता चला जा रहा है. अब कम ही जगह ऐसी बची हैं, जहां बगीचे ठीक-ठाक संख्या में बचे हैं.
कम हो रहे हैं बगीचे
जिले के तरुमित्र आश्रम के बगल में आम का बगीचा बचा है. जिसमें कुल 116 पेड़ हैं और छिटपुट मोहल्ले में दर्जनों पेड़ हैं, जहां आम की पैदावार होती है. बगीचे की रखवाली करनेवाले सोहराय मांझी कहते हैं कि एक पेड़ में कोई ज्यादा आम नहीं होता. करीब 500 से 600 आम एक पेड़ में लगते हैं.
स्वाद के कारण खास पसंद
वहीं, दीघा के इस दुधिया मालदह आम की खासियत बताते हुए सोहराय कहते हैं कि इसके छिलके बहुत पतले होते हैं. काफी मीठा और स्वादिष्ट होने के कारण लोग इसे बहुत पसंद करते हैं. ये आम लोगों को इतनी पसंद है कि वे ऊंची कीमत में भी खरीदने को तैयार रहते हैं.
दीघा के दुधिया मालदह की खासियत
कहा जाता है कि आम की इस अनोखी प्रजाति को दूध से सींचा गया था, इसलिए दुधिया मालदह नाम पड़ा. दीघा में होने वाले मालदह आम की खासियत यहां की मिट्टी की वजह से और अधिक बढ़ जाती है. यहां की सोंधी और उपजाऊ मिट्टी मालदह आम की मिठास और खुशबू में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है.
बाजार में काफी मांग
पटना के बाजार में दुधिया मालदह आम की काफी डिमांड है. ये आम 200 से 300 रुपए प्रति किलो बिकते हैं. खरीदारी करने आईं रागिनी रंजन कहती हैं कि ये आम वाकई बहुत अधिक स्वादिष्ट होता है. लेकिन सच्चाई यही है कि अब बगीचे कम होने के कारण दीघा मालदह आम कम ही मिलते हैं.
जितनी मांग उतनी उपज नहीं
वहीं, आम बेचनेवाले दुकानदार धर्मेंद्र कुमार भी कहते हैं कि दुधिया मालदह आम की जितनी डिमांड रहती है, उतनी बाजार में उपलब्धता नहीं है. जिस वजह से लोग मायूस होकर दूसरी जगहों के मालदह आम खरीदते हैं.
कम पैदावार की वजह
दरअसल, जैसे-जैसे पटना शहर और खासकर दीघा इलाके में आबादी बढ़ रही है, लोग बगीचे को हटाकर वहां मकान बना रहे हैं. जिस वजह से इस क्षेत्र में अब काफी कम बगीचे बचे हैं. मालदह आम तो कई और जगहों के भी प्रसिद्ध हैं, लेकिन यहां की सोंधी और उपजाऊ मिट्टी में उपजा दुधिया मालदह आम की बात ही अलग है.