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अफजल गुरु के पत्र से खुलासा, सिंह उसे संसद हमले के लिए दिल्ली ले गए थे

आतंकियों के साथ गिरफ्तार किए गए डीसीपी देवेंद्र सिंह को लेकर खुलासा हुआ है. यह खुलासा संसद हमले में शामिल अफजल गुरु के एक पत्र से हुआ, जो उसने अपने वकील को लिखा था. पत्र में अफजल ने कहा है कि संसद हमले के लिए सिंह उसे दिल्ली ले गए थे और वहां उनके रहने की व्यवस्था की थी. वहीं सिंह की आतंकी गतिविधियों में संलिप्तता के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कहा है कि उन्हें सरकार की ओर से किसी भी बहादुरी पदक से सम्मानित नहीं किया गया है.

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Published : Jan 14, 2020, 6:04 PM IST

अफजल गुरु और देवेंद्र सिंह
अफजल गुरु और देवेंद्र सिंह

नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर तैनात डीएसपी देवेंद्र सिंह की बीते शनिवार को दो आतंकियों के साथ गिरफ्तारी के बाद एक ओर जहां सनसनीखेज खुलासा हुआ है वहीं उन्हें सरकार की ओर से प्रदत्त पुरस्कार को लेकर संशय बना हुआ है.

गौरतलब है कि देवेंद्र सिंह ने कई आतंकियों के खिलाफ चलाए गए अभियानों पर काम किया है. सिंह को कुछ दिन पहले आए विदेशी राजनयिकों के साथ भी देखा गया था. वह उनकी रिसेप्शन टीम का हिस्सा थे.

देवेंद्र सिंह उस समय सुर्खियों में आए थे, जब संसद हमले में शामिल अफजल गुरु ने एक पत्र में दावा किया था कि सिंह उसे संसद हमले के लिए दिल्ली ले गए थे और वहां उसके रहने की व्यवस्था की थी.

गौरतलब है कि अफजल गुरु जेल में था, जब उसने अपने वकील को एक पत्र लिख कर यह आरोप लगाया था कि देवेंद्र सिंह ने उसे दिल्ली में आतंकवादी बना दिया .

उस समय देवेंद्र सिंह जम्मू-कश्मीर के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप के एक विशेष शिविर में अपनी ड्यूटी निभा रहे थे. अफजल गुरु ने अपने संबोधन में एक अन्य पुलिस अधिकारी शिंटी सिंह का नाम लिया था.

पत्र के माध्यम से अफजल गुरु ने कहा था कि शिंटी सिंह और देवेंद्र सिंह ने उसे शिविर में प्रताड़ित किया था. इसके अलावा गुरु ने अफजल बुखारी का नाम भी लिया, जो तत्कालीन बडगाम एसएसपी आशिक हुसैन बुखारी के रिश्तेदार हैं.

हालांकि अफजल गुरु को 9 फरवरी, 2013 को फांसी की सजा सुनाई गई थी, लेकिन देवेंद्र सिंह संसद हमले के मामले में कथित रूप से शामिल थे.

आईजी विजय कुमार बोले- संसद हमले में देवेंद्र की भूमिका का कोई रिकॉर्ड नहीं
फिलहाल पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने रविवार को एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा कि संसद हमले के मामले में देवेंद्र सिंह की भूमिका का कोई रिकॉर्ड नहीं है.

पढ़ें- गिरफ्तार डीएसपी 26 जनवरी के लिए रच रहा था बड़ी आतंकी साजिश, जांच में मिले संकेत

उन्होंने कहा, 'हमारे पास ऐसा कोई रिकॉर्ड नहीं है और मुझे कोई जानकारी भी नहीं है, लेकिन हम इसके बारे में पूछताछ करेंगे.'

विजय कुमार ने कहा, 'पुलिस अधिकारी कई आतंकवाद रोधी अभियानों का हिस्सा रहे हैं, लेकिन कल उन्हें जिस स्थिति में गिरफ्तार किया गया वह एक गंभीर अपराध है और उनके साथ आतंकियों जैसा सुलूक किया जा रहा है.'

देवेंद्र को गृह मंत्रालय की ओर से सम्मानित नहीं किया गया : जम्मू-कश्मीर पुलिस
खबर यह भी आ रही है कि पिछले वर्ष जिन 70 पुलिस कर्मियों को प्रेसिडेंट अवार्ड से सम्मानित किया था, उनमें देवेंद्र भी शामिल थे.

इस बीच मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कहा है, 'डीएसपी देवेंद्र सिंह के बारे में यह स्पष्ट होना चाहिए कि उन्हें केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा किसी भी बहादुरी पदक से सम्मानित नहीं किया गया है. उन्हें 2018 में स्वतंत्रता दिवस पर जम्मू और कश्मीर प्रशासन द्वारा पुरस्कार दिया गया था.'

नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर तैनात डीएसपी देवेंद्र सिंह की बीते शनिवार को दो आतंकियों के साथ गिरफ्तारी के बाद एक ओर जहां सनसनीखेज खुलासा हुआ है वहीं उन्हें सरकार की ओर से प्रदत्त पुरस्कार को लेकर संशय बना हुआ है.

गौरतलब है कि देवेंद्र सिंह ने कई आतंकियों के खिलाफ चलाए गए अभियानों पर काम किया है. सिंह को कुछ दिन पहले आए विदेशी राजनयिकों के साथ भी देखा गया था. वह उनकी रिसेप्शन टीम का हिस्सा थे.

देवेंद्र सिंह उस समय सुर्खियों में आए थे, जब संसद हमले में शामिल अफजल गुरु ने एक पत्र में दावा किया था कि सिंह उसे संसद हमले के लिए दिल्ली ले गए थे और वहां उसके रहने की व्यवस्था की थी.

गौरतलब है कि अफजल गुरु जेल में था, जब उसने अपने वकील को एक पत्र लिख कर यह आरोप लगाया था कि देवेंद्र सिंह ने उसे दिल्ली में आतंकवादी बना दिया .

उस समय देवेंद्र सिंह जम्मू-कश्मीर के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप के एक विशेष शिविर में अपनी ड्यूटी निभा रहे थे. अफजल गुरु ने अपने संबोधन में एक अन्य पुलिस अधिकारी शिंटी सिंह का नाम लिया था.

पत्र के माध्यम से अफजल गुरु ने कहा था कि शिंटी सिंह और देवेंद्र सिंह ने उसे शिविर में प्रताड़ित किया था. इसके अलावा गुरु ने अफजल बुखारी का नाम भी लिया, जो तत्कालीन बडगाम एसएसपी आशिक हुसैन बुखारी के रिश्तेदार हैं.

हालांकि अफजल गुरु को 9 फरवरी, 2013 को फांसी की सजा सुनाई गई थी, लेकिन देवेंद्र सिंह संसद हमले के मामले में कथित रूप से शामिल थे.

आईजी विजय कुमार बोले- संसद हमले में देवेंद्र की भूमिका का कोई रिकॉर्ड नहीं
फिलहाल पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने रविवार को एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा कि संसद हमले के मामले में देवेंद्र सिंह की भूमिका का कोई रिकॉर्ड नहीं है.

पढ़ें- गिरफ्तार डीएसपी 26 जनवरी के लिए रच रहा था बड़ी आतंकी साजिश, जांच में मिले संकेत

उन्होंने कहा, 'हमारे पास ऐसा कोई रिकॉर्ड नहीं है और मुझे कोई जानकारी भी नहीं है, लेकिन हम इसके बारे में पूछताछ करेंगे.'

विजय कुमार ने कहा, 'पुलिस अधिकारी कई आतंकवाद रोधी अभियानों का हिस्सा रहे हैं, लेकिन कल उन्हें जिस स्थिति में गिरफ्तार किया गया वह एक गंभीर अपराध है और उनके साथ आतंकियों जैसा सुलूक किया जा रहा है.'

देवेंद्र को गृह मंत्रालय की ओर से सम्मानित नहीं किया गया : जम्मू-कश्मीर पुलिस
खबर यह भी आ रही है कि पिछले वर्ष जिन 70 पुलिस कर्मियों को प्रेसिडेंट अवार्ड से सम्मानित किया था, उनमें देवेंद्र भी शामिल थे.

इस बीच मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कहा है, 'डीएसपी देवेंद्र सिंह के बारे में यह स्पष्ट होना चाहिए कि उन्हें केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा किसी भी बहादुरी पदक से सम्मानित नहीं किया गया है. उन्हें 2018 में स्वतंत्रता दिवस पर जम्मू और कश्मीर प्रशासन द्वारा पुरस्कार दिया गया था.'

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