नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस महीने यानी 24-25 फरवरी को भारत दौरे पर आएंगे. इस दौरान यह कयास लगाए जा रहे थे कि दोनों देशों के बीच बड़े व्यापारिक समझौते हो सकते हैं, लेकिन ट्रंप में आज अपने एक बयान में कहा कि हम भारत के साथ एक व्यापार सौदा करना चाहते हैं, लेकिन मुझे यह नहीं पता कि हम इस चुनाव से पहले कर पाएंगे कि नहीं. ट्रंप ने कहा कि लेकिन हम भारत के साथ एक बड़े सौदे को बचा कर रख रहे हैं. इस पर भारतीय विदेश व्यापार संस्थान के निदेशक डॉ. मनोज पंत ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
पंत ने कहा कि उन्हें आश्चर्य नहीं हो रहा है, इस समय बड़े व्यापारिक समझौते नहीं होंगे. हालांकि उन्होंने यह भी दावा किया कि इस दौरान दोनों पक्षों के बीच रक्षा और उर्जा के क्षेत्र में समझौते हो सकते हैं.
मनोज पंत ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए आगे दावा किया कि ट्रंप की भारत यात्रा के दौरान भारत-अमेरिकी के बीच उर्जा और रक्षा के क्षेत्र में समझौते हो सकते हैं, जिन पर दोनों पक्ष पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान से ही काम कर रहे हैं.
पंत ने कहा कि पिछले साल पीएम मोदी ने ह्यूस्टन में संयुक्त राज्य की तेल कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक की थी. इस बैठक में पीएम मोदी ने उनसे रियायती दरों पर तेल और गैस की आपूर्ति करने का आग्रह किया था.
हालांकि ऐसी भी खबरें आ रही हैं कि अमेरिका की प्राकृतिक गैस कंपनी टेल्यूरियन और भारत की सबसे बड़ी तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) आयातक कंपनी पेट्रोनेट एलएनजी लिमिटेड (पीएलएल) के बीच एक समझौता पर हस्ताक्षर किया जा सकता है.
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डॉ. पंत ने कहा कि भारत-अमेरिका के बीच बड़े व्यापारिक समझौते या मुक्त व्यापार समझौता अभी संभव नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि संयुक्त राज्य व्यापार प्रतिनिधि के बिना कोई भी समझौता नहीं हो सकता है क्योंकि ट्रंप की भारत यात्रा के दौरान उनके साथ संयुक्त राज्य व्यापार प्रतिनिधि नहीं आ रहे हैं. पंत ने यह भी कहा कि भारत-अमेरिका के बीच संबंध सुचारू हैं.