नई दिल्ली : भारत ने ब्रिटेन से अनुरोध किया है कि भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या को शरण देने पर विचार न किया जाए. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने यहां एक वर्चुअल प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि भारत माल्या के जल्द प्रत्यर्पण के लिए ब्रिटेन के अधिकारियों के संपर्क में है.
उन्होंने कहा, 'हम विजय माल्या के जल्द प्रत्यर्पण के लिए ब्रिटेन के अधिकारियों के संपर्क में हैं. हमने ब्रिटेन से अनुरोध भी किया है कि यदि माल्या शरण के लिए आवेदन करता है तो उसे शरण देने पर विचार भी न करें.'
द गार्डियन के अनुसार, भगोड़े कारोबारी माल्या ने यूनाइटेड किंगडम में शरण के लिए आवेदन किया है.
आपको बता दें कि माल्या के पास प्रत्यर्पण से बचने के लिए शरण की मांग करना ही आखिरी कोशिश है.
बता दें बीते महीने ब्रिटेन के उच्चतम न्यायालय में माल्या को भारत प्रत्यर्पित करने के खिलाफ उसकी अपील खारिज हो गई थी. उसके विरूद्ध धनशोधन और धोखाधड़ी के मामले हैं. ब्रिटेन उच्चायोग के एक प्रवक्ता ने कहा था कि मुद्दा गोपनीय है.
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उन्होंने कहा था कि हम यह आकलन नहीं कर सकते कि यह मुद्दा सुलझने में कितना समय लगेगा.
प्रवक्ता ने बताया था कि विजय माल्या की प्रत्यर्पण के खिलाफ पिछले महीने अपील खारिज हो गई और वह ब्रिटेन के उच्चतम न्यायालय में अब और अपील दायर नहीं कर सकेगा. बहरहाल, माल्या के प्रत्यर्पण से पहले कानूनी मुद्दे के समाधान की जरूरत है.
गौरतलब है कि माल्या ने कम से कम 17 भारतीय बैंकों को धोखा देकर कर्ज लिया और अवैध रूप से लोन का पैसा विदेशी कंपनियों के खाते में ट्रांसफर कर दिया. विगत अप्रैल में ब्रिटेन के हाई कोर्ट ने अपने एक फैसले में कहा था कि विजय माल्या को भारत प्रत्यापित किया जा सकता है. इसके बाद 14 मई को कोर्ट ने माल्या को सुप्रीम कोर्ट जाने का मौका देने से मना कर दिया था.