नई दिल्ली : इस साल सितंबर में कुल 39.43 लाख घरेलू यात्रियों ने हवाई यात्रा की, जो पिछले साल की तुलना में 65.8 फीसदी कम है.
बुधवार को नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने कहा आंकड़ों से पता चला है कि निजी एयरलाइन स्पाइसजेट के पास सितंबर में 73 प्रतिशत की दर के साथ अधिकतम यात्री भार था. स्टार एयर का भार 70.5 प्रतिशत था, विस्तारा का 66.7 प्रतिशत और इंडिगो का यात्री भार 65.4 प्रतिशत था. सभी एयरलाइनों के अनुसार, इंडिगो के पास सबसे अधिक हिस्सेदारी थी.
डीजीसीए द्वारा जारी अगस्त के आंकड़ों के अनुसार इस साल सितंबर में स्पाइसजेट का आंकड़ा 15.6 प्रतिशत और एयर इंडिया का 11.2 प्रतिशत रहा. घरेलू एयरलाइंस द्वारा यात्रियों को 28.22 लाख रहा जो कि जुलाई की तुलना में 33 प्रतिशत अधिक रहा.
25 मई से घरेलू उड़ानों का परिचालन शुरू किया गया
लॉकडाउन के बाद 25 मई से घरेलू उड़ानों का परिचालन शुरू किया गया. इससे पहले घरेलू उड़ानों को केवल एक तिहाई क्षमता के साथ संचालित करने की अनुमति दी गई थी. घरेलू विमानन कंपनियों ने भी अपनी क्षमता में विस्तार किया है. सितंबर में कंपनियों ने करीब 46 प्रतिशत क्षमता के साथ काम किया, जो अगस्त में 33 प्रतिशत थी. नागर विमानन मंत्रालय ने जून में कंपनियों को अपनी क्षमता 45 प्रतिशत तक बढ़ाने की अनुमति दी थी. यह 27 जून से प्रभावी हुई. उसके बाद दो सितंबर को इसे बढ़ाकर 60 प्रतिशत कर दिया गया. इसके अलावा मंत्रालय ने अगस्त के अंत में विमानन कंपनियों के लिए कई और राहतों की घोषणा की.
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इसमें यात्रियों को यात्रा के दौरान भोजन देना, पैकेज्ड खाना और पेय पदार्थ देना और मनोरंजन सेवाएं उपलब्ध कराने की भी अनुमति दे दी. इक्रा के उपाध्यक्ष किंजल शाह ने कहा कि लॉकडाउन के बाद 25 मई से जब घरेलू उड़ानों का परिचालन शुरू किया गया, तो पहले दिन 416 उड़ानें चलीं. 28 सितंबर को यह संख्या बढ़कर 1,488 हो गयी. सितंबर में प्रतिदिन औसत 1,311 उड़ानें परिचालित हुईं. यह अगस्त 2020 के 930 रोजाना उड़ानों से बेहतर, लेकिन सितंबर 2019 के 2,874 की औसत दैनिक उड़ानों से कमतर स्थिति है.