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पश्चिम बंगाल : डॉक्टर्स एसोसिएशन व भाजपा ने कोरोना पीड़ितों के आंकड़े पर उठाए सवाल - पश्चिम बंगाल में कोरोना

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक पश्चिमी बंगाल में अब तक कोरोनावायरस के सिर्फ 116 मामले सामने आए हैं. इस आंकड़े को लेकर पश्चिम बंगाल डॉक्टर्स एसोसिएशन और भाजपा ने सवाल उठाए हैं. पढ़ें पूरी खबह....

ममता बनर्जी
ममता बनर्जी
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Published : Apr 11, 2020, 6:57 PM IST

कोलकाता : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक पश्चिमी बंगाल में अब तक कोरोना वायरस के सिर्फ 116 मामले सामने आए हैं. इस आंकड़े को लेकर पश्चिम बंगाल डॉक्टर्स एसोसिएशन और भाजपा ने सवाल उठाए हैं. पश्चिम बंगाल डॉक्टर्स एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को एक पत्र लिख कर अनुरोध किया है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए कोरोना पीड़ितों की सही और प्रामाणिक संख्या सार्वजनिक की जाए, ताकि विश्व के सामने राज्य की सही तस्वीर जाए.

इसके अलावा डॉक्टरों ने मुख्यमंत्री से अच्छी किस्म के पीपीई किट मुहैया कराने और कोरोना रोकथाम में लगे लोगों को विशेष पैकेज दिए जाने की भी मांग की है. डॉक्टर्स एसोसिएशन की इस मांग का भाजपा ने भी समर्थन किया है. भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मुलाकात की और कोरोना पीड़ित लोगों की सही तस्वीर जनता के सामने लाने के लिए अपने प्रभाव का इस्तेमाल करने का अनुरोध किया.

राज्यपाल से मुलाकात के बाद पश्चिम बंगाल भाजपा के पूर्व अध्यक्ष राहुल सिन्हा ने ममता सरकार पर डेटा छिपाने का आरोप लगाया है. राहुल सिन्हा के मुताबिक राज्य के मालदा और पश्चिम मेदिनापुर जिले में टेस्टिंग किट मौजूद होने के बावजूद लोगों की टेस्टिंग नहीं की जा रही है.

पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र में 30 अप्रैल तक के लिए बढ़ा लॉकडाउन

राहुल सिन्हा ने आरोप लगाया कि बड़ी संख्या में तबलीगी जमात के लोग भागकर पश्चिम बंगाल आए हैं. ममता सरकार को डर लगता है कि अगर उन्होंने टेस्ट कराया तो उनका वोट बैंक नाराज हो जाएगा. सिन्हा ने पश्चिम बंगाल की पुलिस पर भी आरोप लगाया कि उनके पास पूरी सूचना है. लोगों की लिस्ट है कि कौन कौन दिल्ली के मरकज में शामिल हुए थे. बावजूद इसके राजनीतिक डर से पुलिस उन लोगों के खिलाफ करवाई नहीं कर पा रही है.

सिन्हा ने यह भी आरोप लगाया कि राज्य में अल्पसंख्यक बहुल कई इलाकों में लॉकडाउन है ही नहीं. इससे बड़ी संख्या में कोरोना वायरस को आमंत्रित किया जा रहा है. उन्होंने इस मसले पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से स्पष्टीकरण की मांग की है.

कोलकाता : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक पश्चिमी बंगाल में अब तक कोरोना वायरस के सिर्फ 116 मामले सामने आए हैं. इस आंकड़े को लेकर पश्चिम बंगाल डॉक्टर्स एसोसिएशन और भाजपा ने सवाल उठाए हैं. पश्चिम बंगाल डॉक्टर्स एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को एक पत्र लिख कर अनुरोध किया है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए कोरोना पीड़ितों की सही और प्रामाणिक संख्या सार्वजनिक की जाए, ताकि विश्व के सामने राज्य की सही तस्वीर जाए.

इसके अलावा डॉक्टरों ने मुख्यमंत्री से अच्छी किस्म के पीपीई किट मुहैया कराने और कोरोना रोकथाम में लगे लोगों को विशेष पैकेज दिए जाने की भी मांग की है. डॉक्टर्स एसोसिएशन की इस मांग का भाजपा ने भी समर्थन किया है. भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मुलाकात की और कोरोना पीड़ित लोगों की सही तस्वीर जनता के सामने लाने के लिए अपने प्रभाव का इस्तेमाल करने का अनुरोध किया.

राज्यपाल से मुलाकात के बाद पश्चिम बंगाल भाजपा के पूर्व अध्यक्ष राहुल सिन्हा ने ममता सरकार पर डेटा छिपाने का आरोप लगाया है. राहुल सिन्हा के मुताबिक राज्य के मालदा और पश्चिम मेदिनापुर जिले में टेस्टिंग किट मौजूद होने के बावजूद लोगों की टेस्टिंग नहीं की जा रही है.

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राहुल सिन्हा ने आरोप लगाया कि बड़ी संख्या में तबलीगी जमात के लोग भागकर पश्चिम बंगाल आए हैं. ममता सरकार को डर लगता है कि अगर उन्होंने टेस्ट कराया तो उनका वोट बैंक नाराज हो जाएगा. सिन्हा ने पश्चिम बंगाल की पुलिस पर भी आरोप लगाया कि उनके पास पूरी सूचना है. लोगों की लिस्ट है कि कौन कौन दिल्ली के मरकज में शामिल हुए थे. बावजूद इसके राजनीतिक डर से पुलिस उन लोगों के खिलाफ करवाई नहीं कर पा रही है.

सिन्हा ने यह भी आरोप लगाया कि राज्य में अल्पसंख्यक बहुल कई इलाकों में लॉकडाउन है ही नहीं. इससे बड़ी संख्या में कोरोना वायरस को आमंत्रित किया जा रहा है. उन्होंने इस मसले पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से स्पष्टीकरण की मांग की है.

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