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DMK ने रेलवे की प्रतियोगी परीक्षाएं अंग्रेजी और हिंदी में कराने के निर्देश के खिलाफ प्रदर्शन किया - डीएमके का विरोध प्रदर्शन

द्रविड़ मुनेत्र कड़गम पार्टी (डीएमके) ने आज सांसद कनिमोई के नेतृत्व में रेलवे की प्रतियोगी परीक्षाएं अंगेजी और हिंदी में कराने के रेल मंत्रालय के निर्देश के खिलाफ दक्षिणी रेलवे कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया. जानें क्या है पूरा मामला...

सांसद कनिमोई ( फाइल फोटो)
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Published : Sep 7, 2019, 10:07 PM IST

Updated : Sep 29, 2019, 8:05 PM IST

चेन्नईः द्रमुक नेताओं और कार्यकर्ताओं ने आज प्रतियोगी परीक्षाएं अंग्रेजी और हिंदी में कराने के रेल मंत्रालय निर्देश के खिलाफ दक्षिणी रेलवे कार्यालय के समाने प्रदर्शन किया.

पार्टी सूत्रों ने कहा कि सांसद कनिमोई के नेतृत्व में आर एस भारती और सांसद कलानिधि वीरासामी समेत पार्टी नेताओं ने यहां दक्षिणी रेलवे के कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया और नारेबाजी की.

इसके बाद पार्टी नेताओं ने हिंदी और अंग्रेजी में परीक्षाएं कराने के मंत्रालय के कदम का विरोध करते हुए दक्षिण रेलवे के महाप्रबंधक राहुल जैन को ज्ञापन सौंपा.

द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन ने कहा कि मंत्रालय का निर्देश 'भाषायी समानता' के खिलाफ है.

पढ़ेंः जीवीएल नरसिम्हा राव ने की चंद्रबाबू नायडू की आलोच

स्टालिन ने कहा कि द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम ऐसे भेदभावपूर्ण कदमों का विरोध करती है और दोहराती है कि केन्द्र सरकार तुरंत यह सुनिश्चित करे कि सभी भारतीयों के साथ भाषायी और भौगोलिक पृष्ठभूमि से परे, समान व्यवहार किया जाए.

स्टालिन ने रेल मंत्री पीयूष गोयल से इस निर्देश को शीघ्र वापस लेने का अनुरोध किया.

चेन्नईः द्रमुक नेताओं और कार्यकर्ताओं ने आज प्रतियोगी परीक्षाएं अंग्रेजी और हिंदी में कराने के रेल मंत्रालय निर्देश के खिलाफ दक्षिणी रेलवे कार्यालय के समाने प्रदर्शन किया.

पार्टी सूत्रों ने कहा कि सांसद कनिमोई के नेतृत्व में आर एस भारती और सांसद कलानिधि वीरासामी समेत पार्टी नेताओं ने यहां दक्षिणी रेलवे के कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया और नारेबाजी की.

इसके बाद पार्टी नेताओं ने हिंदी और अंग्रेजी में परीक्षाएं कराने के मंत्रालय के कदम का विरोध करते हुए दक्षिण रेलवे के महाप्रबंधक राहुल जैन को ज्ञापन सौंपा.

द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन ने कहा कि मंत्रालय का निर्देश 'भाषायी समानता' के खिलाफ है.

पढ़ेंः जीवीएल नरसिम्हा राव ने की चंद्रबाबू नायडू की आलोच

स्टालिन ने कहा कि द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम ऐसे भेदभावपूर्ण कदमों का विरोध करती है और दोहराती है कि केन्द्र सरकार तुरंत यह सुनिश्चित करे कि सभी भारतीयों के साथ भाषायी और भौगोलिक पृष्ठभूमि से परे, समान व्यवहार किया जाए.

स्टालिन ने रेल मंत्री पीयूष गोयल से इस निर्देश को शीघ्र वापस लेने का अनुरोध किया.

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पीटीआई-भाषा संवाददाता 20:30 HRS IST




             
  • द्रमुक ने रेलवे की प्रतियोगी परीक्षाएं अंग्रेजी और हिंदी में कराने के निर्देश के खिलाफ प्रदर्शन किया



चेन्नई, सात सितंबर (भाषा) द्रमुक नेताओं और कार्यकर्ताओं ने प्रतियोगी परीक्षाएं अंग्रेजी और हिंदी में कराने के रेल मंत्रालय निर्देश के खिलाफ शनिवार को यहां प्रदर्शन किया।



पार्टी सूत्रों ने कहा कि सांसद कनिमोई के नेतृत्व में आर एस भारती और सांसद कलानिधि वीरासामी समेत पार्टी नेताओं ने यहां दक्षिणी रेलवे के कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया और नारेबाजी की।



इसके बाद पार्टी नेताओं ने हिंदी और अंग्रेजी में परीक्षाएं कराने के मंत्रालय के कदम का विरोध करते हुए दक्षिण रेलवे के महाप्रबंधक राहुल जैन को ज्ञापन सौंपा।



द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन ने कहा कि मंत्रालय का निर्देश "भाषायी समानता" के खिलाफ है।



स्टालिन ने कहा, "द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम ऐसे भेदभावपूर्ण कदमों का विरोध करती है और दोहराती है कि केन्द्र सरकार तुरंत यह सुनिश्चित करे कि सभी भारतीयों के साथ भाषायी और भौगोलिक पृष्ठभूमि से परे, समान व्यवहार किया जाए।"



स्टालिन ने रेल मंत्री पीयूष गोयल से इस निर्देश को शीघ्र वापस लेने का अनुरोध किया।


Conclusion:
Last Updated : Sep 29, 2019, 8:05 PM IST
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