कोयंबटूर : द्रमुक अध्यक्ष एमके स्टालिन ने शनिवार को कहा कि अगर वह तमिलनाडु के नगर प्रशासन मंत्री एसपी वेलुमनि के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप साबित नहीं कर सके, तो राजनीति छोड़ देंगे.
आरोपों को साबित करने की वेलुमनि की चुनौती पर जवाब देते हुए स्टालिन ने कहा, 'मैं राजनीति छोड़ने को तैयार हूं. क्या आप (वेलुमनि) तैयार हैं?'
द्रमुक अध्यक्ष थोंदामुथुर विधानसभा क्षेत्र के देवरायपुरम में एक ग्राम सभा को संबोधित कर रहे थे. यह विधानसभा क्षेत्र वेलुमनि का है.
द्रमुक द्वारा पिछले महीने राज्यपाल को सौंपे गए ज्ञापन का जिक्र करते हुए वेलुमनि ने कहा था कि अगर उनके खिलाफ आरोप साबित हो जाते हैं तो वह अपना पद छोड़ देंगे. उन्होंने पूछा कि क्या स्टालिन आरोप साबित नहीं होने पर राजनीति छोड़ने को तैयार हैं.
द्रमुक ने अपने ज्ञापन में मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी और उनके मंत्रिमंडल सहयोगियों के खिलाफ आरोप सूचीबद्ध किए हैं.
स्टालिन ने कहा, 'हम न केवल मंत्री के खिलाफ आरोप साबित करेंगे, बल्कि उन्हें अदालत में खींचेंगे और उनके भ्रष्टाचार के लिए उन्हें सजा दिलाएंगे.'
स्टालिन ने वादा किया है कि अगर वह सत्ता में आते हैं तो पद पर बैठते ही दिवंगत मुख्यमंत्री जे. जयललिता के निधन के मामले में जांच का आदेश देंगे, क्योंकि सरकार द्वारा गठित न्यायिक आयोग ने तीन साल के बाद भी अपनी रिपोर्ट नहीं सौंपी है.
स्टालिन ने पलानीस्वामी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने पर अन्नाद्रमुक पर चुटकी लेते हुए कहा कि उनके गठबंधन सहयोगी भाजपा ने अभी तक उनका समर्थन नहीं किया है.
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राज्य सरकार ने ग्राम सभा की बैठकों पर रोक लगा रखी है, लेकिन मुख्य विपक्षी पार्टी द्रमुक जन ग्राम सभाएं आयोजित कर रही है और इसमें उसने लोगों की बड़ी संख्या में भागीदारी की प्रशंसा की है.
स्टालिन के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए वेलुमनि ने दोहराया कि अगर उनके खिलाफ आरोप साबित हो जाते हैं, तो वे सरकार और अन्नाद्रमुक के सभी पदों से इस्तीफा दे देंगे.
उन्होंने दावा किया कि द्रमुक अध्यक्ष राजनीतिक शत्रुता के चलते भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं.