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सीएए के नाम पर देश को बांटने की कोशिश कर रही केंद्र सरकार : दिग्विजय सिंह

भोपाल के इलबाद मैदान में नागरिकात संशोधन कानून (CAA) और एनआरसी के खिलाफ जारी प्रदर्शन में दिग्विजय सिंह ने हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि इस कानून को राजनीतिक लाभ के लिए लाया गया है. वहीं उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को भोपाल में सत्याग्रह कर रहे लोगों के साथ बैठकर चाय पर चर्चा करनी चाहिए.

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दिग्विजय सिंह
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Published : Jan 23, 2020, 10:42 AM IST

Updated : Feb 18, 2020, 2:19 AM IST

भोपाल : नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर एक जनवरी से इकबाल मैदान पर लोग सत्याग्रह कर रहे हैं और इन लोगों का सत्याग्रह अब भी जारी है. देर रात सत्याग्रह कर रहे लोगों को अपना समर्थन देने के लिए प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी यहां पहुंचे. इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा.

दिग्विजय सिंह ने CAA और NRC को गैर जरूरी बताते हुए इसे देश के नागरिकों को गुमराह करने की साजिश करार दिया.उन्होंने कहा कि जो कानून देश के संविधान के मुताबिक पहले से लागू था, उसमें छेड़छाड़ करने की क्या जरूरत पड़ गई. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि नागरिकता के लिए पहले से लागू 14 साल की बाध्यता को हटाकर 5 साल कर दिया जाना महज देश को धर्म और जाति के नाम पर बांटने की साजिश है.

दिग्विजय सिंह ने साधा निशाना

पढ़ें : सीएए पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत, लेकिन जारी रहेगा आंदोलन : आसू

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के नागरिकों के लिए लागू किया जाना और उसमें भी एक धर्म के लोगों के लिए अलग व्यवस्था बताना किसी स्वस्थ सरकार का नजरिया नहीं कहा जा सकता. दिग्विजय ने कहा कि हम इस कानून को मानने को राजी नहीं हैं. आंदोलन कर रहे लोगों को उन्होंने विश्वास दिलाया है कि इस काले कानून के खिलाफ हम और हमारे साथी हमेशा खड़े रहेंगे.

दिग्विजय सिंह ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वो अकेले-अकेले ही मन की बात कर लेते हैं और जनता के मन की बात नहीं सुनते. पीएम मोदी को सलाह देते हुए दिग्विजय ने कहा कि वो जिस तरह से चाय पर चर्चा करते हैं वैसे ही भोपाल के इकबाल मैदान आएं और यहां लोगों के साथ बैठकर चाय पर चर्चा करें, क्योंकि संवाद से ही सारी समस्याओं का हल संभव है.

भोपाल : नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर एक जनवरी से इकबाल मैदान पर लोग सत्याग्रह कर रहे हैं और इन लोगों का सत्याग्रह अब भी जारी है. देर रात सत्याग्रह कर रहे लोगों को अपना समर्थन देने के लिए प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी यहां पहुंचे. इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा.

दिग्विजय सिंह ने CAA और NRC को गैर जरूरी बताते हुए इसे देश के नागरिकों को गुमराह करने की साजिश करार दिया.उन्होंने कहा कि जो कानून देश के संविधान के मुताबिक पहले से लागू था, उसमें छेड़छाड़ करने की क्या जरूरत पड़ गई. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि नागरिकता के लिए पहले से लागू 14 साल की बाध्यता को हटाकर 5 साल कर दिया जाना महज देश को धर्म और जाति के नाम पर बांटने की साजिश है.

दिग्विजय सिंह ने साधा निशाना

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उन्होंने कहा कि पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के नागरिकों के लिए लागू किया जाना और उसमें भी एक धर्म के लोगों के लिए अलग व्यवस्था बताना किसी स्वस्थ सरकार का नजरिया नहीं कहा जा सकता. दिग्विजय ने कहा कि हम इस कानून को मानने को राजी नहीं हैं. आंदोलन कर रहे लोगों को उन्होंने विश्वास दिलाया है कि इस काले कानून के खिलाफ हम और हमारे साथी हमेशा खड़े रहेंगे.

दिग्विजय सिंह ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वो अकेले-अकेले ही मन की बात कर लेते हैं और जनता के मन की बात नहीं सुनते. पीएम मोदी को सलाह देते हुए दिग्विजय ने कहा कि वो जिस तरह से चाय पर चर्चा करते हैं वैसे ही भोपाल के इकबाल मैदान आएं और यहां लोगों के साथ बैठकर चाय पर चर्चा करें, क्योंकि संवाद से ही सारी समस्याओं का हल संभव है.

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राजनीतिक लाभ के लिए लाया गया है एनआरसी, प्रधानमंत्री को भोपाल में सत्याग्रह कर रहे लोगों के साथ बैठकर करनी चाहिए चाय पर चर्चा संवाद से ही निकलेगा हल- दिग्विजय सिंह



भोपाल | केंद्र सरकार के द्वारा लागू किए गए नागरिकता संशोधन बिल को लेकर 1 जनवरी से एक बात मैदान पर सत्याग्रह कर रहे लोगों को 22 दिन बीत चुके हैं लेकिन इन लोगों का सत्याग्रह अभी भी जारी है देर रात सत्याग्रह कर रहे लोगों को अपना समर्थन देने के लिए प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी यहां पर पहुंचे और केंद्र सरकार पर भी जमकर निशाना साधा . Body: पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने एनआरसी और सीएए को गैर जरूरी बताते हुए इसे देश के नागरिकों को गुमराह करने की साजिश करार दिया .उन्होंने कहा कि जो कानून देश के संविधान के मुताबिक पहले से लागू था, उसमें छेड़छाड़ करने की क्या जरूरत पड़ गई . पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि नागरिकता के लिए पहले से लागू 14 बरस की बाध्यता को हटाकर 5 साल कर दिया जाना महज देश को धर्म और जाति के नाम पर बांटने की साजिश है .


उन्होंने कहा कि पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के नागरिकों के लिए लागू किया जाना और उसमें भी एक धर्म के लोगों के लिए अलग व्यवस्था बताना किसी स्वस्थ सरकार का नजरिया नहीं कहा जा सकता . दिग्विजय ने कहा कि हम इस कानून को मानने को राजी नहीं हैं . उन्होंने विश्वास दिलाया है कि इस काले कानून के खिलाफ हम और हमारे साथी हमेशा खड़े रहेंगे .


Conclusion:पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि हम किसी भी हाल में अन्याय नहीं होने देंगे यह मुद्दा हिंदू मुसलमान का नहीं है उन्होंने कहा कि यह बात समझने की जरूरत है कि आप नागरिकता के लिए बर्थ सर्टिफिकेट मांग रहे हैं कई लोग देश में ऐसे हैं जिनके पास जन्म प्रमाण पत्र नहीं होगा तो उनको डाउटफुल वोटर्स की लिस्ट में डाल दिया जाएगा इसकी वजह से वे लोग वोट डालने का अधिकार भी खो देंगे और इस देश के नागरिक भी नहीं कहलाएंगे उन्होंने कहा कि इन लोगों के द्वारा लगातार झूठ बोला जा रहा है यह लोग कह रहे हैं कि भारत में शरणार्थी कैंप नहीं है जबकि सच्चाई यह है कि असम में शरणार्थी कैंप पहले से बना हुआ है और इस बात को संसद में भी स्वीकार किया गया है इसके अलावा कई अन्य स्थानों पर शरणार्थी कैंप बनाए जा रहे हैं .


उन्होंने कहा कि मैं दिल्ली के शाहीन बाग भी गया था वहां की महिलाएं पूरी हिम्मत के साथ इस कानून का विरोध करने के लिए बैठी हुई है यह आंदोलन अब किसी राजनीतिक दल के पास नहीं रहा सच्चाई यही है कि अब यह आंदोलन आम जनता के बीच में पहुंच गया है और यह आंदोलन आम जनता का बन गया हैइस आंदोलन में ना कोई हिंदू है ना मुसलमान ना कोई शक है ना कोई इसाई यह तो आम जनता है जो अमन चैन के लिए आंदोलन कर रही है यह आंदोलन देश के नागरिकों के अधिकार का आंदोलन है आप कौन होते हैं हमारे अधिकारों को छीनने वाले .

उन्होंने कहा कि देश के लोग उन सभी चीजों के दस्तावेज पहले ही दे चुके हैं जिन चीजों को आप आधार बना रहे हैं जबकि आधार कार्ड वोटर कार्ड के समय जनता के द्वारा दस्तावेज जमा किए जाते हैं और वह पहले से ही जमा है इसके बावजूद भी आप बार-बार इसी तरह से लोगों को परेशान करने का काम कर रहे हैं इसे लेकर अब हजारों करोड़ का खर्चा भी किया जा रहा है इसे किसी भी हाल में स्वीकार नहीं किया जा सकता है


दिग्विजय सिंह ने कहा कि जिस तरह का कानून बीजेपी के द्वारा लाया गया है एक समय यह भी आएगा कि इन लोगों के पास भी बर्थ सर्टिफिकेट के अलावा और भी कई दस्तावेज नहीं मिलेंगे इन लोगों को भी अपने माता-पिता से जुड़े हुए दस्तावेज दिखाना पड़ेंगे और यदि इनके पास दस्तावेज नहीं मिले तो फिर उन्हें रिश्वत देनी पड़ेगी या फिर इन लोगों का नाम भी डाउट फूल वोटर्स में चला जाएगा यही सारी बातें समझने की आवश्यकता है मैं हमेशा आप सभी लोगों के साथ खड़ा हूं प्रशासन भी आपके साथ है सरकार भी आपके साथ है कहीं किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है


दिग्विजय सिंह ने 1992 का जिक्र करते हुए कहा कि जब 1992 में भोपाल में दंगा हुआ था तो बीजेपी के लोग भोपाल छोड़कर भाग गए थे उस समय 15 दिनों तक हम लोगों के द्वारा रात रात भर मोर्चा संभाला गया था हम मुस्लिम क्षेत्र में रहने वाले हिंदुओं के घर जाया करते थे और हिंदुओं के क्षेत्र में रहने वाले मुस्लिमों के घर भी जाया करते थे उस समय स्थिति यह थी कि गैर भाजपा के लोग रात रात भर सड़कों पर अमन चैन के लिए संघर्ष कर रहे थे लेकिन बीजेपी का कोई भी व्यक्ति दिखाई तक नहीं दे रहा था

उन्होंने कहा कि मुझे बार-बार कहा जाता है कि आप इस तरह की चीजों का विरोध क्यों करते हैंतुम्हें केवल यही कहता हूं कि आप देश की आत्मा को नहीं समझ रहे हैं यह लोग देश की अनेकता में एकता को नहीं समझ पा रहे हैं यही समझने की जरूरत है क्योंकि यही तो हमारे देश की सबसे बड़ी ताकत है यह लोग इस कानून को केवल अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए लेकर आए हैं इसीलिए हम इसे स्वीकार नहीं कर सकते हैं


दिग्विजय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि आप अकेले अकेले ही मन की बात कर लेते हैं इससे कुछ नहीं होगा आप अपने मन की बात तो कर रहे हैं लेकिन हमारे मन की बात सुनने का काम भी करना चाहिए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी चाय पर चर्चा कर रहे हैं हम तो उन्हें कहते हैं कि भोपाल के इकबाल मैदान में उन्हें बुलाया जाए और वे यहां पर आए और यहां लोगों के साथ बैठकर चाय पर चर्चा करें क्योंकि संवाद से ही सारी समस्याओं का हल संभव है उन्होंने कहा कि प्रजातंत्र का मतलब ही यही है कि आप आपस में एक दूसरे से बातचीत कर हर समस्या का हल निकाले उन्होंने कहा कि संवाद हीनता वहीं पर होती है जहां पर प्रजातंत्र पूरी तरह से खत्म हो जाता है और इसे बचाने की जरूरत है इसी के लिए पूरे देश के लोग संघर्ष कर रहे हैं क्योंकि प्रजातंत्र है तो देश मजबूत है .
Last Updated : Feb 18, 2020, 2:19 AM IST
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