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महाराष्ट्र : यहां नंगे पैर अंगारों पर चलते हैं बूढ़े, बच्चे और जवान - नंगे पैर अंगारों पर चलते हैं बूढ़े, बच्चे और जवान

महाराष्ट्र के चंद्रपुर स्थिल ढ़ाबा गांव में भक्तों की आस्था और श्रद्धा कुछ इस प्रकार देखने को मिली है. यहां भक्त नंगे पांव कोयले में चलते दिखाई दिए. भक्तों का विश्वास ​​है कि, जलते कोयले पर चलने से शारीरिक और मानसिक पवित्रता मिलती है.

Devotees walk on burning coal
नंगे पैर अंगारों पर चलते हैं बूढ़े, बच्चे और जवान
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Published : Jan 28, 2020, 11:53 PM IST

Updated : Feb 28, 2020, 8:34 AM IST

महाराष्ट्र : महाराष्ट्र के चंद्रपुर स्थिल ढ़ाबा गांव में भक्तों की आस्था और श्रद्धा कुछ इस प्रकार देखने को मिली है. यहां भक्त नंगे पांव कोयले में चलते दिखाई दिए.

गौरतलब है कि इस अग्निकुंड प्रभावली कार्यक्रम में बूढ़े,बच्चे, पुरुष और महिलाएं सभी भाग लेते हैं.

नंगे पैर अंगारों पर चलते हैं बूढ़े, बच्चे और जवान

पढ़ें : वैष्णो देवी में अटका आरती का होगा सीधा प्रसारण

महाराष्ट्र, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश राज्यों से भक्त इस कार्यक्रम को देखने आते हैं.

बता दें कि ढ़ाबा गांव में संत परमहंस कोंडाया महाराज यात्रा महोत्सव चल रहा है,और इस महोत्सव का मुख्य आकर्षण 'अग्निकुंड प्रभावली' कार्यक्रम है.
बता दें सबसे पहले लकड़ी को जलाया जाता है और फिर कोयले की पूजा की जाती है.

वहीं आधी रात से शुरू होने वाला यह कार्यक्रम तब तक जारी रहता है जब तक आग बुझ नही जाती. भक्तों का विश्वास ​​है कि, जलते कोयले पर चलने से शारीरिक और मानसिक पवित्रता मिलती है.

महाराष्ट्र : महाराष्ट्र के चंद्रपुर स्थिल ढ़ाबा गांव में भक्तों की आस्था और श्रद्धा कुछ इस प्रकार देखने को मिली है. यहां भक्त नंगे पांव कोयले में चलते दिखाई दिए.

गौरतलब है कि इस अग्निकुंड प्रभावली कार्यक्रम में बूढ़े,बच्चे, पुरुष और महिलाएं सभी भाग लेते हैं.

नंगे पैर अंगारों पर चलते हैं बूढ़े, बच्चे और जवान

पढ़ें : वैष्णो देवी में अटका आरती का होगा सीधा प्रसारण

महाराष्ट्र, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश राज्यों से भक्त इस कार्यक्रम को देखने आते हैं.

बता दें कि ढ़ाबा गांव में संत परमहंस कोंडाया महाराज यात्रा महोत्सव चल रहा है,और इस महोत्सव का मुख्य आकर्षण 'अग्निकुंड प्रभावली' कार्यक्रम है.
बता दें सबसे पहले लकड़ी को जलाया जाता है और फिर कोयले की पूजा की जाती है.

वहीं आधी रात से शुरू होने वाला यह कार्यक्रम तब तक जारी रहता है जब तक आग बुझ नही जाती. भक्तों का विश्वास ​​है कि, जलते कोयले पर चलने से शारीरिक और मानसिक पवित्रता मिलती है.

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Devotees walk on burning coal in dhaba village chandrpur

chandrpur (Maharastra) - Devotees walk on burning coal in dhaba village chandrpur. Older, younger men and women also participate this 'Aganikundha prabhawali' program and walk on burning coal. Devotees from Maharashtra, Telangana and Andhra Pradesh states come to watching this event.

Saint Paramhans Kondaya Maharaj Yatra Festival is going on. The main attraction of the Festival is 'Aganikundha prabhawali' program. A square pit excavated and burned wood's and after burning coal's Ritual worship is performed. after Devotees walk on burning coal.  ceremony Starting at midnight to continues until the fire is quiet.

devotees belives that, walking on burning coal Give physical and mental purity.


Conclusion:
Last Updated : Feb 28, 2020, 8:34 AM IST
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