हैदराबाद : खाद्य उत्पादों में वैश्विक व्यापार के संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) द्वारा प्रकाशित एक नई रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना काल में विकासशील देशों में निर्यात राजस्व बढ़ाने के लिए प्रबंधन उबर रहा है. विश्लेषण से पता चलता है कि विकासशील देशों ने वैश्विक खाद्य व्यापार प्रवाह में उछाल के लिए 'जीवंतता' (उत्साह) से प्रदर्शन किया.
2020 की पहली छमाही में उनकी निर्यात आय पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 4.6 प्रतिशत बढ़ी, जबकि विकसित देशों में गिरावट आई. इसी अवधि में पेय पदार्थों के विश्व आयात में 12 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई और मछली उत्पादों में 10 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई, जबकि पशु और वनस्पति तेलों और तिलहन में व्यापार के मूल्य में लगभग 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई.
कमोडिटी बाजार का रुझान
2020 में विश्व में चीनी उत्पादन में गिरावट देखी जा रही है. व्यापार और मांग की संभावनाओं के बीच 2020 में वैश्विक मांस उत्पादन लगातार दूसरे वर्ष घटने का अनुमान है. 2020 में विश्व दुग्ध उत्पादन का भी विस्तार होने की संभावना है.
मछली पर महामारी का प्रभाव
विशेष रूप से बाजारों और रेस्तरां में जाने के लिए ताजा मछली की मांग में गिरावट के कारण दीर्घकालिक और समर्थन उत्पाद नवाचार में बने रहने के लिए 'दूरगामी परिवर्तन' की संभावना बढ़ गई है.
ट्रॉपिकल फल
कोविड-19 महामारी ने ट्रॉपिकल फल के बाजार को विशेष रूप से खराब कर दिया है. अनानास, आम और पपीते के वैश्विक व्यापार में गिरावट आई है.
http://www.fao.org/3/cb1993en/CB1993EN.pdf