ETV Bharat / bharat

कर्नाटक में आपातकाल से भी बदतर हालात : एच डी देवेगौड़ा

कर्नाटक में कांग्रेस और जद (एस) सरकार में खींचतान और विधायकों के इस्तीफे के बीच जेडीएस प्रमुख देवेगौड़ा ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि 60 साल में कभी ऐसे हालात नहीं देखे. बता दें, कर्नाटक के 16 विधायक इस्तीफे दे चुके हैं.

एच डी देवेगौड़ा
author img

By

Published : Jul 10, 2019, 8:04 PM IST

बेंगलुरु: कर्नाटक में जारी राजनीतिक संकट के बीच पूर्व प्रधानमंत्री और जद(एस) सुप्रीमो एच डी देवेगौड़ा ने कहा कि मौजूदा हालात 'आपातकाल से भी बदतर' हैं. बता दें, कांग्रेस एमटीबी नागराज और के सुधाकर के इस्तीफा देने के बाद अब तक 16 विधायक इस्तीफा दे चुके हैं.

कर्नाटक के बागी विधायकों से मिलने मुंबई गए कांग्रेस के मंत्री डीके शिवकुमार को होटल में प्रवेश करने से रोकने पर गुस्साए पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि 60 साल के सार्वजनिक जीवन में ऐसे हालात कभी नहीं देखे.

देवेगौड़ा ने कहा कि लोकतंत्र खतरे में है. उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से मतभेद भुलाकर 'लोकतंत्र की रक्षा' के लिये साथ आने की अपील की.

पढ़ें-कर'नाटक' : मुंबई तक हो रहा सियासी ड्रामा, हिरासत में लिए गए डीके शिवकुमार

उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि मौजूदा हालात आपातकाल से भी बदतर हैं. डीके शिवकुमार (कांग्रेस के मंत्री) होटल गए लेकिन कमरा बुक होने के बावजूद उन्हें होटल में प्रवेश नहीं करने दिया गया. मैंने अपने 60 साल के सार्वजनिक जीवन में कभी ऐसा होते नहीं देखा.'

उन्होंने कहा, 'सभी राजनीतिक दलों को मतभेद भुलाकर लोकतंत्र की रक्षा के लिये साथ आना चाहिये.'

पढ़ें-कर्नाटक Live: इस्तीफा देने स्पीकर के पास पहुंचे दो और विधायक, 16 पहुंची बागियों की संख्या

देवेगौड़ा ने यह बात कर्नाटक सरकार गिराने के बीजेपी के कथित प्रयासों के विरोध में कांग्रेस-जद(एस) कार्यकर्ताओं द्वारा यहां निकाले मार्च से पहले यह बात कही.

कर्नाटक के कांग्रेस-जनता दल (एस) गठबंधन के 10 और 2 निर्दलीय विधायक विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद शनिवार से मुंबई के एक होटल में ठहरे हुए हैं. उनके इस्तीफे से कर्नाटक की कांग्रेस-जद(एस) सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं.

बेंगलुरु: कर्नाटक में जारी राजनीतिक संकट के बीच पूर्व प्रधानमंत्री और जद(एस) सुप्रीमो एच डी देवेगौड़ा ने कहा कि मौजूदा हालात 'आपातकाल से भी बदतर' हैं. बता दें, कांग्रेस एमटीबी नागराज और के सुधाकर के इस्तीफा देने के बाद अब तक 16 विधायक इस्तीफा दे चुके हैं.

कर्नाटक के बागी विधायकों से मिलने मुंबई गए कांग्रेस के मंत्री डीके शिवकुमार को होटल में प्रवेश करने से रोकने पर गुस्साए पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि 60 साल के सार्वजनिक जीवन में ऐसे हालात कभी नहीं देखे.

देवेगौड़ा ने कहा कि लोकतंत्र खतरे में है. उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से मतभेद भुलाकर 'लोकतंत्र की रक्षा' के लिये साथ आने की अपील की.

पढ़ें-कर'नाटक' : मुंबई तक हो रहा सियासी ड्रामा, हिरासत में लिए गए डीके शिवकुमार

उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि मौजूदा हालात आपातकाल से भी बदतर हैं. डीके शिवकुमार (कांग्रेस के मंत्री) होटल गए लेकिन कमरा बुक होने के बावजूद उन्हें होटल में प्रवेश नहीं करने दिया गया. मैंने अपने 60 साल के सार्वजनिक जीवन में कभी ऐसा होते नहीं देखा.'

उन्होंने कहा, 'सभी राजनीतिक दलों को मतभेद भुलाकर लोकतंत्र की रक्षा के लिये साथ आना चाहिये.'

पढ़ें-कर्नाटक Live: इस्तीफा देने स्पीकर के पास पहुंचे दो और विधायक, 16 पहुंची बागियों की संख्या

देवेगौड़ा ने यह बात कर्नाटक सरकार गिराने के बीजेपी के कथित प्रयासों के विरोध में कांग्रेस-जद(एस) कार्यकर्ताओं द्वारा यहां निकाले मार्च से पहले यह बात कही.

कर्नाटक के कांग्रेस-जनता दल (एस) गठबंधन के 10 और 2 निर्दलीय विधायक विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद शनिवार से मुंबई के एक होटल में ठहरे हुए हैं. उनके इस्तीफे से कर्नाटक की कांग्रेस-जद(एस) सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं.

ZCZC
PRI GEN NAT
.BENGALURU MDS5
KA-DEVE GOWDA
Present situation worse than Emergency: Deve Gowda

         Bengaluru, Jul 10 (PTI) Slamming the denial of entry to a Congress minister from Karnataka to a Mumbai hotel to meet 12 rebel MLAs, former Prime Minister and JD(S) supremo Deve Gowda Wednesday said the situation was "worse than Emergency" and he had not seen anything like it in 60 years of public life.
          Gowda also urged all political parties to come together, setting aside their differences, to "save democracy", which, he alleged, was under threat.
          "I feel that the present situation is worse than the Emergency. D K Shivakumar (Congress minister) went to the hotel but was denied entry despite having booked a room there... I have not seen anything like this in my 60 years of political life," he said.
         "All political parties should set aside their differences and come together to save democracy," he added.
         Shivakumar was prevented from entering the hotel where rebel MLAs are put up, prompting him to announce that he won't leave the spot till he gets to meet the legislators, in a bid to save the Congress-JD (S) government in Karnataka.
          The MLAs-- seven of Congress, three of JD(S) and two Independents-- are in Mumbai since Saturday after resigning from the membership of the Karnataka assembly and withdrawing support to the state's Congress-JD(S) coalition government.
          Gowda was speaking prior to a march taken out here by workers of ruling Congress-JD(S) towards Raj Bhavan to protest against BJP's alleged attempts to topple the government.
          Former Chief Minister Siddaramaiah warned that Congress and JD(S) workers would not keep quiet and would stage protests wherever BJP leaders went in Karnataka.
          "I tell you that our workers will not let you travel in the state. We will create a situation that you will not be able to meet people," the Congress leader said.
          Siddaramaiah alleged that the MLAs who had gone to Mumbai had done so only for the lure of money and had not sought public opinion before tendering their resignations.
          "They have gone for money and power. They have sold themselves. I am appealing to all those who have camped in Mumbai, succumbing to the allurement trap laid by BJP, to come back and withdraw your resignation letters," he said.
         "Give respect to the peoples verdict, else they will teach you a lesson," Siddaramaiah added.
          Earlier, Congress and JD(S) workers, led by senior party leaders including Siddaramaiah, Congress general secretary K C Venugopal, senior Congress leaders Ghulam Nabi Azad and Mallikarjun Kharge courted arrest after they were prevented from marching towards the Raj Bhavan.
          Following this the leaders squatted on the road in protest.
          All of them were later taken away from the venue in a bus.
          The coalition government is teetering on the brink of collapse after 14 MLAs of ruling Congress and the JD(S) tendered their resignations to the office of the speaker K R Ramesh Kumar.
          The Congress has sought the intervention of Speaker K R Ramesh Kumar in disqualifying its rebel legislators and accused the BJP of using money power to lure its members. The BJP has denied the charge. PTI GMS APR
RHL
07101705
NNNN
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.