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किसानों की मांगों को अपने एजेंडे में शामिल करें राजनीतिक दल, AIKSCC ने दी चेतावनी

मौजूदा केंद्र सरकार को हटाने की अपील कर रहे किसान. ऑल इंडिया किसान संघर्ष समन्वय समिति (AIKSCC) से 200 से ज्यादा किसान संगठन जुड़े हैं. राजनीतिक पार्टियों से किसानों ने अपनी मांगों को अपना एजेंडा बनाने की मांग की है.

वी एम सिंह
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Published : Mar 18, 2019, 11:22 PM IST

Updated : Mar 19, 2019, 8:21 PM IST

नई दिल्ली: अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति (AIKSCC)किसानों और कृषि संकट के मुद्दे को लोकसभा चुनाव- 2019 में सबसे ऊपर लाने का प्रयास कर रही है. समिति के संयोजक वीएम सिंह ने किसानों की तैयारियों को लेकर ईटीवी भारत से बात की. उन्होंने कहा किवो चुनाव में किसी भी राजनीतिक पार्टी का समर्थन नहीं करेंगे.

दरअसल, AIKSCC से जुड़े 200 से ज्यादा किसान संगठन औरसमन्वय समिती अपनी दो प्रमुख मांगों को सभी राजनीतिक पार्टियों के एजेंडा में शामिल करने की बात कर रही है. हाल ही में गृहमंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर किसानों के लिये संकल्प पत्र बनाये जाने से पहले भी एक बैठक हुई थी.

वीएम सिंह से बातचीत

ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए वीएम सिंह ने कहा कि इस मीटिंग में AIKSCC को नहीं बुलाया गया, और ना ही मन की बात कार्यक्रम में किसानों के संगठन से रायशुमारी की गई.हालांकि, बतौर वीएम सिंहन बुलाये जाने से उन्हें कोई शिकायत नहीं है बशर्ते कि उनकी मांगों को भाजपा अपने संकल्प पत्र में शामिल करे.

पढ़े-रिलायंस कम्युनिकेशंस ने एरिक्सन को ₹ 458.77 करोड़ का भुगतान किया

उन्होंने स्पष्ट रुप से कहा कि वेचुनाव में किसी भी राजनीतिक पार्टी का समर्थन नहीं करेंगे. हालांकि,पिछले महीने दिल्ली में आयोजित विपक्षी पार्टियों में वीएम सिंह को सभी विपक्षी दलों के नेताओं के साथ मंच साझा करते देखा गया था.

उन्होंने मंच से अपने संबोधन में मौजूदा सरकार को हटाने की अपील भी की थी.इस बारे में एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वे विपक्षी पार्टियों की रैली मेंकिसान प्रतिनिधिके नाते गए थे. उनका मक्सद सभी पार्टियों को आगाह करना था कि वो भी AIKSCC की मांगों को अपने एजेंडा में शामिल करें. ऐसा न करने परकिसान उनका विरोध करेंगे.

नई दिल्ली: अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति (AIKSCC)किसानों और कृषि संकट के मुद्दे को लोकसभा चुनाव- 2019 में सबसे ऊपर लाने का प्रयास कर रही है. समिति के संयोजक वीएम सिंह ने किसानों की तैयारियों को लेकर ईटीवी भारत से बात की. उन्होंने कहा किवो चुनाव में किसी भी राजनीतिक पार्टी का समर्थन नहीं करेंगे.

दरअसल, AIKSCC से जुड़े 200 से ज्यादा किसान संगठन औरसमन्वय समिती अपनी दो प्रमुख मांगों को सभी राजनीतिक पार्टियों के एजेंडा में शामिल करने की बात कर रही है. हाल ही में गृहमंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर किसानों के लिये संकल्प पत्र बनाये जाने से पहले भी एक बैठक हुई थी.

वीएम सिंह से बातचीत

ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए वीएम सिंह ने कहा कि इस मीटिंग में AIKSCC को नहीं बुलाया गया, और ना ही मन की बात कार्यक्रम में किसानों के संगठन से रायशुमारी की गई.हालांकि, बतौर वीएम सिंहन बुलाये जाने से उन्हें कोई शिकायत नहीं है बशर्ते कि उनकी मांगों को भाजपा अपने संकल्प पत्र में शामिल करे.

पढ़े-रिलायंस कम्युनिकेशंस ने एरिक्सन को ₹ 458.77 करोड़ का भुगतान किया

उन्होंने स्पष्ट रुप से कहा कि वेचुनाव में किसी भी राजनीतिक पार्टी का समर्थन नहीं करेंगे. हालांकि,पिछले महीने दिल्ली में आयोजित विपक्षी पार्टियों में वीएम सिंह को सभी विपक्षी दलों के नेताओं के साथ मंच साझा करते देखा गया था.

उन्होंने मंच से अपने संबोधन में मौजूदा सरकार को हटाने की अपील भी की थी.इस बारे में एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वे विपक्षी पार्टियों की रैली मेंकिसान प्रतिनिधिके नाते गए थे. उनका मक्सद सभी पार्टियों को आगाह करना था कि वो भी AIKSCC की मांगों को अपने एजेंडा में शामिल करें. ऐसा न करने परकिसान उनका विरोध करेंगे.

Intro:लोकसभा चुनाव में असल मुद्दे कहीं गुम न हो जायें इसलिये देश की कई सामाजिक संस्थाएँ भी अब लामबंध हो रही हैं । किसानों और कृषि संकट के मुद्दे को 2019 चुनाव में सबसे ऊपर लाने के लिये अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिती के संयोजक वी एम सिंह ने भी तैयारी कर ली है और AIKSCC से जुड़े दो सौ से ज्यादा किसान संगठनों के साथ वो समन्वय समिती की दो प्रमुख मांगों को सभी राजनीतिक पार्टियों के एजेंडा में शामिल करने की बात करेंगे ।
अभी हाल में गृह मंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर किसानों के लिये संकल्प पत्र बनाये जाने से पहले एक विशेष बैठक हुई थी लेकिन बतौर वीएम सिंह इस मीटिंग में AIKSCC को नहीं बुलाया गया और ना ही किसानों के मन की बात कार्यक्रम में ही इस संगठन से रायशुमारी की गई ।
ETV Bharat से वशेष बातचीत में वीएम सिंह ने कहा कि न बुलाये जाने से उन्हें कोई शिकायत नहीं है बशर्ते कि उनकी मांगों को भाजपा अपने संकल्प पत्र में शामिल करे ।
मीडिया से बातचीत में वीएम सिंह ने स्पष्ट कहा कि वो चुनाव में किसी भी राजनीतिक पार्टी का समर्थन नहीं करेंगे लेकिन पिछले महीने विपक्षी पार्टियों की दिल्ली में हुई रैली में न केवल वो सभी विपक्षी दल के नेताओं के साथ मंच साझा करते देखे गये बल्की मंच से बोलते हुए मौजूदा सरकार को हटाने की अपील भी की । इस बाबत जब उनसे सवाल पूछा गया तो वीएम सिंह ने स्पष्ट किया कि किसान प्रतिनिधी के नाते वो वहाँ गए थे और उनका मक्सद सभी पार्टियों को ये आगाह करना था कि वो भी अखिल भारतीय संघर्ष समन्वय समिती की मांगों को अपने एजेंडा में शामिल करें नहीं तो किसान उनकी भी खिलाफत ही करेंगे।



Body:दो सौ से ज्यादा किसान संगठनों का प्रतिनिधित्व करने वाले वीएम सिंह क्या चुनाव भी लड़ सकते हैं , इस सवाल पर AIKSCC के संयोजक ने कहा कि अगर किसान जात पात से ऊपर उठ कर किसानों के मुद्दे को सर्वोपरि रखते हुए वोट करने की बात करते हैं तो उन्हें चुनाव लड़ने से कोई गुरेज नहीं है ।
देखें ये वीडियो इंटरव्यू :


Conclusion:
Last Updated : Mar 19, 2019, 8:21 PM IST
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