नई दिल्ली: अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति (AIKSCC)किसानों और कृषि संकट के मुद्दे को लोकसभा चुनाव- 2019 में सबसे ऊपर लाने का प्रयास कर रही है. समिति के संयोजक वीएम सिंह ने किसानों की तैयारियों को लेकर ईटीवी भारत से बात की. उन्होंने कहा किवो चुनाव में किसी भी राजनीतिक पार्टी का समर्थन नहीं करेंगे.
दरअसल, AIKSCC से जुड़े 200 से ज्यादा किसान संगठन औरसमन्वय समिती अपनी दो प्रमुख मांगों को सभी राजनीतिक पार्टियों के एजेंडा में शामिल करने की बात कर रही है. हाल ही में गृहमंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर किसानों के लिये संकल्प पत्र बनाये जाने से पहले भी एक बैठक हुई थी.
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए वीएम सिंह ने कहा कि इस मीटिंग में AIKSCC को नहीं बुलाया गया, और ना ही मन की बात कार्यक्रम में किसानों के संगठन से रायशुमारी की गई.हालांकि, बतौर वीएम सिंहन बुलाये जाने से उन्हें कोई शिकायत नहीं है बशर्ते कि उनकी मांगों को भाजपा अपने संकल्प पत्र में शामिल करे.
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उन्होंने स्पष्ट रुप से कहा कि वेचुनाव में किसी भी राजनीतिक पार्टी का समर्थन नहीं करेंगे. हालांकि,पिछले महीने दिल्ली में आयोजित विपक्षी पार्टियों में वीएम सिंह को सभी विपक्षी दलों के नेताओं के साथ मंच साझा करते देखा गया था.
उन्होंने मंच से अपने संबोधन में मौजूदा सरकार को हटाने की अपील भी की थी.इस बारे में एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वे विपक्षी पार्टियों की रैली मेंकिसान प्रतिनिधिके नाते गए थे. उनका मक्सद सभी पार्टियों को आगाह करना था कि वो भी AIKSCC की मांगों को अपने एजेंडा में शामिल करें. ऐसा न करने परकिसान उनका विरोध करेंगे.