देहरादून: दिल्ली की एक युवती बिना अनुमति के उत्तराखंड में चौराबाड़ी ग्लेशियर पहुंची. जहां पर पैर फिसलने से पत्थरों के बीच फंस गई. सूचना मिलने पर SDRF के जवानों ने बोल्डर के बीच फंसी युवती की रेस्क्यू कर जान बचाई.
युवती बिना किसी अनुमति के अकेले ट्रैकिंग पर निकली थी और प्रतिमा गर्ग चौराबाड़ी ग्लेशियर में बड़े बोल्डर के नीचे फंस गई. सूचना मिलने पर एसडीआरएफ की टीम ने देर रात युवती को रेस्क्यू किया.
जानकारी के अनुसार, दिल्ली की रहने वाली एक युवती प्रतिभा गर्ग 2 दिन पहले केदारनाथ धाम दर्शन के लिए पहुंची थी. गुरुवार सुबह मंदिर परिसर में दर्शन के बाद वो 2013 में आई आपदा का कारण बनी झील चौराबाड़ी ग्लेशियर को देखने पहुंची.
इस दौरान अचानक पैर फिसलने से वो बड़े पत्थरों के बीच फंस गईं. जिससे वो गंभीर रूप से घायल हो गईं. साथ ही उसके पैरों में काफी चोटें आईं. गनीमत ये रही कि युवती ने चौराबाड़ी जाने से पहले एक पीआरडी जवान का फोन नंबर लिया. जिसके चलते वो अपने साथ हुए हादसे की खबर जवान तक पहुंचा पाई.
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वहीं, पीआरडी जवान ने तत्काल इसकी सूचना एसडीआरएफ को दी. सूचना पर पहुंचे एसडीआरफ के जवानों ने देर रात घटनास्थल पहुंचकर घायल युवती को बमुश्किल रेस्क्यू कर केदारनाथ धाम पहुंचाया गया. जहां उसे हेलीकॉप्टर के जरिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया गया. अभी युवती का इलाज जारी है. फिलहाल युवती की हालत स्थिर बनी हुई है.
उधर, चौराबाड़ी ग्लेशियर क्षेत्र पूरी तरह से खतरों से भरा होने के कारण यहां किसी को भी जाने की अनुमति नहीं है. ऐसे में दिल्ली से केदारनाथ मंदिर दर्शन के लिए आई युवती प्रतिबंधित चौराबाड़ी क्षेत्र में कैसे और किसकी अनुमति से पहुंची इस मामले में संबंधित विभाग जांच कर रही है.