बेंगलुरु: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह स्वदेश निर्मित हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस में उड़ान भरी. केंद्रीय मंत्री बेंगलुरु के एचएएल हवाईअड्डे से उड़ान भरी. राजनाथ सिंह ने करीब आधे घंटे तक तेजस में उड़ान भरी. सिंह ने कहा कि पहली बार तेजस में बैठने का मौका मिला. तेजस में उड़ान भरना शानदार और अद्भुत अनुभव रहा.
इस दौरान उन्होंने कुछ देर विमान को कंट्रोल भी किया.
उन्होंने आगे कहा कि तेजस चौथी पीढ़ी का फाइटर जेट है. तेजस पूरी तरह से भारत में बना है. दुनिया के कई देश तेजस की मांग कर रहे हैं. हम रक्षा उपकरण भी निर्यात कर सकते हैं. देश के वैज्ञानिकों और फौज पर हमें नाज है. उड़ान के दौरान तेजस के करतब भी देखने के मिले.
उड़ान भरने के बाद रक्षा मंत्री ने कहा कि तेजस से देश की हवाई सुरक्षा को और मजबूती मिलेगी.
बता दें, तेजस को हिंदुस्तान एरोनोटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने तैयार किया है. तीन साल पहले तेजस को भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया था. एचएएल को 83 तेजस लड़ाकू विमानों का कॉन्ट्रेक्ट मिला है.
वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि वह इस विमान में उड़ान भरने वाले पहले रक्षा मंत्री बन गए हैं. रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि मंत्री 'स्वदेश निर्मित तेजस' के विकास में शामिल रहे अधिकारियों का मनोबल बढ़ाने के लिए यह 'उड़ान भर रहे हैं.'
उन्होंने कहा, 'इससे इन विमानों को उड़ा रहे भारतीय वायु सेना के पायलटों का मनोबल भी बढ़ेगा. उड़ान भरने से पहले भारतीय वायु सेना के अधिकारी मंत्री को ब्यौरा देंगे.'
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भारतीय वायु सेना ने तेजस विमान के पहले बैच को बेड़े में शामिल कर लिया है.
रक्षा मंत्रालय के एक अन्य अधिकारी ने बताया, 'मंत्री दो सीटों वाले तेजस में उड़ान भरेंगे. वह बेंगलुरु में एचएएल हवाईअड्डे से उड़ान भरेंगे.'