ETV Bharat / bharat

भारत-चीन तनाव : सेनाओं को घातक हथियारों की खरीद के लिए ₹500 करोड़ का फंड

पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ तनाव काफी बढ़ गया है. इसी बीच भारत सरकार ने तीनों सेनाओं के लिए 500 करोड़ रुपये तक के घातक हथियार खरीदने की छूट दी है.

आपातकालीन फंड
आपातकालीन फंड
author img

By

Published : Jun 21, 2020, 6:27 PM IST

Updated : Jun 21, 2020, 11:11 PM IST

नई दिल्ली : पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ तनाव काफी बढ़ गया है. इसी बीच भारत सरकार ने तीनों सेनाओं के लिए 500 करोड़ रुपये तक के घातक हथियार खरीदने की छूट दी है. यह जानकारी एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी. अधिकारी ने बताया कि सरकार ने तीनों सेनाओं के उप प्रमुखों को अस्‍त्र शस्‍त्रों की तात्‍कालिक और आपात खरीद के लिए 500 करोड़ रुपये तक की वित्तीय शक्तियां दी हैं.

दरअसल पूर्वी लद्दाख में चीन ने अपने सैनिकों की संख्या बढ़ोतरी कर रहा है, जिसको देखते हुए सेना को यह वित्तीय अधिकार देने की जरूरत महसूस की गई है.

चीन से लगी करीब 3500 किमी सीमा पर बड़ी संख्या में सैनिकों को तैनात किया गया है.

आपको बता दें कि उरी हमले और पाकिस्तान के खिलाफ बालाकोट हवाई हमलों के बाद सशस्त्र बलों को इसी तरह की वित्तीय शक्तियां दी गईं.

यह भी पढ़ें- जानें, कैसे बिहार रेजिमेंट ने गलवान में चीनी पोस्ट को उखाड़ फेंका

बालाकोट एयर स्‍ट्राइक के बाद भारतीय वायु सेना ने सरकार की ओर से दी गई ऐसी छूट का सर्वाधिक लाभ उठाया था. वायुसेना ने तब बड़ी संख्या में घातक हथियार खरीदे थे. इन हथियारों में स्‍टैंड ऑफ स्‍पाइस-2000 और स्‍ट्रम अटाका मिसाइलें भी शामिल थीं.

नई दिल्ली : पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ तनाव काफी बढ़ गया है. इसी बीच भारत सरकार ने तीनों सेनाओं के लिए 500 करोड़ रुपये तक के घातक हथियार खरीदने की छूट दी है. यह जानकारी एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी. अधिकारी ने बताया कि सरकार ने तीनों सेनाओं के उप प्रमुखों को अस्‍त्र शस्‍त्रों की तात्‍कालिक और आपात खरीद के लिए 500 करोड़ रुपये तक की वित्तीय शक्तियां दी हैं.

दरअसल पूर्वी लद्दाख में चीन ने अपने सैनिकों की संख्या बढ़ोतरी कर रहा है, जिसको देखते हुए सेना को यह वित्तीय अधिकार देने की जरूरत महसूस की गई है.

चीन से लगी करीब 3500 किमी सीमा पर बड़ी संख्या में सैनिकों को तैनात किया गया है.

आपको बता दें कि उरी हमले और पाकिस्तान के खिलाफ बालाकोट हवाई हमलों के बाद सशस्त्र बलों को इसी तरह की वित्तीय शक्तियां दी गईं.

यह भी पढ़ें- जानें, कैसे बिहार रेजिमेंट ने गलवान में चीनी पोस्ट को उखाड़ फेंका

बालाकोट एयर स्‍ट्राइक के बाद भारतीय वायु सेना ने सरकार की ओर से दी गई ऐसी छूट का सर्वाधिक लाभ उठाया था. वायुसेना ने तब बड़ी संख्या में घातक हथियार खरीदे थे. इन हथियारों में स्‍टैंड ऑफ स्‍पाइस-2000 और स्‍ट्रम अटाका मिसाइलें भी शामिल थीं.

Last Updated : Jun 21, 2020, 11:11 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.