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ब्रह्मकुमारी संस्था प्रमुख दादी जानकी का 104 वर्ष की उम्र में निधन

दुनिया के सबसे आध्यात्मिक संगठन ब्रह्माकुमारी संस्था की मुख्य प्रशासिका और स्वच्छ भारत मिशन की ब्रांड एम्बेसडर राजयोगिनी दादी जानकी का 27 मार्च की सुबह दो बजे निधन हो गया. माउण्ट आबू के ग्लोबल हास्पिटल में उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली.

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Published : Mar 27, 2020, 9:55 AM IST

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ब्रह्मकुमारी संस्था प्रमुख दादी जानकी का 104 वर्ष की उम्र में निधन

सिरोही : सबसे बड़े आध्यात्मिक संगठन ब्रह्माकुमारी संस्थान की मुख्य प्रशासिका और स्वच्छ भारत मिशन की ब्रांड एम्बेसडर राजयोगिनी दादी जानकी का देहावसान हो गया. वे 104 साल की थीं और माउण्ट आबू के ग्लोबल हास्पिटल में 27 मार्च को सुबह दो बजे उन्होंने अंतिम सांस ली.

राजयोगिनी दादी जानकी दुनिया की एकमात्र महिला थीं, जिन्हें मोस्ट स्टेबल माइंड इन वर्ल्ड का खिताब मिला था. स्वच्छ भारत मिशन की ब्रांड एम्बेसडर डॉ. दादी जानकी का अंतिम संस्कार सायं 3.30 बजे ब्रह्माकुमारीज संस्थान के शांतिवन में होगा.

राजयोगिनी दादी जानकी का निधन

जानकारी के अनुसार दुनिया में दादी के नाम से मशहूर राजयोगिनी दादी जानकी का जन्म एक जनवरी, 1916 को हैदराबाद सिंध (जो अभी पाकिस्तन में है) में हुआ था. उन्होंने 21 वर्ष की उम्र में ही इस आध्यात्मिक पथ को अपना लिया था. सन् 1970 में भारतीय संस्कृति, मानवीय मूल्यों और राजयोग का संदेश देने के लिए पश्चिमी देशों का रुख किया था.

पढ़ें- लॉक डाउनः कालाबाजारी रोकने के लिए सरकार ने जारी किया Helpline number

विश्व के 140 देशों में उन्होंने ब्रह्माकुमारी केन्द्रों की स्थापना कर लाखों लोगों के अन्दर एक सच्चे मानव के संस्कार का बीज बोया था. ब्रह्माकुमारीज संस्थान की पूर्व मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी प्रकाशमणि के देहावसान के पश्चात सन् 27 अगस्त, 2007 को वे संस्थान की मुख्य प्रशासिका बनी.

दादी जी नारी शक्ति की अनुपम मिसाल थीं. उनके सान्निध्य में तकरीबन 46 हजार युवा बहनों ने अपना जीवन ईश्वरीय सेवा में समर्पित किया. वे इन 46 हजार युवा बहनों की अभिभावक थी. दादी जानकी को भावपूर्ण श्रद्धांजलि.

सिरोही : सबसे बड़े आध्यात्मिक संगठन ब्रह्माकुमारी संस्थान की मुख्य प्रशासिका और स्वच्छ भारत मिशन की ब्रांड एम्बेसडर राजयोगिनी दादी जानकी का देहावसान हो गया. वे 104 साल की थीं और माउण्ट आबू के ग्लोबल हास्पिटल में 27 मार्च को सुबह दो बजे उन्होंने अंतिम सांस ली.

राजयोगिनी दादी जानकी दुनिया की एकमात्र महिला थीं, जिन्हें मोस्ट स्टेबल माइंड इन वर्ल्ड का खिताब मिला था. स्वच्छ भारत मिशन की ब्रांड एम्बेसडर डॉ. दादी जानकी का अंतिम संस्कार सायं 3.30 बजे ब्रह्माकुमारीज संस्थान के शांतिवन में होगा.

राजयोगिनी दादी जानकी का निधन

जानकारी के अनुसार दुनिया में दादी के नाम से मशहूर राजयोगिनी दादी जानकी का जन्म एक जनवरी, 1916 को हैदराबाद सिंध (जो अभी पाकिस्तन में है) में हुआ था. उन्होंने 21 वर्ष की उम्र में ही इस आध्यात्मिक पथ को अपना लिया था. सन् 1970 में भारतीय संस्कृति, मानवीय मूल्यों और राजयोग का संदेश देने के लिए पश्चिमी देशों का रुख किया था.

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विश्व के 140 देशों में उन्होंने ब्रह्माकुमारी केन्द्रों की स्थापना कर लाखों लोगों के अन्दर एक सच्चे मानव के संस्कार का बीज बोया था. ब्रह्माकुमारीज संस्थान की पूर्व मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी प्रकाशमणि के देहावसान के पश्चात सन् 27 अगस्त, 2007 को वे संस्थान की मुख्य प्रशासिका बनी.

दादी जी नारी शक्ति की अनुपम मिसाल थीं. उनके सान्निध्य में तकरीबन 46 हजार युवा बहनों ने अपना जीवन ईश्वरीय सेवा में समर्पित किया. वे इन 46 हजार युवा बहनों की अभिभावक थी. दादी जानकी को भावपूर्ण श्रद्धांजलि.

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