जयपुर : राजस्थान के करौली जिले के डांग क्षेत्र में आतंक का पर्याय बने दस्यु रामवीर गुर्जर को पुलिस ने मंडरायल इलाके के घने जंगलों से गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है. साथ ही उससे पुलिस ने अवैध 315 बोर सिंगल शॉट पचफेरा बंदूक और चार जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं.
दस्यु के खिलाफ लूट, हत्या, डकैती, सहित विभिन्न मामलो में करौली जिले के पांच थानों पर 13 प्रकरण दर्ज हैं.साथ ही वो करौली, धौलपुर और मध्यप्रदेश के इलाकों में सक्रिय था. वहीं भरतपुर पुलिस महानिरीक्षक की ओर से उसपर 10 हजार रुपये का इनाम घोषित था.
बता दें कि 1 फरवरी को लांगरा थाने के मांड़ी-भाट गांव में रामवीर गुर्जर ने भैंसों को घेर मे छोडकर घर आ रहे 15 वर्षीय बालक तेजराम की गोली मारकर हत्या कर दी थी, जिसके बाद से ही पुलिस दस्यु की तलाश में जगह-जगह दबिश दे रही थी.
एसपी अनिल कुमार बेनीवाल ने बताया कि दस्यु की तलाश के लिए लांगरा, मंडरायल, मासलपुर, सदर थाना करौली, कुडगांव, सपोटरा, करणपुर, कैलादेवी थाना पुलिस दल और डीएसटी, क्यूआरटी तथा आरएसी दल क्षेत्र में सघन तलाशी अभियान चलाया गया.
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इसके अलावा सीमावर्ती जिले धौलपुर, सवाईमाधोपुर और मध्यप्रदेश के सबलगढ़, श्योपुर, मुरैना के पुलिस अधीक्षकों से दस्यु की तलाश के लिए संपर्क बनाए रखा और साइबर टीम द्वारा उसपर लगातार तकनीकी माध्यम से नजर रखी जा रही थी. लेकिन, इस दौरान दस्यु लगातार अपने आप को छुपाते हुये घने जंगलों में घूमता रहा.
वहीं पुलिस को शुक्रवार शाम को सूचना मिली थी कि दस्यु रामवीर मंडरायल इलाके के ओड गांव के घने जंगलों में है. जिस पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उसे धर दबोचा. वहीं उसके पास से अवैध सिंगल शॉट पचफेरा 315 बोर बंदूक, चार जिंदा कारतूस तथा कमर में बांधने वाली बिंडोलिया को बरामद किया है.
बता दें कि दस्यु रामवीर गुर्जर करौली जिले में वर्तमान में सर्वाधिक सक्रिय वांछित अपराधियों में चयनित है. उसका डांग क्षेत्र में इतना भय और आतंक व्याप्त है कि आम नागरिक इसके बारे में पुलिस को सूचना देने से कतराते हैं. और इसके विरुद्ध कोई भी पुलिस में शिकायत करने को तैयार नहीं होता है. एसपी ने बताया कि दस्यु को पकड़ने वाले पुलिस टीम के सदस्यों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है. पुलिस टीम के सदस्यों को नगद ईनाम, प्रशंसा पत्र देकर पुरस्कृत किया जाएगा.